नए बांध के उद्घाटन पर नेताओं द्वारा शेयर की गयी ये तस्वीर भ्रामक है
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- प्रकाशित 29 नवंबर 2021, 14h43
- 3 मिनट
- द्वारा Anuradha PRASAD, एफप भारत
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वायरल तस्वीर को यहां ट्विटर पर 19 नवंबर, 2021, को भाजपा विधायक अवधेश सिंह ने शेयर किया.
इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और एक बांध की तस्वीर के साथ टेक्स्ट में लिखा है : "बुंदेलखंड को एक सौग़ात."
बांध की तस्वीर के नीचे लिखा है: "भवानी बांध प्रोजेक्ट" और इसके साथ ही 19 नवंबर को उद्घाटित हुए इस बांध के बारे में जानकारी दी थी.
अवधेश सिंह ने कैप्शन में अंग्रेज़ी में लिखा, "अभी तक नेता बुंदेलखंड पारम्परिक तौर से अपने फ़ायदे के लिए इस्तेमाल करते थे लेकिन अब बुंदेलखंड में बदलाव की बाढ़ है. #बुलन्द_बुन्देलखण्ड."
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में भवानी बांध एक बड़ी परियोजना अर्जुन सहायक परियोजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य सूखाग्रस्त क्षेत्र में पानी की कमी से निपटने के लिए चार जिलों को एक नहर के माध्यम से जोड़ना है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड स्थित महोबा ज़िले में परियोजना का उद्घाटन किया था.
बिल्कुल यही पोस्ट भाजपा के कई सदस्यों ने यहां, यहां, यहां, यहां और यहां, साथ ही गुजरात हिंदू युवा वाहिनी के अध्यक्ष ने भी शेयर किया है.
हालांकि, पोस्ट भ्रामक है
तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर श्रीशैलम बांध से जुड़ी न्यूज़ रिपोर्ट्स में ये दिखी.
2019 की एक रिपोर्ट में द् न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने इस तस्वीर का प्रयोग किया था, इसकी हेडलाइन है: “तेलंगाना-आंध्र प्रदेश बॉर्डर में श्रीशैलम, नागार्जुन सागर प्रोजेक्ट को भारी आनंद मिलने की संभावना है.”
बिल्कुल यही तस्वीर डेक्कन क्रॉनिकल के 2016 के एक आर्टिकल में प्रकाशित की गई थी.
गूगल मैप्स में भी इस बांध की बिल्कुल यही तस्वीर दिखाई गई है.
बिल्कुल यही तस्वीर डेक्कन क्रॉनिकल के 2016 के एक आर्टिकल में प्रकाशित की गई थी.
गूगल मैप्स में भी इस बांध की बिल्कुल यही तस्वीर दिखाई गई है.
श्रीशैलम बांध का निर्माण कृष्णा नदी पर तेलंगाना के महबूबनगर ज़िले और आंध्र प्रदेश के कुरनूल ज़िले की सीमा पर श्रीशैलम मंदिर शहर के पास किया गया है.
कृष्णा नदी प्रबंधन बोर्ड की वेबसाइट के मुताबिक़ यह देश का दूसरा सबसे बड़ी क्षमता वाला हाइड्रोलिक स्टेशन है.
AFP ने पहले भी भारतीय जनता पार्टी के के नेताओं द्वारा शेयर किये गये भ्रामक दावों का फ़ैक्ट चेक यहां और यहां किया है.