बांग्लादेश का वीडियो त्रिपुरा का बता गलत दावे के साथ वायरल
एक वायरल वीडियो में दो शख़्स धारदार हथियारों से एक व्यक्ति को निर्ममता से मारते नज़र आ रहे हैं. वीडियो के शेयर कर दावा किया जा रहा कि ये त्रिपुरा में मुस्लिमों के ख़िलाफ़ हुई की हालिया हिंसा का है. ये दावा ग़लत है: वीडियो बांग्लादेश का है और मई के महीने से सोशल मीडिया पर मौजूद है.
26 अक्टूबर को ये वीडियो एक ट्वीट में पोस्ट किया गया जिसे हज़ारों बार देखा जा चुका है.
ट्वीट के कैप्शन में लिखा है “त्रिपुरा में हिंदुत्ववादी भीड़ ने मुसलमानों पर आतंक मचा रखा है। पिछले दो दिनों में आधा दर्जन से ज्यादा मस्जिदें शहीद कर दी गयी हैं! मुसलामानों पे हमले रुक नही रहे हैं हर गाली मोहल्ले मे मुसलमानो को मारा काटा जा रहा है! देखो कितनी बेरहमी से काट दिया बेचारे को!"
इस ट्वीट का आर्काइव वर्जन यहां देख सकते है. वीडियो संवेदनशील है इसलिये सावधानी से देखें.

अक्टूबर के आख़िरी में त्रिपुरा में हिंदुत्ववादी समूहों द्वारा मुस्लिमों पर हमले की घटनाएं सामने आने के बाद भारतीय सुरक्षा बलों को वहा की मस्जिदों की सुरक्षा करने के लिए तैनात होना पड़ा था.
इन साम्प्रदायिक घटनाओं में कम से कम 4 मस्जिदों और मुस्लिम समुदाय के लोगों के कई घरों और दुकानों में तोड़फोड़ भी की गई थी.
ये सब विश्व हिंदू परिषद की एक रैली से शुरू हुआ जो बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के साथ हुई साम्प्रदायिक हिंसा के विरोध प्रदर्शन के तौर पर की गई थी.
इस वीडियो को बिल्कुल इसी दावे के साथ ट्विटर पर यहां, यहां और यहां; और फ़ेसबुक पर यहां शेयर किया गया है. वीडियो संवेदनशील है इसलिये सावधानी से देखें.
हालांकि ये दावा ग़लत है.
वायरल वीडियो त्रिपुरा की हालिया हिंसा से पहले का है.
वीडियो को कीफ्रेम में तोड़कर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि इसे बांग्लादेश के एक न्यूज़ आर्टिकल में प्रकाशित किया गया है. ये ख़बर बांग्लादेश के ढाका में एक व्यक्ति की पीटने से हुई मौत के बारे में थी.
ऑरिजन वीडियो को 16 मई 2021 की मीडिया रिपोर्ट में देखा जा सकता है जिसके मुताबिक़ बांग्लादेश के ढाका में एक व्यक्ति की पीटने से मृत्यु हो गई थी.
द डेली स्टार की ख़बर के अनुसार 16 मई को ढाका के मीरपुर इलाक़े में शाहीन उद्दीन नाम के एक व्यक्ति की अपराधियों ने पीट पीटकर हत्या कर दी थी.
इस फ़ुटेज को कई टीवी रिपोर्ट्स में भी यहां और यहां प्रसारित किया गया है. वीडियो संवेदनशील है इसलिये सावधानी से देखें.
इस घटना के बारे में ढाका ट्रिब्यून और द डेली स्टार की रिपोर्ट में बताया गया कि उस व्यक्ति को ज़मीन से जुड़े किसी पुराने विवाद में मारा गया था.
त्रिपुरा में चल रही साम्प्रदायिक हिंसा के बीच पुलिस ने भी लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर किसी तरह की अफ़वाह न फैलायें.
