यह तस्वीर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के अंतिम संस्कार की नहीं है

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  • प्रकाशित 24 अगस्त 2021, 11h49
  • 4 मिनट
  • द्वारा एफप भारत
फ़ेसबुक पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी की एक तस्वीर शेयर की जा रही है जिसमें दोनों एक अंतिम संस्कार में कलमा पढ़ रहे हैं. दावा है कि ये तस्वीर पूर्व प्रधानमंत्री और राजीव गांधी की माता इंदिरा गांधी के अंतिम संस्कार की है. ये दावा ग़लत है: ये तस्वीर इंदिरा गांधी नहीं बल्कि एक पाकिस्तानी आंदोलनकारी के अंतिम संस्कार की है.

ये तस्वीर फ़ेसबुक पर यहां 14 अगस्त, 2021 को एक ग्रुप में शेयर की गयी जिसके 45,000 से ज़्यादा सदस्य हैं.

तस्वीर में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और उनके बेटे एवं राजनेता राहुल गांधी को लाल निशान से घेरा लगाकर दिखाया गया है. दोनों एक ताबूत के सामने लोगों की भीड़ के साथ खड़े हैं. दोनों के हाथ मुस्लिम धर्म के अनुसार कलमा पढ़ने की मुद्रा में देखे जा सकते हैं.

इस तस्वीर के साथ हिंदी टेक्स्ट लिखा है, "बड़ी मुश्किल से ये फोटो मिली है. इंदिरा की लाश के सामने राहुल और राजीव गांधी कलमा पढ़ रहे हैं फिर भी हमारे देश के लोगों को लगता है ये लोग हिन्दू हैं."

इस्लाम में प्रार्थना का एक हिस्सा कलमा के नाम से जाना जाता है और ये 6 कलमा कुरान में बताये गए हैं.

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भ्रामक पोस्ट का स्क्रीनशॉट

इंदिरा गांधी भारत की पूर्व प्रधानमंत्री और राजीव गांधी की माता थीं.

इंदिरा गांधी और राजीव गांधी, दोनों ने ही अंतर्धार्मिक शादियां की थीं. इंदिरा गांधी के पति फ़िरोज़ गांधी एक पारसी थे और वो हिन्दू थीं. वहीं राजीव गांधी की पत्नी इटली में एक रोमन कैथोलिक परिवार में पैदा हुई थीं. इसी वजह से गांधी परिवार के धर्म को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं जैसे इस लेखक डेविड फ्रॉली के इस ओपिनियन आर्टिकल में. 

ये पोस्ट कई और फ़ेसबुक यूज़र्स ने शेयर की, जैसे- यहां, यहां और यहां.

ये दावा ग़लत है. ये तस्वीर न्यूज़ रिपोर्ट्स की तस्वीरों और इंदिरा गांधी के अंतिम संस्कार की आर्काइव की गयी तस्वीरों से मेल नहीं खाती है. इसे कई पोस्ट्स में स्वतंत्रता सेनानी खान अब्दुल गफ़्फ़ार खान के अंतिम संस्कार की बताई गयी है जिन्हें 'फ्रंटियर गांधी' और 'बच्चा खान' के नाम से भी जाना जाता है.

खान अब्दुल गफ़्फ़ार खान ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई थी और देश विभाजन के बाद पाकिस्तान के सबसे बड़े अल्पसंख्यक समुदाय पश्तूनों हक़ की लड़ाई के लिए वही बस गए थे. 

इंदिरा गांधी का अंतिम संस्कार 

इंदिरा गांधी की मृत्यु 31 अक्टूबर, 1984 को हुई थी और उनके परिवार ने उनका अंतिम संस्कार हिन्दू रिवाज़ों के मुताबिक किया था. इस मौके की तस्वीर AFP फ़ॉरम में यहां मौजूद है.

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AFP फ़ॉरम पर मिली इंदिरा गांधी के अंतिम संस्कार की तस्वीर ( Screenshot of Indira Gandhi's funeral photo, taken on August 19, 2021 / )

तस्वीर में हिन्दू रिवाज़ों के अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री की जलती हुई चिता के सामने खड़े गांधी परिवार को देखा जा सकता है.

इस तस्वीर के कैप्शन में लिखा है, "3 नवंबर, 1984 को शांति वन में इंदिरा गांधी के अंतिम संस्कार के दौरान उनके बेटे राजीव (2nd R), उनकी पत्नी सोनिया और उनकी बेटी प्रियंका (3rd R) उनकी चिता को देखते हुए. 31 अक्टूबर, 1984 को भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके सिख अंगरक्षक ने हत्या कर दी थी."

फ़िल्म कंपनी वाइल्ड फिल्म्स इंडिया के एक वीडियो में भी इंदिरा गांधी का अंतिम संस्कार दिखाया गया है जोकि वायरल तस्वीर से मेल नहीं खाता.

AFP को ऐसी कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें इंदिरा गांधी के अंतिम संस्कार पर राहुल गांधी द्वारा कलमा पढ़े जाने वाली बात की पुष्टि हो सके.

वायरल तस्वीर

इस तस्वीर का यांडेक्स पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर ये हमें पाकिस्तान के पख़्तूनख़्वा प्रान्त के एक नेता मोहसीन दावर के 27 जनवरी, 2016 के एक ट्वीट में मिली.    

इसके कैप्शन में लिखा है, "बच्चा खान के अंतिम संस्कार में राजीव गांधी, सोनिया गांधी और नरसिम्हा राव, #BachakhanAwKhudaiKhidmatgari vol 2 से प्राप्त."

नरसिम्हा राव भारत के पूर्व प्रधानमंत्री थे.

बच्चा खान की 20 जनवरी, 1998 को 98 वर्ष की उम्र में मृत्यु हो गयी थी. द न्यू यॉर्क टाइम्स और यूनाइटेड प्रेस इंटरनेशनल समेत कुछ अन्य अंतर्राष्ट्रीय अख़बारों ने रिपोर्ट किया था कि उनके अंतिम संस्कार में राजीव गांधी अपने परिवार के साथ शामिल हुए थे.

यही तस्वीर ऑनलाइन फ़ॉरम SkyscraperCity पर भी यहां मिली जिसे दिसंबर 2016 में पोस्ट किया गया था.

इसके कैप्शन में लिखा है, "पेशावर में बच्चा खान का अंतिम संस्कार."

नीचे भ्रामक फ़ेसबुक पोस्ट (बाएं) और मोहसीन दावर (दाएं) द्वारा शेयर की गयी तस्वीरों की तुलना देख सकते हैं.

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भ्रामक फ़ेसबुक पोस्ट और दावर के ट्वीट में तस्वीर की तुलना
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