मायावती की भाजपा से गठबंधन की पुरानी ख़बर भ्रामक दावे से वायरल
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- प्रकाशित 16 फरवरी 2022, 10h13
- 2 मिनट
- द्वारा Anuradha PRASAD, एफप भारत
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फ़ेसबुक पर ये तस्वीर यहां 31 जनवरी 2022 को शेयर की गई है.
अख़बार की इस क्लिप में मायावती की तस्वीर के साथ हेडलाइन में लिखा है; “भाजपा से मिल सपा को हरायेंगे.”
ये न्यूज़ क्लिप फ़ेसबुक पर यहां, यहां और ट्विटर पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के महासचिव अरुण राजभर द्वारा यहां शेयर की गई है.
सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स इस ख़बर को हालिया समझ रहे हैं.
एक यूज़र ने कमेंट में लिखा; “मायावती राजनीतिक सत्ता के लिए पिछड़े दलितों का स्वाभिमान भाजपा के पास गिरवी रख रही है.”
एक अन्य यूज़र ने लिखा; “पिछली बार एसपी के साथ जो कुछ भी सीट लायी थी यूपी में इसबार तो सूपड़ा ही साफ़ हो जाएगा इसका.”
हालांकि ये पोस्ट भ्रामक है;
सोशल मीडिया पर ही कुछ यूज़र्स ने दैनिक जागरण की इस वायरल क्लिप के एक लंबे हिस्से को शेयर किया था जिसे 30 अक्टूबर, 2020 को प्रकाशित किया गया था.
दैनिक जागरण ने इस ख़बर को अपनी वेबसाइट पर यहां 29 अक्टूबर 2020 को प्रकाशित किया था.
ख़बर में लिखा है कि मायावती ने उत्तर प्रदेश विधानपरिषद के चुनाव से पहले उन सात विधायकों को बर्खास्त कर दिया, जिन पर उन्होंने चुनाव में सपा के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया था.
उन्होंने सपा को जीतने से रोकने के लिए अपनी प्रतिद्वंद्वी भाजपा का समर्थन करने का संकल्प लिया.
कई मीडिया रिपोर्ट्स में यहां, यहां और यहां मायावती द्वारा भाजपा के लिए समर्थन की घोषणा को कवर किया गया था.
बसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता फैज़ान खान ने कहा कि पार्टी ने उत्तर प्रदेश 2022 के चुनाव में भाजपा या किसी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन नहीं किया है.
उन्होंने AFP को बताया, "हम अपने दम पर अपनी सरकार बनाएंगे. हमें किसी अन्य पार्टी के समर्थन की जरूरत नहीं है, जो अल्पसंख्यकों के खिलाफ़ भेदभाव करती है."
इसके अलावा, 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए मायावती के भाजपा के साथ हाथ मिलाने की कोई हालिया मीडिया रिपोर्ट नहीं है.