ये वीडियो दक्षिण चीन में प्लेन क्रैश नहीं, पूर्वी प्रांत के जंगल में लगी आग को दिखा है

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  • प्रकाशित 19 अप्रैल 2022, 17h50
  • अपडेटेड 19 अप्रैल 2022, 17h53
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चीन के दक्षिणी क्षेत्र गुआंग्शी में 21 मार्च, 2022 को 132 लोगों को लेकर जा रहा चीन ईस्टर्न एयरलाइंस का एक यात्री जेट एक पहाड़ी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इसके बाद से ही सोशल मीडिया और कई समाचार रिपोर्ट्स में एक वीडियो को शेयर कर दावा किया गया कि ये वीडियो दुर्घटनाग्रस्त एयरलाइन का है. लेकिन शांगहांग काउंटी में एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि ये वीडियो वास्तव में जेट दुर्घटना से एक दिन पहले का है जो पहाड़ियों में लगी आग को दिखाता है. 

फेसबुक पर इस वीडियो को यहां 21 मार्च, 2022 को शेयर किया गया है जहां इसे अब तक 14,000 बार से भी अधिक देखा जा चुका है.

पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, "चीन में बड़ा विमान हादसा. दक्षिणी चीन में प्लेन क्रैश होने के बाद का वीडियो आया सामने."

51 सेकंड की वीडियो क्लिप में पहाड़ियों के ऊपर से आग की लपटें और धुआं उठता दिखाई दे रहा है. बैकग्राउंड में कई लोग बातचीत करते भी सुनाई दे रहे हैं.

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भ्रामक पोस्ट का 6 अप्रैल, 2022 को लिया गया स्क्रीनशॉट

ख़बरों के मुताबिक 21 मार्च, 2022 को चीन के गुआंग्शी में चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस का एक विमान बोइंग 737 क्रैश हो गया जिसमें सवार सभी 132 लोगों की मृत्यु हो गई है.

वीडियो को इसी दावे के साथ फेसबुक पर यहां, यहां और यहां शेयर किया गया है.

कई हिंदी न्यूज वेबसाइट्स ने भी इस वीडियो की तस्वीरों को यहां, यहां और यहां भ्रामक रूप से शेयर किया है.

हालांकि वीडियो को भ्रामक संदर्भ में शेयर किया जा रहा है.

पहाड़ियों में लगी आग

कीवर्ड सर्च करने पर हमें चीन के एक अख़बार मॉडर्न एक्सप्रेस पोस्ट की एक रिपोर्ट मिली जिसके अनुसार ये वीडियो फुजियान प्रांत के एक शहर लोंग्यान में लगी आग का है जो एयरलाइन क्रैश की जगह वुज़ू से लगभग 800 किलोमीटर दूर है

लोंग्यान के शांगहांग काउंटी के एक सरकारी प्रवक्ता ने AFP को बताया कि वीडियो 20 मार्च एक गांव में लगी आग को दिखाया गया है. 

प्रवक्ता ने कहा, "वायरल हो रहा वीडियो प्लान के क्रैश का नहीं है बल्कि ये शांगहांग काउंटी के एक इलाके में 20 मार्च को लगी आग का है."

सरकारी प्रवक्ता के अनुसार ये आग एक मकबरे की सफाई के दौरान लगी थी, इस इलाके में पूर्वजों की कब्रों की सफाई का रिवाज है जिसमें जलती हुई जॉस स्टिक या कागज प्रसाद के रूप में चढ़ाते हैं.

AFP ने लिन नाम के एक व्यक्ति का पता लगाया जो आग लगने वाली जगह के पास ही लोंगपाई नाम के गांव में रहते हैं.

उन्होंने 20 मार्च को एक स्थानीय समुदाय वीचैट के ग्रुप में शेयर किए जा रहे वीडियो क्लिप्स के स्क्रीनशॉट के साथ पुराने वीडियो भी भेजा.

इसे AFP द्वारा लाल रंग में हाइलाइट किए गए टाइमस्टैंप के साथ नीचे देखा जा सकता है.

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वीचैट पर लिन द्वारा बातचीत का 23 मार्च को लिया गया स्क्रीनशॉट

नीचे भ्रामक पोस्ट के वीडियो (बाएं) और 20 मार्च को वीचैट में शेयर किए गए वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट के बीच दो तुलनाएं दी हैं.

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भ्रामक पोस्ट (बाएं) और वीचैट वीडियो (दाएं) में वीडियो की स्क्रीनशॉट तुलना

AFP ने यहां Baidu मैप्स के नक्शे पर इस गांव का पता लगाया जो वीडियो में दिखाए गए क्षेत्र से बिलकुल मिलते जुलते पहाड़ी इलाके को दिखाता है.

लिन ने AFP को बताया कि वीडियो में जिन लोगों की बातचीत सुनाई दे रही है वो उस इलाके की स्थानीय बोली 'हक्का बोली' में बातचीत कर रहे हैं.

उन्होंने बातचीत का एक अनुवाद AFP को भेजा जिसके अनुसार वक्ताओं में से कोई एक कह रहा है कि कब्र की सफाई करते समय किसी की लापरवाही से ये आग लगी है.

एक महिला की बातचीत का अनुवाद उन्होंने किया, "आग इतनी तेज है, जो व्यक्ति वहां कब्र की सफाई के लिए गया है वो कितना लापरवाह है सच में."

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