ये वीडियो जयपुर का नहीं, 2017 में अनंतनाग में हुए विरोध प्रदर्शन का है
पत्थर फेंकती हुई एक हिंसक भीड़ की वीडियो सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ वायरल है कि ये फुटेज अक्टूबर 2021 को राजस्थान के जयपुर में लिया गया था. ये दावा ग़लत है; वीडियो जयपुर का नहीं बल्कि 2017 में जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में रोहिंग्या मुस्लिमों के मुद्दे पर हुए प्रोटेस्ट का हैं.
इस वीडियो को 4 अक्टूबर 2021 को यहां फेसबुक पर शेयर किये जाने के बाद इसे 200 से अधिक बार देखा गया.

वीडियो के कैप्शन में लिखा है: "राजस्थान कश्मीर कब बना मालूम ही नही चला. कल जयपुर में हुआ है, आप इसके चपेट में कब आने वाले है, खुद ही तय कर लो."
वीडियो को इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां और यहां शेयर किया गया. साल 2017 में भी यही वीडियो वायरल हुआ था और इसी कैप्शन के साथ शेयर किया गया था. इन पोस्ट्स को यहां और यहां देखा जा सकता है.
लेकिन ये दावा झूठा है.
AFP ने पाया कि वायरल वीडियो की फ़ुटेज को 8 सितंबर, 2017, को ANI समाचार एजेंसी ने प्रसारित किया था.
ANI की रिपोर्ट के अनुसार जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में हुए विरोध प्रदर्शन में लगभग 6 पुलिसकर्मी घायल हुए थे. ये प्रदर्शन म्यांमार में रोहिंग्या मुस्लिमों के नरसंहार के ख़िलाफ़ हुआ था.
नीचे भ्रामक पोस्ट (बायें) और ANI की वीडियो रिपोर्ट (दायें) के स्क्रीनशॉट के बीच एक तुलना है:

लोकल मीडिया न्यूज़ टीवी ने भी इस वीडियो फ़ुटेज को 2017 की अपनी एक रिपोर्ट में प्रसारित किया था.
वायरल वीडियो में दिख रही दुकानों को ऑनलाइन खोजने पर इनकी लोकेशन और अन्य जानकारी अनंतनाग शहर में ही दिखाई दे रही है.
उदाहरण के लिये, वीडियो के 24वें सेकेंड में दिख रही दुकान “वास्को पास्को” इस तस्वीर से बिल्कुल मिलती जुलती है. बग़ल में स्थित दुकान “वेस्टर्न होजरी” और “साठु फर्निशिंग” वीडियो के 1 मिनट 17वें सेकेंड में यहां देखे जा सकते हैं.
नीचे वायरल वीडियो (बायें) और मीडिया रिपोर्ट में प्रयोग वीडियो (दायें) के स्क्रीनशॉट के बीच एक तुलना है:


