
ये वीडियो पाकिस्तान के एक हिंदू व्यक्ति को अपनी पत्नी से जोर जबरदस्ती करते दिखाता है
- यह आर्टिकल एक साल से अधिक पुराना है.
- प्रकाशित 12 जनवरी 2022, 09h53
- 3 मिनट
- द्वारा Anuradha PRASAD, एफप भारत
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यह वीडियो यहां 23 दिसंबर को दक्षिणपंथी मीडिया आउटलेट ऑप इंडिया के इंस्टाग्राम पेज पर शेयर किया गया था. इसे यहां 30,000 से अधिक बार देखा गया.

वीडियो में टेक्स्ट लिखा है: "पाकिस्तान: अपहरणकर्ताओं ने दिनदहाड़े एक हिंदू महिला को कार के अंदर खींचकर बलात्कार किया और शादी और धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया."
द वायर की यहां एक रिपोर्ट के अनुसार मुस्लिम बहुल पाकिस्तान में हिंदू महिलाओं के अपहरण के अनेकों मामले सामने आ चुके हैं जहां उनकी इच्छा के विरुद्ध इस्लाम में धर्मांतरण भी किया गया और उनकी ज़बरदस्ती शादी कर दी गई.
2021 में यहां पाकिस्तानी समाचार आउटलेट द डॉन द्वारा और 2022 में NDTV द्वारा भी ऐसे मामलों पर रिपोर्ट की गई है.
यह वीडियो सोशल मीडिया पर तब वायरल हुआ जब भारतीय जनता पार्टी के सदस्य मनजिंदर सिंह सिरसा ने 21 दिसंबर को यहां ट्विटर पर इसी तरह के फ़ुटेज शेयर किए.
सिरसा ने ट्वीट के कैप्शन में लिखा: "अवाक! देखिए कैसे उमरकोट, सिंध-पाकिस्तान की सत्र अदालत के बाहर एक हिंदू महिला का दिनदहाड़े अपहरण कर लिया जाता है. वह मदद के लिए चिल्ला रही है लेकिन वे किसी भी पुलिस या कार्रवाई से डरते नहीं हैं और वे उसे बालों से घसीटकर कार के अंदर डाल देते हैं.”
वीडियो को इसी तरह के दावे के साथ यहां और यहां फ़ेसबुक पर और यहां और यहां ट्विटर पर भी शेयर किया गया.
इस मलयालम भाषा के फ़ेसबुक पोस्ट में भी वीडियो के स्क्रीनशॉट शेयर किए गए थे.
हालांकि वीडियो को भ्रामक संदर्भ में शेयर किया गया है.
घरेलु विवाद
न्यूज़ रिपोर्ट्स के मुताबिक महिला ने तलाक़ की अर्ज़ी दी थी जिसके बाद उसे दिन दहाड़े घसीट कर ले जाया गया.
ख़बर से संबंधित कुछ कीवर्ड गूगल सर्च करने पर उर्दू में पाकिस्तान के न्यूज़ चैनल Geo TV में 20 दिसंबर को पब्लिश एक रिपोर्ट यहां मिली.
रिपोर्ट की हेडलाइन में लिखा है: "उमरकोट में, तलाक़ लेने के लिए स्थानीय अदालत में आई एक महिला को सार्वजनिक रूप से अपमानित किया गया.”
न्यूज एंकर को रिपोर्ट में कहते सुना जा सकता है: "उमरकोट में, एक महिला को बालों से पकड़ लिया गया और सार्वजनिक रूप से घसीटा गया. अपराधियों ने महिला को बालों से पकड़ लिया, उसे एक कार में बिठाया और भाग गए.”
"पुलिस के मुताबिक, महिला अपने पति से तलाक़ लेने के लिए एक स्थानीय अदालत में आई थी. पुलिस ने महिला को मुक्त कर एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है."
रिपोर्ट में यह नहीं कहा गया है कि महिला के साथ बलात्कार, जबरन शादी और इस्लाम धर्म अपनाने के लिए किसी भी तरह का कोई हमला किया गया हो.
नीचे भ्रामक पोस्ट के वीडियो (बायें) और जियो टीवी (दायें) द्वारा प्रकाशित वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना है:

द डॉन अख़बार ने यहां 21 दिसंबर को इस वायरल वीडियो के संबंध में रिपोर्ट किया था.
घटना में शामिल सभी हिंदू थे
भ्रामक पोस्ट के बारे में जवाब देते हुए, सिंध प्रांत के एक पुलिस निरीक्षक अट्टा मोहम्मद ने AFP से पुष्टि की: "यह एक घरेलू झगड़े का मामला है. परिवार के सदस्यों ने आपस में ही लड़ाई की थी. एक संदिग्ध हिरासत में है और चार अन्य को इस मामले में अदालत द्वारा जमानत दे दी गई है.”
उन्होंने ये भी कहा कि वे सभी लोग हिंदू समुदाय से हैं.
बता दे कि उमरकोट पाकिस्तान का हिंदु बहुल जिला है.
