मिस्र के पैराट्रूपर्स का वीडियो इज़रायल-हमास संघर्ष से जोड़कर शेयर किया गया

सोशल मीडिया पोस्ट्स में एक वीडियो इस गलत दावे से सैकड़ों बार शेयर किया गया है कि यह हालिया इज़रायल-हमास संघर्ष में हमास के लड़ाकों को पैराशूट के ज़रिये इज़रायल में उतरते दिखाता है. यह वीडियो इज़रायल पर हमास के हिंसक हमले के बाद शुरु हुए युद्ध के सन्दर्भ में शेयर किया जा रहा है. ज्ञात हो इस युद्ध में अब तक हज़ारों लोगों की जान गई है और लगभग 150 लोगों को हमास ने बंधक बनाया है. हालांकि यह वीडियो पुराना है जिसे काहिरा स्थित इजिप्शियन मिलिट्री ट्रेनिंग कॉलेज में रिकॉर्ड किया गया था.

वीडियो को फ़ेसबुक पर यहां 8 अक्टूबर 2023 को शेयर किया गया है जहां इसे 200 से अधिक बार देखा जा चुका है.

पोस्ट का कैप्शन है, “हजारों की तादाद में हमास के आतंकी इजरायल के अलग अलग हिस्सों में पैराशूट से उतर रहे हैं. इजराइल सरकार ने नागरिकों से घरों में रहने की अपील की ही.”

इज़रायल की स्थापना के 75 सालों में देश में हुए सबसे घातक हमले में अबतक 5000 लोग मारे जा चुके हैं. इज़रायल की तरफ़ से हुए जवाबी हमले में भी गाज़ा में लगभग 3500 लोगों की मौत हुई है (आर्काइव्ड लिंक).

इज़रायली सेना ने कहा है कि उन्हें लगभग 1,500 हमास लड़ाकों के शव मिले हैं. इज़रायली सरकार का कहना है कि अनुमानित 150 इज़रायली, विदेशी और दोहरी नागरिकता वाले नागरिकों को हमास द्वारा बंधक बना लिया गया है.

7 अक्टूबर को यहूदियों के लिए साप्ताहिक विश्राम दिवस के दौरान हमास के सैकड़ों लड़ाकों ने वाहनों में, हवाई और समुद्री मार्ग से इज़रायली सीमा पार कर 1,000 से अधिक नागरिकों को सड़क पर, उनके घरों में या रेव पार्टी में मार दिया. उन्होंने इस हमले के दौरान दर्जनों इज़रायली, दोहरी राष्ट्रीयता वाले नागरिक और कुछ विदेशी नागरिकों को बंधक बना लिया. अब हमास, जिसकी चरम हिंसा ने देश को अंदर तक झकझोर कर रख दिया है, इन बंधकों को जान से मारने की धमकी दे रहा है (आर्काइव्ड लिंक).

हमास की क्षमता को नष्ट करने के लिए इज़रायल ने उसके विरूद्ध युद्ध की घोषणा करते हुए गाज़ा पट्टी पर लगातार हमले की शुरुआत की और फ़िलिस्तीनी क्षेत्र के आसपास लेबनान के साथ उत्तरी सीमा पर हज़ारों सैनिकों को तैनात कर दिया. यह इलाका जो 2006 से ही -- ज़मीन, वायु और समुद्र -- तीनों तरफ़ से नाकेबंदी के तहत घिरा हुआ है, काफ़ी तंग और आर्थिक रूप से गरीब है, जहां 2.3 मिलियन के आस पास की आबादी रहती है. इज़रायल ने अब इस इलाके में पानी, बिजली और भोजन की आपूर्ति बंद कर दी है, जिससे एन्क्लेव की स्थिति खराब हो गई है (आर्काइव्ड लिंक).

वायरल वीडियो में एक बड़े ईमारत के ऊपर कई पैराशूटर्स मंडराते नज़र आ रहें हैं.

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गलत दावे से शेयर की गई फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 16 अक्टूबर, 2023

वीडियो को इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां, यहां और X पर यहां शेयर किया गया है.

हालांकि दावा गलत है, वीडियो मिस्र में एक सैन्य ट्रेनिंग अभियान का है.

सैन्य ट्रेनिंग अभियान

वीडियो के कीफ़्रेम्स को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें हमास हमले से कुछ दिन पहले 24 सितंबर, 2023 को यही वीडियो टिकटॉक पर अपलोड किया गया मिला (आर्काइव्ड लिंक).

उसी यूज़र ने तीन दिन पहले उसी जगह पर सैन्य गतिविधि का एक और वीडियो "Egypt" हैशटैग के साथ शेयर किया था (आर्काइव्ड लिंक).

मिस्र की सेना ने फ़्रांसीसी वायु सेना के साथ 21 सितंबर, 2023 को संयुक्त हवाई प्रशिक्षण किया था जिसकी जानकारी सशस्त्र बलों के सैन्य प्रवक्ता के आधिकारिक फ़ेसबुक पेज पर भी शेयर की गई है (आर्काइव्ड लिंक).

इसके अलावा गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट के वीडियो में सफ़ेद ईमारत के उपर अरेबिक भाषा में "सैन्य अकादमी" लिखा हुआ देखा जा सकता है और सामने ही काहिरा स्थित मिस्र के सैन्य केंद्र की शील्ड भी स्पष्ट दिख रही है.

गूगल मैप्स पर अपलोड की गई मिस्र सैन्य अकादमी की तस्वीरों में भी यही विवरण देखा जा सकता है.

नीचे गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट के वीडियो (बायें) और गूगल मैप्स पर प्रकाशित तस्वीर (दायें) के स्क्रीनशॉट के बाच तुलना है जिसमें एएफ़पी द्वारा समानताओं को हाइलाइट किया गया है.

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