कनाडा ने आरएसएस को नहीं किया बैन, गलत दावा वायरल

कनाडा में सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इसमें भारत का हाथ होने की आशंका जताई थी. इसके बाद से ही दोनों देशों में राजनयिक गहमागहमी जारी है. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक क्लिप शेयर करते हुए दावा किया गया कि कनाडा की सरकार ने देश में आरएसएस पर बैन लगा दिया है. हालांकि वीडियो में दिख रहा शख्स कनाडा के एक मुस्लिम संगठन का सदस्य है और उसके बयानों का कनाडा सरकार से कोई लेना-देना नहीं है. कनाडा सरकार की एक प्रवक्ता ने इस बात की एएफ़पी से पुष्टि की है.

ये वीडियो X, पूर्व में ट्विटर, पर 21 सितम्बर को यहां इस कैप्शन के साथ शेयर किया गया, "कनाडा में आरएसएस पर त्वरित प्रभाव से प्रतिबंध लगाया गया है..!! क्या India मे भी RSS को बैन किया जाना चाहीए??"

क्लिप में एक व्यक्ति नई दिल्ली के खिलाफ़ ऐक्शन लेने, आरएसएस को बैन करने, कनाडा में भारतीय राजदूत को तुरंत हटाने और व्यापार पर चल रही बातचीत को फ़ौरन रोकने की अपील कर रहा है.

वो कहता है, "हम क्रिमिनल कोड में सूचित करने के नियमों के तहत आरएसएस पर तुरंत बैन लगाने और कनाडा से इसके एजेंट हटाने की मांग करते हैं."

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भ्रामक पोस्ट का 5 अक्टूबर, 2023 को लिया गया स्क्रीनशॉट

ये दावे कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के एक बयान के बाद शेयर हो रहे हैं. दरअसल जून में कनाडा के वैंकूवर में एक सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गयी थी. हाल ही में ट्रूडो ने कहा कि उनके पास ये मानने के 'वैध कारण' हैं कि इस हत्या में भारतीय सरकारी एजेंट्स का हाथ है.

भारत ने जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए उसका खंडन किया. इस गहमागहमी के बीच भारत ने कनाडा के लिए वीज़ा एप्लिकेशन्स रोक दिए, एएफ़पी ने रिपोर्ट किया (आर्काइव्ड लिंक).

मालूम हो कि आरएसएस ने भारत में हिन्दू राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है. कांग्रेस पार्टी की सत्ता के दौरान तीन अलग–अलग मौकों पर आरएसएस को साम्प्रदायिक हिंसा में शामिल होने के आरोप में बैन किया गया था (आर्काइव्ड लिंक).

आख़िरी बार इसपर 1992 में बैन लगा था लेकिन अगले ही साल कोर्ट का फैसला पलटने पर बैन हटा लिया गया था.

यही दावे फ़ेसबुक पर यहां और यहां किये गए.

कनाडा सरकार से वास्ता नहीं है

भ्रामक पोस्ट्स वाले वीडियो में नैशनल कॉउन्सिल ऑफ़ कैनेडियन मुस्लिम्स (NCCM) के टिकटॉक चैनल का वॉटरमार्क है. ओरिजिनल वीडियो NCCM के टिकटॉक प्रोफ़ाइल पर 19 सितम्बर को यहां पोस्ट किया हुआ मिला (आर्काइव्ड लिंक).

इस पोस्ट में शख़्स की पहचान NCCM के प्रमुख स्टीफ़न ब्राउन के तौर पर हुई है जिसमें उसे कनाडा सरकार से अपील करते हुए सुना जा सकता है. ये शख़्स “निज्जर” की कथित तौर से हुई हत्या पर बात कर रहा है.

नीचे भ्रामक पोस्ट वाले वीडियो (बाएं) और NCCM के टिकटॉक अकाउंट पर अपलोड की गयी वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना देख सकते हैं.

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भ्रामक पोस्ट वाले वीडियो (बाएं) और NCCM के टिकटॉक अकाउंट पर अपलोड की गयी वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

वीडियो का लम्बा वर्ज़न NCCM के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी 20 सितम्बर को पोस्ट किया गया था. भ्रामक पोस्ट वाली क्लिप इसमें 5:45 मिनट से शुरू होती है (आर्काइव्ड लिंक).

कनाडा सरकार की पब्लिक सेफ़्टी विभाग की प्रवक्ता मगली डेशिंग ने एएफ़पी को 29 सितम्बर को बताया कि "वीडियो में दिख रहा शख़्स सरकार का प्रतिनिधि नहीं है".

उन्होंने आगे कहा, "आरएसएस फ़िलहाल प्रतिबंधित गुटों की सूची में नहीं है."

उन्होंने प्रतिबंधित गुटों और व्यक्तियों की सूची भी भेजी जिसमें आरएसएस का नाम शामिल नहीं है (आर्काइव्ड लिंक).

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