वायरल वीडियो में दिख रही रैली पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी के बाद की नहीं है

  • यह आर्टिकल एक साल से अधिक पुराना है.
  • प्रकाशित 29 जून 2022, 13h48
  • 3 मिनट
  • द्वारा Uzair RIZVI, एफप भारत
  • अनुवाद और अनुकूलन Devesh MISHRA
पैगंबर मुहम्मद पर भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के कथित विवादास्पद बयान से जोड़कर एक वीडियो काफ़ी वायरल है. इसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि नुपुर शर्मा के बयान के विरोध में कई मुस्लिम बहुल देशों में मुसलमानों ने रैली निकाली है. ये दावा गलत है; असल मे वीडियो पाकिस्तान में 2021 में एक मौलवी की मृत्यु के बाद उनकी याद में आयोजित एक धार्मिक रैली का है.

फ़ेसबुक पर 30 सेकेंड की इस वायरल क्लिप को 6 जून, 2022 को यहां शेयर किया गया है, जहां इसे 24,000 से भी ज़्यादा बार देखा जा चुका है.

वीडियो में सड़क पर काफ़ी भीड़ दिख रही है जो अरबी में नारे लगा रही है "पैगंबर, हम आपके साथ हैं."

पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “पैगंबर मुहम्मद के सम्मान में, आज सऊदी, ईरान, कतर, कुवैत, लीबिया, ओमान, बहरीन और अफगानिस्तान के लोग एक साथ आए और बताया कि मुहम्मद अल्लाह के पैगंबर हैं, यह मेरे पैगंबर की महिमा है, देखो मेरे नबी की शान, बच्चा बच्चा है कुर्बान.”

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भ्रामक पोस्ट का स्क्रीनशाॅट, जून 23, 2022

इस क्लिप को इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां, और यहां शेयर किया गया है. 

आपको बता दें, ये दावा गलत है.

रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें ऐसी ही एक वीडियो क्लिप यूट्यूब पर 4 जनवरी 2021 को अपलोड की गई मिली.

यूट्यूब वीडियो के कैप्शन में लिखा है, “अल्लामा खादिम हुसैन रिज़वी का चेहल्लुम, 2021.”

चेहल्लुम किसी व्यक्ति की मृत्यु के चालीसवें दिन आयोजित स्मरण उत्सव समारोह को कहते हैं. टीएलपी के एक बयान के अनुसार रिज़वी के लिए 3 जनवरी, 2021 को पूर्वी पाकिस्तान के लाहौर में इसका आयोजन हुआ था.

तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान पार्टी (TLP) का नेतृत्व करने वाले दक्षिणपंथी मुस्लिम मौलवी खादिम हुसैन रिज़वी का 19 नवंबर, 2020 को निधन हो गया था.

रिज़वी ने पाकिस्तान में धार्मिक अधिकारों के लिये काफ़ी काम किया था. 

स्थानीय मीडिया आउटलेट्स ने जनवरी 2021 में यहां और यहां उनके कार्यक्रम के बारे में रिपोर्ट किया है. 

नीचे भ्रामक पोस्ट के वीडियो (बायें) और 2021 में रिज़वी के चेहल्लुम के यूट्यूब वीडियो (दायें) के स्क्रीनशाॅट के बीच तुलना है. 

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( Uzair RIZVI)

टीएलपी द्वारा जनवरी 2021 में प्रसारित जुलूस की एक योजना से पता चला कि यह रैली मुल्तान रोड पर हुई थी.

इस इलाके की सैटेलाइट इमेज से पता चलता है कि रिज़वी के जुलूस के वीडियो में दिखाई देने वाली ट्रेन की पटरियां इससे मेल खाती हैं. 

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गूगल मैप से ली गई मुलतान रोड की तस्वीर का स्क्रीनशाॅट

मुल्तान रोड के साथ गूगल मैप्स पर शेयर की कई अन्य तस्वीरों और एक वीडियो में भी ये एलिवेटेड रेल ओवरपास दिखाई देता है. 

पैगंबर मुहम्मद से संबंधित विवाद से जुड़े अन्य फ़ैक्ट चेक AFP ने यहां, यहां और यहां किये हैं. 

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