
देव दीपावली का वीडियो "कुंभ समापन समारोह" के दावे से वायरल
- प्रकाशित 8 मार्च 2025, 08h08
- 3 मिनट
- द्वारा Akshita KUMARI, एफप भारत
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सोशल मीडिया साइट X पर 26 फ़रवरी को शेयर की गई एक पोस्ट में लिखा है, "महाकुंभ का समापन. अब जिंदगी में यह पल दोबारा कभी नहीं आएगा."
पोस्ट में नावों पर सवार लोगों का एक वीडियो शामिल हैं, जो आतिशबाज़ी और लेज़र लाइट से जगमगाता आसमान देख रहे हैं.
वीडियो के ऊपर लिखा है: "जीवन का पहला और आखिरी महाकुंभ."

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में छह सप्ताह तक चले कुंभ मेले के समाप्त होते ही यह वीडियो फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम पर शेयर किया जाने लगा (आर्काइव्ड लिंक). आयोजकों का कहना है कि मेले में करोड़ो की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए.
सोशल मीडिया यूज़र्स के "समापन समारोह की सराहना" करने वाले कमेंट्स को देख कर पता चलता है कि वे कुंभ में आतिशबाज़ी और लेज़र शो होने के दावे पर यकीन कर रहे हैं.
हालांकि क्लिप के कीफ़्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर एक और वीडियो मिला, जिसे एक फ़ोटोग्राफ़ी इंस्टाग्राम अकाउंट ने 15 नवंबर, 2024 को पोस्ट किया था (आर्काइव्ड लिंक).

एएफ़पी ने इंस्टाग्राम पेज को हैंडल कर रहे अंकित दीक्षित से संपर्क किया, जिन्होंने पुष्टि की कि वीडियो नवंबर 2024 में वाराणसी में फ़िल्माया गया था.
दीक्षित ने देव दीपवाली के उत्सव का ज़िक्र करते हुए 3 मार्च को एएफ़पी को बताया, "मैंने वाराणसी में गंगा नदी के तट पर देव दीपावली उत्सव के दौरान वीडियो रिकॉर्ड किया था और उसी रात इसे अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर प्रकाशित किया (आर्काइव्ड लिंक)."
भारतीय समाचार एजेंसी एएनआई ने भी 15 नवंबर, 2024 को X पोस्ट में उत्सव की झलकियां शेयर की है (आर्काइव्ड लिंक).
एएफ़पी को कुंभ मेले के समापन समारोह में आतिशबाज़ी के बारे में कोई रिपोर्ट नहीं मिली, हालांकि कार्यक्रम के दौरान एक से अधिक अवसरों पर ड्रोन शो आयोजित किये गए थें.
डीडी न्यूज़ ने भारतीय वायु सेना द्वारा आयोजित एक एयर शो की वीडियो क्लिप प्रकाशित करते हुए लिखा "मेला क्षेत्र में 45 दिवसीय उत्सव का अंत हुआ (आर्काइव्ड लिंक)."
एएफ़पी ने कुंभ मेले से जुड़े अन्य गलत दावों को यहां फ़ैक्ट चेक किया है.
