16 अगस्त, 2021 को काबुल की सड़क पर गश्त लगाता तालिबान का एक लड़ाका वाहन के ऊपर मशीन गन पकड़े ( AFP / Wakil Kohsar)

CNN ने नहीं की तालिबान की तारीफ़, ख़बर के रूप में वायरल व्यंग

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  • प्रकाशित 1 सितम्बर 2021, 03h02
  • 2 मिनट
  • द्वारा Claire SAVAGE, AFP अमेरीका
सोशल मीडिया पर CNN की रिपोर्ट का तथाकथित स्क्रीनशॉट शेयर किया गया जिसके मुताबिक चैनल कोरोना से बचाव के मकसद से मास्क पहनने के लिए तालिबान की तारीफ़ कर रहा है. लेकिन यह स्क्रीनशॉट असल में एक व्यंगात्मक लेख का है और CNN ने भी इसे फ़र्ज़ी बताया है. पोस्ट में दिख रही तस्वीर असल में 2007 में पाकिस्तान में ली गयी थी.

तस्वीर में CNN के प्रतिक चिन्ह के साथ एक न्यूज़ बैनर दिख रहा है जिसपर अंग्रेज़ी में लिखा है, "तालिबान लड़ाकू ने ज़िम्मेदाराना रवैया अपनाते हुए मास्क पहना हुआ है." इसमें कई हथियारबंद लोग साथ खड़े देखें जा सकते हैं. ये फ़ेसबुक पोस्ट 15 अगस्त, 2021 को किया गया, जिस दिन तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान पर कब्ज़ा किया था.

इसके बाद कई लोगों ने यही दावा हिंदी कैप्शन के साथ भी यहां और यहां शेयर किया.

नीचे लगे पोस्ट में अंग्रेज़ी में कहा गया, "ये कोई मज़ाक नहीं है. CNN ने महामारी के दौरान ठीक तरह से मास्क लगाने के लिए तालिबान की सराहना की है."

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Screenshot of a Facebook post, taken on August 16, 2021

एक अन्य फ़ेसबुक पोस्ट में यूज़र ने लिखा, "अमित शाह मास्क नहीं लगाता पर तालिबान एक जिम्मेदार संगठन है उसे मालूम है कोविड एक गंभीर समस्या है। अल जजीरा ने तो साल 2020 में तालीबान के कोरोना कैंपों की तारीफ भी की थी."

वहीं कुछ अंग्रेज़ी कैप्शन वाले पोस्ट्स में इस तथाकथित स्क्रीनशॉट का श्रेय द बेबीलॉन बी (The Babylon Bee) को दिया गया. ये वेबसाइट खुद को एक व्यंगात्मक साइट बताती है जिसके मुताबिक: "हम दुनिया की सबसे बेहतरीन सटायर वेबसाइट हैं और हमारे दावों में ग़लती पकड़नी नामुमकिन है. हम क्रिस्चियन, राजनितिक और रोज़मर्रा के मुद्दों पर व्यंग लिखते हैं."

इस वेबसाइट ने 14 अगस्त को एक लेख प्रकाशित की थी जिसकी हेडलाइन थी, "CNN ने हमले के दौरान मास्क पहनने के लिए तालिबान की सराहना की." इस लेख में वो तथाकथित स्क्रीनशॉट भी है जिसे सोशल मीडिया पर ख़बर की तरह शेयर किया जा रहा है.

AFP ने इस तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया और पाया कि ये तस्वीर 2007 में रायटर्स ने पब्लिश करते हुए बताया था कि ये पाकिस्तान में प्रो-तालिबान आतंकी हैं.

CNN के प्रवक्ता ब्रिजेट लेनिंगर ने AFP को बताया कि ये तथाकथित बैनर "फ़र्ज़ी है."

कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट के आने के बाद कोरोना मामलों में बढ़ोतरी ने अमेरिका में मास्क पहनने को लेकर चल रहे राजनीतिक विवाद को वापस बढ़ा दिया है.

अफ़ग़ानिस्तान में 2 दशक से ज़्यादा समय चले युद्ध के बाद अमेरिका के समर्थन वाली अफ़ग़ान सरकार को तालिबान ने गद्दी से हटा दिया और देश पर कब्ज़ा कर लिया.

AFP ने पहले भी ऐसे व्यंग्यात्मक पोस्ट्स की पड़ताल यहां और यहां की है जिसे लोगों ने सच मान लिया था.

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