हिजाब पहनी लड़कियों पर पानी फेंकने का वायरल वीडियो कर्नाटक का नहीं है

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  • प्रकाशित 25 फरवरी 2022, 06h55
  • अपडेटेड 25 फरवरी 2022, 07h03
  • 4 मिनट
  • द्वारा एफप भारत
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि ये हिजाब पहनी हुई लड़कियों के ऊपर ग़ैर मुस्लिमों द्वारा किये जा रहे ज़ुल्म को दिखाता है. हालांकि दावा ग़लत है; इस वीडियो को AFP की टीम ने पहले भी फ़ैक्ट-चेक किया है और पाया कि ये वीडियो श्रीलंका के एक विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्रों के बीच आपस में एक दूसरे के ऊपर पानी फेंकने का है. 
 

वीडियो को फ़ेसबुक पर यहां 11 फ़रवरी, 2022 को शेयर किया गया है. 

वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, "बुर्क़ा पहन कर जाने वाली मुस्लिम लड़कियों पर किस तरह ज़ुल्म किया जा रहा है. कर्नाटक में यह कोई मुसलमान करता तो झगड़े फ़साद हो जाते. लेकिन इन मालूनों को रोकने वाला कोई नहीं."

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भ्रामक फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट

वीडियो को फ़ेसबुक पर यहां, यहां और यहां; और ट्विटर पर यहां और यहां इसी दावे के साथ शेयर किया गया है. 

ये वीडियो फ़ुटेज असल में श्रीलंका के एक विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह की है.

लंका सन न्यूज़ नाम के एक फ़ेसबुक पेज पर बिल्कुल यही वीडियो 24 फ़रवरी 2019 को यहां शेयर किया गया है. इसके साथ लिखा है कि ये पूर्वी श्रीलंका के वंथारूमूलई में स्थित एक विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह का है.

वीडियो के साथ तमिल भाषा में लिखे कैप्शन का हिंदी अनुवाद है: “कृपया इसे देखें और शेयर करें…पूर्वी श्रीलंका.”

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लंका सन न्यूज़ नाम के एक फ़ेसबुक पेज पर 24 फ़रवरी 2019 को अपलोड किये गए वीडियो का स्क्रीनशॉट

तमिल भारत के तमिलनाडु और पड़ोसी राज्य श्रीलंका में बोली जाती है.

AFP के कोलंबो ब्यूरो के एक पत्रकार ने वीडियो का विश्लेषण किया और बताया कि वीडियो में जो लोग बातचीत करते सुनाई दे रहे हैं वो श्रीलंका की तमिल भाषा बोल रहे हैं.

वीडियो में एक जगह एक व्यक्ति अपने दोस्त से उनके ऊपर पानी फेंकने के लिये कहते हुए सुनाई देता है, “इसे लो और उनके ऊपर फेंको.”

विदेशों में रहने वाले श्रीलंकाई तमिल लोगों द्वारा चलाई जा रही वेबसाइट पुतितु पर भी ये वीडियो 24 फ़रवरी, 2019 के एक आर्टिकल में अपलोड किया जा चुका है.

वेबसाइट के अनुसार उस विश्वविद्यालय के छात्रों से ये बात कन्फर्म की गई है कि ये वीडियो उनके कैम्पस का है. 

तमिल वेबसाइट पुतितु की रिपोर्ट की हेडलाइन में लिखा है: “पूर्वी विश्वविद्यालय की छात्राओं पर हमले की निंदा.”

रिपोर्ट में आगे लिखा है: “फ़ेसबुक पर एक वीडियो काफ़ी वायरल है जिसमें बड़ी संख्या में महिला छात्रों का कुछ पुरुष छात्रों द्वारा पीछा कर उन्हें पानी से भिगोया जा रहा है. वीडियो के बारे में लिखने वालों ने कहा कि विश्वविद्यालय के सीनियर छात्रों ने नये छात्रों के साथ ये व्यवहार किया है."

पुतितु ने ईस्टर्न यूनिवर्सिटी के छात्रों से इस बात की पुष्टि की है कि यह घटना विश्वविद्यालय में हुई है.

नीचे वेबसाइट की अनुवाद की हुई रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट है: 

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AFP ने वीडियो की लोकेशन का भी विश्लेषण किया और वंतारुमूलाई में पूर्वी विश्वविद्यालय की अन्य तस्वीरों के साथ इसे क्रॉस चेक किया.

श्रीलंका में पूर्वी विश्वविद्यालय के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो में 0:39 सेकेंड पर सड़क के किनारे लगे पेड़ दिखतें है.

इस वीडियो में एक जगह बुर्क़े में जाती महिलाएं भी नज़र आ रही हैं. वीडियो में दिख रहे पेड़ और परिसर में लगे पेड़ भी वायरल वीडियो की लोकेशन से बिल्कुल मिलते जुलते हैं. 

भ्रामक वीडियो (बाएं) और विश्वविद्यालय के आधिकारिक चैनल के वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट देखे जा सकते हैं. 

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ये जगह ऑनलाइन मैप प्लेटफॉर्म मैपिलरी पर पूर्वी विश्वविद्यालय कैंपस के स्ट्रीट व्यू से भी मेल खाती है.

मैपिलरी पर ये जगह नीचे स्क्रीनशॉट में देख सकते हैं:

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मैपिलरी पर ये जगह यहां देख सकते हैं.

ये वीडियो 2019 में भी भारत का बताकर वायरल हो चुका है , इसकी रिपोर्ट AFP ने अंग्रेज़ी में यहां प्रकाशित की थी. 

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