ईरान की रिफ़ाइनरी में 2021 में लगी आग की तस्वीर गलत दावे से शेयर की गई

ईरान के कई सैन्य ठिकानों पर 26 अक्टूबर, 2024 को इज़रायल द्वारा हवाई हमले किए जाने के बाद सोशल मीडिया पोस्ट्स में तेहरान में एक तेल रिफ़ाइनरी में लगी आग की पुरानी तस्वीरें हालिया हमले की तबाही के गलत दावे से शेयर की जाने लगी. यह आग जून 2021 में लगी थी और उस समय ईरानी अधिकारियों ने कहा था कि दुर्घटना का कारण रिफ़ाइनरी की गैस लाइन में रिसाव था.

तस्वीर को फ़ेसबुक पर यहां 26 अक्टूबर 2024 को शेयर किया गया है जिसका कैप्शन है, "इजरायल ने ईरान से लिया बदला, सैन्य ठिकानों पर किया बड़ा हमला."

पोस्ट में शेयर की गई तस्वीर में आग और धुएं का गुबार दिख रहा है.  

तेहरान द्वारा 1 अक्टूबर को इज़रायल पर मिसाइल हमले के जवाब में 26 अक्टूबर को ईरान के कई सैन्य स्थलों पर इज़रायल द्वारा हवाई हमले किए जाने के कुछ घंटों बाद ही यह तस्वीर शेयर की जाने लगी (आर्काइव्ड लिंक).

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीशॉट, 30 अक्टूबर 2024

इज़रायली सेना ने कहा कि उन्होंने ईरान की मिसाइल निर्माण सुविधाओं, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और अन्य "हवाई क्षमताओं" पर एक साथ हमला किया था (आर्काइव्ड लिंक).

सीरिया की सरकारी मीडिया ने कहा कि इज़रायल ने अपने कब्ज़े वाले गोलान हाइट्स और लेबनान क्षेत्र से उनकी सीमाओं पर भी हवाई हमले किए. ईरान और सीरिया इस तथाकथित "प्रतिरोध की धुरी" में सहयोगी हैं, जिसमें लेबनान में हिज़बुल्लाह और गाज़ा में हमास भी शामिल हैं.

इज़रायली आधिकारिक आंकड़ों की एएफ़पी टैली के अनुसार, इज़रायल 7 अक्टूबर, 2023 को फ़िलिस्तीनी उग्रवादी समूह के हमले के बाद से गाज़ा पट्टी में ईरान समर्थित हमास से लड़ रहा है, जिसके परिणामस्वरूप इज़रायल में 1,206 लोग मारे गए, जिनमें से ज़्यादातर आम नागरिक थे.

हमास द्वारा संचालित क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार इज़रायल के जवाबी हमले में गाज़ा में कम से कम 43,000 फ़िलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें से अधिकांश आम नागरिक हैं. संयुक्त राष्ट्र भी इन आंकड़ों को विश्वसनीय मानता है.

तस्वीर को इसी दावे से फ़ेसबुक और X पर शेयर किया गया है. 

हालांकि ये इज़रायल के अक्टूबर  2024 के हमले के प्रभाव की तस्वीर नहीं है.

तेल रिफ़ाइनरी में आग

तस्वीर को कुछ कीवर्ड्स के साथ गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि गलत दावे से शेयर की गई फ़ोटो एएफ़पी फ़ोटोग्राफ़र अत्ता केनारे ( Atta Kenare) ने 2 जून, 2021 को ली थी. 

यह तस्वीर एएफ़पी के आर्काइव में उपलब्ध है और उसके कैप्शन में बताया गया है कि तस्वीर दक्षिणी तेहरान में एक रिफ़ाइनरी में लगी आग को दिखाती है.

नीचे गलत दावे की पोस्ट में शेयर की गयी तस्वीर (बाएं) और एएफ़पी के आर्काइव की तस्वीर (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है.

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गलत दावे की पोस्ट में शेयर की गयी तस्वीर (बाएं) और एएफ़पी के आर्काइव की तस्वीर (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

तेहरान की क्राइसिस टीम के प्रमुख ने राज्य टेलीविजन को बताया कि आग आपातकालीन गैस लाइन से रिसाव के कारण विस्फोट होने के बाद लगी थी (आर्काइव्ड लिंक).

एएफ़पी के एक संवाददाता ने कहा कि 2 जून, 2021 की शाम को आग लगने के एक घंटे बाद भी तेहरान में दूर से ही आग की लपटें और काले धुएं के घने बादल आसमान में उठते देखे जा सकते थे.

राज्य टेलीविजन के अनुसार तेहरान ऑयल रिफ़ाइनरी कंपनी के प्रवक्ता ने "रिफ़ाइनरी में तोड़फोड़ पर केंद्रित सभी अटकलों" को खारिज कर दिया था.

प्रवक्ता ने कहा, "दुर्घटना एक तकनीकी समस्या के कारण हुई थी और हम वर्तमान में आग पर काबू पाने की प्रक्रिया में हैं."

एएफ़पी ने मध्य पूर्व में संघर्ष से संबंधित अन्य गलत दावों को यहां फ़ैक्ट-चेक किया है.

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