पंजाब की इस रैली में खालिस्तान समर्थक नारे तो लगे, लेकिन ये रैली चुनाव नतीजों के पहले की है
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- प्रकाशित 6 अप्रैल 2022, 10h23
- 3 मिनट
- द्वारा Anuradha PRASAD, एफप भारत
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वीडियो को यहां 15 मार्च, 2022 को फ़ेसबुक पर शेयर किया गया जहां इसे अब तक 21,000 बार से अधिक देखा जा चुका है.
ये पोस्ट पंजाब में अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की भारी मतों से जीत के बाद शेयर किये गए.
पंजाब में 10 मार्च, 2022 को चुनावी नतीजे आने के बाद शेयर किये गए इस वीडियो के साथ दावा है कि इसमें सिख अलगाववादी खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाकर अलग देश की मांग कर रहे हैं.
वीडियो में भीड़ को "खालिस्तान जिंदाबाद" के बारे सुना जा सकता है.
पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, "पंजाब में केजरीवाल की सरकार बनते ही खालिस्तान समर्थक खुलेआम रैलियां निकलने लगे. क्या केजरीवाल उन पर देशद्रोह का मुकदमा कर पाएंगे? अगर पंजाब सरकार उन पर देशद्रोह का मुकदमा नहीं करती है गृह मंत्री अमित शाह को खालिस्तान समर्थकों के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री को बंद कर देना चाहिए,"
वीडियो को इसी दावे से फ़ेसबुक पर यहां, यहां; ट्विटर पर यहां, यहां शेयर किया गया है.
वीडियो क्लिप को भ्रामक संदर्भ में शेयर किया जा रहा है.
चुनाव के पहले की रैली
फ़ेसबुक पर कीवर्ड सर्च करने पर हमें ये वीडियो मीडिया आउटलेट NEWJ की एक रिपोर्ट में यहां 25 फ़रवरी, 2022 को पंजाब चुनाव के परिणाम के दो हफ़्ते पहले अपलोड मिला.
रिपोर्ट के अनुसार वीडियो में दिख रही रैली ऐक्टर और कार्यकर्ता दीप सिद्धू की याद में 21 फ़रवरी, 2022 को पंजाब के बठिंडा में आयोजित की गई थी. दीप सिद्धू की 21 फ़रवरी, 2022 को एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी थी.
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक दीप सिद्धू भारत के किसान आंदोलन में एक महत्वपूर्ण चेहरा बन गए थे जो अपने भाषणों में सिख अलगाववादी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले के बारे में भी बात करते थे.
एक यूट्यूब चैनल VK न्यूज ने भी बिल्कुल यही फुटेज शेयर की है.
नीचे वायरल वीडियो (बाएं) और VK न्यूज की वीडियो रिपोर्ट (दाएं) के स्क्रीनशॉट के बीच एक तुलना है.
रिपोर्ट लिखने तक ऐसी कोई भी आधिकारिक मीडिया रिपोर्ट नहीं प्राप्त हुई है जिसमें ये दावा किया गया हो कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे हों.
पंजाबी आउटलेट रेडियो पंजाब टुडे के संस्थापक सवर्ण सिंह दानवालिया ने AFP को बताया कि भ्रामक पोस्ट में दिखाया गया वीडियो एक्टर दीप सिद्धू को समर्पित एक रैली का है.
उन्होंने कहा कि, "ये वीडियो दीप सिद्धू के निधन के बाद बठिंडा में की गई एक रैली का है. यह 21 फ़रवरी, 2022 को घोरा चौक पर आयोजित किया गया था."
नीचे वायरल वीडियो में एक प्लेकार्ड (बाएं) और सवर्ण सिंह द्वारा भेजे गए वीडियो (दाएं) के बीच एक तुलना है, जिसमें अंग्रेज़ी में लिखा है "जस्टिस फ़ॉर दीप सिद्धू."