बिरयानी में नपुंसक बनाने वाली गोलियां मिलाये जाने का फ़र्ज़ी दावा फिर हुआ वायरल

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  • प्रकाशित 19 जनवरी 2022, 09h18
  • 5 मिनट
  • द्वारा Anuradha PRASAD, एफप भारत
कुछ तस्वीरों से साथ एक दावा फिर वायरल है कि कोयम्बटूर में एक मुस्लिम होटल मालिक ने हिन्दुओं के लिए बनाई गयी बिरयानी में नपुंसक बनाने वाली दवाई मिला दी ताकि हिन्दुओं की जनसंख्या को बढ़ने से रोका जा सके. ये दावा भ्रामक है. ये तस्वीरें इंटरनेट से लेकर होटल के बारे में दावे करते हुए शेयर की गयीं; कोयम्बटूर पुलिस ने भी इस दावे को ख़ारिज किया है.

ये तस्वीरें 2 जनवरी 2022 को ट्विटर पर यहां शेयर की गयीं जिसे 300 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया जा चुका है. 

इसके साथ कैप्शन में लिखा है, "कोयम्बटूर में "माशा अल्लाह" नाम से फ़ास्ट फ़ूड बेचने वाला मुल्ला 2 बर्तनों में बिरियानी पकाता था. एक मुस्लिमों के लिए और एक हिन्दुओं के लिये. हिन्दुओं के बर्तन में लड़के व लड़कियों को नपुंसक बनाने की टेबलेट मिलाता था ताकि हिन्दुओं की जनसंख्या वृद्धि को रोका जा सके."

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भ्रामक पोस्ट का स्क्रीनशॉट

दावे के साथ ये तस्वीरें फ़ेसबुक पर यहां और यहां; और ट्विटर पर यहां और यहां शेयर की गयी.

ये दावा पहले भी वायरल हो चुका है. कोयम्बटूर पुलिस ने 5 मार्च, 2020 को AFP से बात करते हुए कहा था, "मुस्लिम शख़्स द्वारा ज़हरीली बिरयानी बेचने वाले दावे में कोई सच्चाई नहीं है. जिसने ये ट्विटर पर डाला था उसने ट्वीट डिलीट कर लिया है लेकिन उसका पता लगा रहे हैं और सही कारवाही की जाएगी."

उन्होंने आगे कहा था, "हमने स्थानीय अख़बारों में भी इस बाबत नोटिस छपवाया है और इनमें से कोई भी तस्वीर कोयम्बटूर की नहीं है."

2 मार्च, 2020 को पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल से भ्रामक पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए कहा था, "इस ट्वीट हैंडल पर कोई विश्वास न करें क्योंकि ये फ़र्ज़ी ख़बरें फैला रहा है." इसके बाद ही ओरिजिनल ट्वीट डिलीट कर लिया गया.

रिवर्स इमेज सर्च से मालूम चला कि इनमें से कोई भी तस्वीर कोयम्बटूर के किसी होटल से नहीं जुड़ी है. AFP ने 2020 में भी अंग्रेज़ी में इसका फै़ैक्ट-चेक किया था जिसे आप यहां पढ़ सकते हैं.

पहली तस्वीर का रिवर्स सर्च करने पर अमर उजाला की 12 जुलाई, 2019 की रिपोर्ट मिली. ये रिपोर्ट उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक मदरसे में अवैध हथियार बरामद होने के बारे में है.

इस घटना पर यहां और यहां वीडियो रिपोर्ट्स भी देखीं जा सकती हैं.

नीचे वायरल तस्वीर (दाएं) और अमर उजाला द्वारा छपी गयी तस्वीर (बाएं) की तुलना देखी जा सकती है. दोनों तस्वीरें एक ही मौके की हैं लेकिन अलग-अलग ऐंगल से ली गयी हैं.

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वायरल तस्वीर (दाएं) और अमर उजाला द्वारा छपी गयी तस्वीर (बाएं) की तुलना देखी जा सकती है

दूसरी तस्वीर एक श्रीलंका के समाचार आउटलेट डेली मिरर की 2 मई, 2019 की एक रिपोर्ट में मिली जिसमें ड्रग बरामदगी के बारे में बताया गया है. इसमें कई अन्य तस्वीरीं भी छापी गयी हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक कोलंबो के निवासी अब्दुल कार्डर मुहम्मद इल्मुद्दीन और उसके बेटे को एक तरह के पेन किलर और कई अन्य अवैध  दवाईओं के साथ पकड़ा जिनकी कीमत चालीस लाख थी. 

नीचे वायरल तस्वीर (दाएं) और डेली मिरर की रिपोर्ट में छपी तस्वीर (बायें) के बीच तुलना देख सकते हैं:

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वायरल तस्वीर (दाएं) और डेली मिरर की रिपोर्ट में छपी तस्वीर (बायें) के बीच तुलना

इस बाबत रिपोर्ट करते हुए कोलंबो टुडे ने भी ये तस्वीरें छापी थीं.

तीसरी तस्वीर 2017 के एक वीडियो के हिस्से का थंबनेल है जिसमें एक व्यक्ति बिरयानी बनाने की विधि बता रहा है. ये हमें एक फ़ूड ब्लॉग पर मिला जहां कई तरह की बिरयानी बनाने की विधि के वीडियो पोस्ट किये गए हैं. 

नीचे वायरल तस्वीर (दाएं) और वीडियो के थंबनेल (बाएं) की तुलना देख सकते हैं:

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वायरल तस्वीर (दाएं) और वीडियो के थंबनेल (बाएं) की तुलना

आखिरी तस्वीर हमें एक स्थानीय न्यूज़ पोर्टल बलिया एक्सप्रेस पर यहां मिली जिसमें पहली तस्वीर वाली घटना, यानी, बिजनौर में मदरसे में मिले हथियार के बारे में बताया गया है. 

नीचे वायरल तस्वीर (दाएं) और बलिया एक्सप्रेस की तस्वीर (बाएं) की तुलना है:

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वायरल तस्वीर (दाएं) और बलिया एक्सप्रेस की तस्वीर (बाएं) की तुलना

इसके अलावा, हम पहली तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति, और उसके पीछे पीली टी शर्ट में एक अन्य व्यक्ति, दोनों को भी चौथी तस्वीर में देख सकते हैं. 

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इसलिए दोनों एक ही घटना की तस्वीरें मालूम होती हैं.

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