चलती ट्रेन के दरवाज़े से लटके यात्रियों का पुराना वीडियो UPPET परीक्षा से जोड़ कर वायरल

  • यह आर्टिकल एक साल से अधिक पुराना है.
  • प्रकाशित 31 अक्टूबर 2022, 13h51
  • 3 मिनट
  • द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत
हाल ही में उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरियों के लिये आयोजित पात्रता परीक्षा से जोड़कर यात्रियों से ठसाठस भरी ट्रेन का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. वायरल वीडियो में कई लोग ट्रेन के फुटबोर्ड पर लटककर यात्रा करते नज़र आ रहे हैं. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ये भीड़ प्रतियोगी परीक्षार्थियों की है जिन्हें उचित सुविधा देने में सरकार नाकाम रही है. हालांकि अक्टूबर 2022 में ऐसी कई खबरें आईं जिनमें छात्रों को परीक्षा देने जाने के दौरान ट्रेनों में भीड़ और असुविधा का सामना करना पड़ा, लेकिन ये वीडियो उस परीक्षा से पहले का है.

लगभग 26-सेकंड लंबे इस वीडियो में एक भीड़भाड़ वाली ट्रेन को ट्रैक पर चलते देखा जा सकता है जिसमें कई यात्री कोच के दरवाज़े पर लटके हुए हैं.

इसके कैप्शन में लिखा है, 'आजाद भारत की यह तस्वीर देखिए. PET कैंडिडेट #pet_exam.”

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गलत दावे से शेयर की जा रही फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 19 अक्टूबर 2022

वीडियो को इसी तरह के दावे के साथ यहां और यहां शेयर किया गया है जहां इसे हज़ारों बार देखा जा चुका है.

ये वीडियो उत्तर प्रदेश राज्य सरकार की नौकरियों के लिए 15 और 16 अक्टूबर को आयोजित की गई पात्रता परीक्षा के दौरान प्रसारित हुए.

इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार ये परीक्षा पूरे उत्तर प्रदेश में 1,899 केंद्रों पर आयोजित की गई थी. रिपोर्ट में अभ्यर्थियों द्वारा ट्रेन में भीड़ एवं अन्य असुविधाओं का सामना करने के बारे में भी बताया गया है.

हालांकि सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा ये वीडियो पुराना है और इसका हालिया प्रवेश परीक्षा से कोई संबंध नहीं है.

ट्रेन के गेट पर लटकते यात्री

गलत दावे के साथ शेयर किये जा रहे इस फ़ेसबुक पोस्ट पर हमें एक यूज़र का कमेंट दिखा जिसमें इस दावे का खंडन किया गया था कि ये वीडियो PET परीक्षार्थियों को दिखाता है. कमेंट में फ़रवरी 2018 के एक यूट्यूब वीडियो का लिंक भी शेयर किया गया है.

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वायरल फ़ेसबुक पोस्ट पर किया गया कमेंट

नीचे फ़ेसबुक पोस्ट में इस्तेमाल किए गए वीडियो (बाएं) और 2018 के यूट्यूब वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना की गई है:

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फ़ेसबुक पोस्ट में इस्तेमाल किए गए वीडियो (बाएं) और 2018 के यूट्यूब वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

ये यूट्यूब वीडियो उसी वीडियो का लंबा संस्करण है जिसे फ़ेसबुक पर गलत दावे से शेयर किया गया है.

इस वीडियो के कैप्शन में लिखा है: "#ट्रेन: यह नज़ारा सिर्फ पटना में ही देखा जा सकता है."

एक कीवर्ड सर्च में हमें भारतीय रेलवे के एक डिवीज़न - उत्तर मध्य रेलवे - के वेरिफ़ाइड हैंडल से एक ट्वीट मिला, जिसमें इस दावे को खारिज किया गया था कि ये ट्रेन अक्टूबर में UPPET परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को ले जा रही थी.

15 अक्टूबर को पोस्ट किए गये इस ट्वीट के कैप्शन में लिखा है: "अफवाहों से बचें! @priyankagandhi के ट्वीट के संदर्भ में (जो अब डिलीट किया जा चुका है) स्पष्ट किया जाता है कि मेमू ट्रेन का कोच नंबर 40042 आज प्रयागराज से नहीं गुजरा है और इस तस्वीर का UPPET परीक्षा से कोई लेना-देना नहीं है।".

इस ट्वीट में कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी के वेरिफ़ाइड अकाउंट से किये गए एक अन्य ट्वीट का स्क्रीनशॉट हैं, जिसमें गलत दावे के साथ यही वीडियो शेयर किया गया था.

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