कर्नाटक का पुराना वीडियो उज्जैन में मस्जिद के सामने पाकिस्तान विरोधी नारे लगाने के गलत दावे से शेयर किया गया

वर्ष 2018  में कर्नाटक में निकाली गई रामनवमी शोभायात्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर इस गलत दावे से शेयर किया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में हिन्दुओं ने एक मस्जिद के आगे पाकिस्तान-विरोधी नारे लगाये हैं. उज्जैन में फिलहाल ऐसी किसी घटना से सम्बंधित न्यूज़ रिपोर्ट एएफ़पी को नहीं मिली. 

फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने 14 अक्टूबर 2024 को वीडियो शेयर करते हुए लिखा,"हाल ही में उज्जैन शहर में मुक्कारम जुलूस के दौरान मुसलमानों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए. दूसरे दिन शहर के सभी हिंदू भगवा झंडे लेकर मस्जिद के सामने जमा हुए. उन्होंने विरोध जताया कि पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों को यहां नहीं रहना चाहिए, पाकिस्तान चले जाना चाहिए."

तीन लाख 70 हज़ार से अधिक फ़ॉलोवर्स वाले एक हिंदू राष्ट्रवादी फ़ेसबुक ग्रुप में वीडियो को पोस्ट किया गया, जिसमें एक मस्जिद के बाहर भीड़ को भगवा रंग के झंडे लहराते हुए दिखाया गया है. भीड़ को पाकिस्तान विरोधी नारे लगाते हुए सुना जा सकता है. 

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गलत दावे से शेयर किये गए पोस्ट का स्क्रीनशॉट

वीडियो को इसी तरह के दावे से X पर यहां और फ़ेसबुक पर यहां शेयर किया गया है. 

हालांकि एएफ़पी को उज्जैन में 2024 मुहर्रम जुलूस के दौरान हिंदुओं द्वारा पाकिस्तान विरोधी नारे लगाने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली.

कर्नाटक का पुराना वीडियो

गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर यह क्लिप गलत दावे से शेयर की जा रही सोशल मीडिया पोस्ट से कई साल पहले 26 मार्च 2018 को यूट्यूब पर अपलोडेड मिली (आर्काइव्ड लिंक).

12 मिनट के यूट्यूब वीडियो में यह क्लिप 2 मिनट के मार्क पर देखी जा सकती है. वीडियो का शीर्षक है "कर्नाटक में राम नवमी की भीड़, गुलबर्गा 2018".

नीचे गलत दावे से शेयर की गई वीडियो (बाएं) और 2018 के यूट्यूब वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है.

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गलत दावे से शेयर की गई वीडियो (बाएं) और 2018 के यूट्यूब वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

एएफ़पी ने पुष्टि की कि यह वीडियो कर्नाटक के कलबुर्गी, जिसे पहले गुलबर्गा के नाम से जाना जाता था, में बरगाह-ए-क्वादरी चमन मस्जिद के बाहर फ़िल्माया गया था (आर्काइव्ड लिंक).

वीडियो का दृश्य (बाएं) मस्जिद की गूगल स्ट्रीट व्यू तस्वीरों (दाएं) से मेल खाता है.

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गलत दावे से शेयर की गई क्लिप (बाएं) और गूगल मैप पर मस्जिद की तस्वीर (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

यूट्यूब वीडियो में एक बस भी देखी जा सकती है जिस पर "कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस" लिखा हुआ है. 

इसके अलावा, ऐसा प्रतीत होता है कि पाकिस्तान विरोधी नारों को गलत दावे से शेयर की जा रही वीडियो में एडिट कर जोड़ा गया है. 

यूट्यूब पर मौजूद वीडियो के बैकग्राउंड में हिंदू धार्मिक गाने सुने जा सकते हैं. कोई भी पाकिस्तान विरोधी नारे सुनाई नहीं देते. 

यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च करने पर एक वीडियो मिला जिसमें यही पाकिस्तान विरोधी नारे थे जो गलत दावे से शेयर किए गए वीडियो में सुनाई दे रहे हैं  (आर्काइव्ड लिंक).

पांच अक्टूबर, 2018 के यूट्यूब वीडियो के अनुसार, ये नारे महाराष्ट्र के ठाणे में लगाए गए थे. हालांकि, एएफ़पी स्वतंत्र रूप से इसकी पुष्टि नहीं करता है. 

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