जापान यूनिवर्सिटी का पूराना वीडियो टोक्यो ओलंपिक का बता कर किया शेयर
- यह आर्टिकल एक साल से अधिक पुराना है.
- प्रकाशित 24 अगस्त 2021, 11h15
- 2 मिनट
- द्वारा एफप भारत
फेसबूक पर 9 अगस्त को पोस्ट किये इस वीडियो पर लिखा है: "ओलंपिक में अद्भुत समापन समारोह, जैसे प्रत्येक व्यक्ति को डिजिटल रूप से प्रोग्राम किया गया था.... बहुत अच्छा".
इस वीडियो में कई कलाकार किसी क्रीड़ांगन के अंदर एक जटिल समकालिक क्रिया करतें दिख रहें हैं.
टोक्यो ओलंपिक 8 अगस्त को 17 दिन तक चली प्रतियोगिताओ के बाद समापित हुआ. ओलंपिक के आयोजकों को अधिकांश खेलो में Covid-19 के मामलो में उछाल के मद्देनज़र दर्शकों पर प्रतिबन्ध लगाना पड़ा था.
इसी तरह के पोस्ट फ़ेसबुक पर हिन्दी में यहां, यहां और यहां और अंग्रेज़ी में यहां, यहां और यहां शेयर किये गए थें.
लेकिन सोशल मीडिया पर किया गया यह दावा गलत है.
रूसी सर्च इंजन यांडेक्स का उपयोग कर फुटेज की रिवर्स इमेज सर्च मे जनवरी 2014 मे यूट्यूब पर पोस्ट किए गए एक लंबे वीडियो के अंश के रूप मे यही क्लिप मिला.
जापानी टेलीविजन स्टेशन टीवी असाही द्वारा अपलोड किए गए वीडियो के कैप्शन में लिखा है कि यह निप्पॉन स्पोर्ट्स साइंस यूनिवर्सिटी मे किया गया प्रदर्शन हैं.
गलत दावों के साथ शेयर किये गए पोस्ट्स में जिस क्लिप का इस्तेमाल हुआ है वह टीवी असाही के वीडियो के 04:30 से शुरू होता है.
नीचे सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट (बाएं) और टीवी असाही के 2014 (दाएं) के YouTube वीडियो क्लिप की तुलना की गई है.
कीवर्ड सर्च मे 14 नवंबर, 2013 को प्रकाशित रॉयटर्स समाचार एजेंसी का एक लेख मिला, जिसका शीर्षक है, "जापानी छात्र एक नए स्तर की ओर चलतें". इस लेख मे फुटेज का एक अंश भी प्रकाशित किया गया है.
लेख में कहा गया था कि "कल लगभग 11,000 लोग 'शुडानकोडो'(सामूहिक क्रिया), जिसने पिछले साल एक यूट्यूब वीडियो के वायरल होने के बाद बड़े पैमाने पर लोकप्रियता हासिल की थी, को देखने के लिए विश्वविद्यालय में एकत्र हुए थे".
"लेकिन निप्पॉन स्पोर्ट्स साइंस यूनिवर्सिटी का कहना है कि यह क्रिया नई नही है और वह इसे 1966 से प्रदर्शित कर रहे हैं."
"77 छात्रों नें इस प्रदर्शन को सठीक तरह से करने के लिए पांच महीने तक सप्ताह मे तीन दिन व्यायाम किया. इस क्रिया के अभ्यास के लिए इन छात्रों को कुल 1200 तक चलते देखा गया."