
बीजेपी सदस्य ने किया ग़लत दावा कि टोक्यो ओलंपिक्स के वॉलिंटियर्स को 'हिंदी' मेडल मिलेगा
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- प्रकाशित 20 जुलाई 2021, 10h49
- अपडेटेड 20 जुलाई 2021, 14h04
- 2 मिनट
- द्वारा एफप भारत
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मेडल की ये तस्वीर 28 जून, 2021 को पूर्व भारतीय एथलीट और सेनाधिकारी सुरेंद्र पूनिया ने फ़ेसबुक और ट्विटर पर शेयर करते हुए दावा किया था कि "जापान के टोक्यो में होने वाले ओलिंपिक खेलो में इस बार वालंटियर्स को दिए जाने वाले मेडल पर दूसरी भाषाओ के साथ हमारी राष्ट्रीय भाषा हिंदी में भी स्वयंगसेवक लिखा हुआ होगा. "स्वयंगसेवक" नाम सुनते ही रोमन गुलामो का दिल बैठ सा जाता हैं. जय हिन्द."
मेजर सुरेंद्र पूनिया द्वारा किया गया दावा गलत हैं. मालूम हो कि सुरेंद्र पूनिया 2019 में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे.
शेयर की गई मेडल की तस्वीर पर कई भाषाओं में वॉलिंटियर्स लिखा है जिसमें हिंदी शब्द 'स्वयंसेवक' भी शामिल है. ये तस्वीर और भी फ़ेसबुक यूजर्स ने शेयर की जिसे आप यहां और यहां देख सकते हैं.

AFP को ओलिंपिक प्रबंधन कमिटी एक प्रवक्ता ने बताया, "टोक्यो 2020 ऐसे किसी भी आइटम के डिज़ाइन, निर्माण, प्रमोशन या वितरण की बात को खारिज करता है.”
टोक्यो 2020 की आधिकारिक वेबसाइट पर वॉलिंटियर्स को दी जाने वाली चीज़ों में मेडल का कोई ज़िक्र नहीं है. इस मेडल की तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर मालूम पड़ता है ये ई-कॉमर्स वेबसाइट ebay पर बेची जा रही है.

महामारी के कारण टोक्यो 2020 इस वर्ष 23 जुलाई, 2021 से आयोजित किया जा रहा है.
जापान में कोविड 19 के कारण आपातकाल घोषित कर दिया गया था. ऐसा पहली बार होगा जब स्टेडियम में भारी भरकम भीड़ देखने को नहीं मिलेगी.
