लेबनान पर इज़रायल के हमले का वीडियो ईरान के गलत दावे से शेयर किया गया
- प्रकाशित 11 नवंबर 2024, 09h54
- 4 मिनट
- द्वारा Chayanit ITTHIPONGMAETEE, Tommy WANG, AFP थाईलैंड, AFP हॉन्ग कॉन्ग, एफप भारत
- अनुवाद और अनुकूलन Sachin BAGHEL
एक यूज़र ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, "25 दिनों बाद इजराइल ने ईरान से लिया बदला. 100 लड़ाकू विमानों से पांच शहरों को बनाया निशाना. इजराइल ने ईरान पर 25 अक्टूबर की देर रात हवाई हमला किया. इस हमले में इजराइल ने ईरान के कई ठिकानों को निशाना बनाया गया."
26 अक्टूबर, 2024 को इज़रायल द्वारा ईरान में सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए जाने के बाद यह तस्वीर शेयर की जा रही है (आर्काइव्ड लिंक).
इज़रायल ने ईरान द्वारा अपने ऊपर 1 अक्टूबर को हुई 200 मिसाइलों की बमबारी के जवाब में तेहरान के खिलाफ़ जवाबी कार्रवाई करने का निर्णय लिया था.
लगभग इसी समय जब इज़रायल ने ईरान पर हमला किया, सीरियाई राज्य समाचार एजेंसी SANA ने कहा कि इज़रायल द्वारा मध्य और दक्षिणी सीरिया में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया है.
यह तस्वीर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की हिंदी पत्रिका 'पांचजन्य' के सोशल मीडिया हैंडल पर भी गलत दावे से शेयर की गई.
इज़रायल पहले से ही दो मोर्चों -- पिछले महीने से लेबनान में ईरान समर्थित हिज़्बुल्लाह के खिलाफ़ पूर्ण युद्ध -- और गाज़ा में एक साल से अधिक समय से हमास उग्रवादियों से लड़ रहा है.
इज़रायली आधिकारिक आंकड़ों पर आधारित एएफ़पी की टैली के अनुसार इस हमले के परिणामस्वरूप 1,205 लोग मारे गए, जिनमें से अधिकांश आम नागरिक और कैद में मारे गए बंधक भी शामिल हैं.
हमास द्वारा बंधक बनाये गए 251 लोगों में से 97 अभी भी गाज़ा में हैं, जिनमें से 33 के बारे में इज़रायली सेना का कहना है कि वे मर चुके हैं.
हमास द्वारा संचालित क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, इज़रायल के जवाबी सैन्य हमले में गाज़ा में कम से कम 41,495 लोग मारे गए हैं, जिनमें से अधिकांश आम नागरिक हैं. संयुक्त राष्ट्र ने इन आंकड़ों को विश्वसनीय बताया है.
इसी तरह के सामान दावे से तस्वीर को X पर यहां और फ़ेसबुक पर यहां शेयर किया गया है.
हालांकि यह तस्वीर लेबनान में हुए एक दूसरे हमले को दिखाती है.
इज़रायली हमला
गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर लेबनीज फ़ोटोग्राफ़र नबील इस्माइल द्वारा इंस्टाग्राम पर 7 अक्टूबर 2024 को पोस्ट की गयीं दस अन्य तस्वीरों के साथ यह तस्वीर भी मिली (आर्काइव्ड लिंक).
नीचे गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट (बाएं) और नबील इस्माइल द्वारा पोस्ट की गयी मूल तस्वीर (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना की गई है.
6 अक्टूबर की रात को इज़रायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने हमले की चेतावनी जारी की जिसमें उनके लक्ष्य बेरूत के दक्षिणी उपनगर में निर्धारित थे (आर्काइव्ड लिंक).
आधिकारिक लेबनानी मीडिया का हवाला देते हुए एएफ़पी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि 6 अक्टूबर को दक्षिण बेरूत में चार इज़रायली हमले हुए (आर्काइव्ड लिंक).
एएफ़पी ने बेरूत पर इज़रायल के 6 अक्टूबर के हमले को कवर किया है, इसमें हमले का एक अलग दृश्य दिखाया गया है (आर्काइव्ड लिंक).
आधिकारिक आंकड़ों पर आधारित एएफ़पी की रिपोर्ट के अनुसार इज़रायल ने हिज़्बुल्लाह, जो हमास के समर्थन में इज़रायल पर रॉकेट हमले कर रहा है, पर 23 सितंबर से हवाई और ज़मीनी हमले शुरू कर दिए. इससे लेबनान में कम से कम 1,940 लोग मारे गए हैं.
इज़रायल के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार हमास के घातक हमले के बाद पिछले साल अक्टूबर में हिज़्बुल्लाह के साथ सीमा पार झड़प शुरू होने के बाद से इज़रायल के कम से कम 63 लोग मारे गए हैं, जिनमें इज़रायल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स के 12 लोग शामिल हैं.
इज़रायली सेना का कहना है कि लेबनान में ज़मीनी कार्रवाई शुरू करने के बाद उसके 38 सैनिक मारे जा चुके हैं.
इज़रायल-हमास युद्ध के बारे में अन्य गलत दावों को यहां फ़ैक्ट चेक किया है.