
कोलकाता का पुराना वीडियो कुंभ से जोड़कर शेयर किया गया
- प्रकाशित 8 मार्च 2025, 07h10
- 2 मिनट
- द्वारा Sachin BAGHEL, एफप भारत
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फ़ेसबुक पर 11 फ़रवरी 2025 को शेयर किये गए वीडियो का कैप्शन है, "कुंभ मेला".
ऐसे ही एक वीडियो, जिसे 60 लाख से अधिक बार देखा जा चुका है, के ऊपर लिखा है, "महाकुंभ प्रयागराज".

जनवरी 13, 2025 को आरंभ हुए कुंभ मेले में छह सप्ताह की अवधि में 45 करोड़ तीर्थयात्रियों के शामिल हुए हैं. कुंभ मेला 26 फ़रवरी को समाप्त हो गया (आर्काइव्ड लिंक).
भगदड़ में दर्जनों लोगों की मौत के बावजूद कुंभ मेले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी के एक विजय के रूप में प्रचारित किया गया है, जिससे हिंदू पुनरुत्थान और समृद्धि के संरक्षक के रूप में उनकी सावधानीपूर्वक गढ़ी गई छवि और सशक्त हुई है.
इसी तरह के दावे से फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम पर अनेक पोस्ट्स शेयर की गयी हैं.
हालांकि यह वीडियो अक्टूबर 2024 से ऑनलाइन मौजूद है.
कोलकाता का वीडियो
गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर 17 अक्टूबर, 2024 को इंस्टाग्राम पर एक लंबा और अधिक स्पष्ट वीडियो मिला (आर्काइव्ड लिंक).

एएफ़पी ने वीडियो पोस्ट करने वाले इंस्टाग्राम यूज़र रंजीत पासवान से संपर्क किया, जिन्होंने बताया कि वीडियो को गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
पासवान ने आगे कहा, "मैंने यह वीडियो पिछले साल अक्टूबर में नवरात्रि के दौरान पश्चिम बंगाल के कोलकाता में भूतनाथ मंदिर के पास गंगा नदी के तट पर शूट किया था."
एएफ़पी ने गूगल मैप्स पर मौजूद तस्वीरों से तुलना करके पुष्टि की कि वीडियो कोलकाता में गंगा घाट पर ही फ़िल्माया गया है (आर्काइव्ड लिंक).

एएफ़पी ने कुंभ मेले के बारे में अन्य गलत दावों को यहां फ़ैक्ट चेक किया है.
