प्रधानमंत्री मोदी के नाम से शेयर की जा रही ये तस्वीर आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाई गई है
- यह आर्टिकल एक साल से अधिक पुराना है.
- प्रकाशित 10 अक्टूबर 2023, 14h45
- अपडेटेड 10 अक्टूबर 2023, 14h45
- 2 मिनट
- द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत
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तस्वीर को फ़ेसबुक पर यहां 25 सितंबर 2023 को शेयर किया गया है.
पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “इसे एक फ़्रेंच पर्यटक ने गोकर्ण में क्लिक किया था. प्रकृति माँ की ओर से संपूर्ण पृथ्वी के लिए एक संदेश. ज़रा ज़ूम करके देखिए. अद्भुत. Narendra Modi.”
तस्वीर में डूबते हुए सूरज की पृष्ठभूमि में एक द्वीप पर नारियल के पेड़ दिखाए गए हैं, जो इस तरह से व्यवस्थित हैं कि उनमें नरेन्द्र मोदी का चेहरा दिखाई देता है.
पोस्ट पर यूज़र्स के कमेंट्स सेे संकेत मिलता है कि वे इस तस्वीर को वास्तविक मान रहे हैं.
एक यूज़र ने टिप्पणी की: "हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक सुंदर प्रकृति-निर्मित तस्वीर."
एक अन्य ने टिप्पणी की, "हमारे नेता मोदीजी अमर रहें."
तस्वीर को इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां, यहां और X, जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था, पर यहां शेयर किया गया है.
हालांकि तस्वीर वास्तव में स्टेबल डिफ़्यूज़न नामक एक AI टूल की मदद से बनाई गई है.
डिजिटल तस्वीर
माधव कोहली - जो अपने सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल पर खुद को एक आर्टिस्ट बताते हैं - ने 27 सितंबर को एएफ़पी को बताया कि उन्होंने यह तस्वीर डिजिटल रूप से बनाई है.
कोहली ने एएफ़पी को बताया, "मैं स्टेबल डिफ़्यूज़न टूल को ऐसे ही चेक कर रहा था और देखना चाहता था कि मैं पीएम मोदी की फ़ोटो के साथ किस तरह क्रिएटिव तस्वीर बना सकता हूं."
"मैं चाहता था कि यह सीधे तौर पर दिखाई न दे, जैसे कि पहली नज़र में कोई इसे देखेगा तो समुद्र तट पर पेड़ों के एक सेट से ज़्यादा कुछ नहीं देख पाएगा, लेकिन अगर वे इसे करीब से देखेंगे तो उन्हें मोदी का चेहरा दिखाई देगा.”
भ्रामक पोस्ट की तस्वीर उनके X और इंस्टाग्राम अकाउंट पर देखी जा सकती है (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).
नीचे गलत दावे की पोस्ट की तस्वीर (बाएं) और कोहली द्वारा अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की गई तस्वीर (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है.
कोहली ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अन्य तस्वीरें भी प्रकाशित की हैं जिनमें रंगों और शेड्स का इस्तेमाल इसी तरह से किया गया है, जिन्हे यहां और यहां देखा जा सकता है (आर्काइव्ड लिंक यहां, यहां).
एएफ़पी ने AI टूल द्वारा बनाई गई तस्वीरों की पहचान करने के तरीके पर एक गाइड प्रकाशित किया है.