सेना अभ्यर्थी की आत्महत्या का पुराना मामला अग्निपथ योजना से जोड़कर वायरल
- यह आर्टिकल एक साल से अधिक पुराना है.
- प्रकाशित 30 जून 2022, 15h46
- 4 मिनट
- द्वारा Anuradha PRASAD, एफप भारत
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अग्निपथ योजना के विरोध में चल रहे प्रदर्शन के बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर ग़लत दावे के साथ वायरल है. तस्वीर शेयर करते हुए यूज़र्स ने एक युवक की मौत की ख़बर को इस हालिया योजना के साथ जोड़ा. हालांकि दैनिक भास्कर में इसी साल अप्रैल में छपी ये तस्वीर तब की है जब अग्निपथ योजना की घोषणा भी नहीं हुई थी.
वायरल तस्वीर विचलित कर देने वाली है और किसी अख़बार में छपी ख़बर का हिस्सा मालूम होती है. तस्वीर में एक व्यक्ति की टांगे लटकती हुई देखी जा सकती हैं और ऊपर मोटे अक्षरों में लिखा है, “बेरोजगारी ने मार डाला.”
आगे ख़बर के उप-शीर्षक में लिखा है, “बापू! इस जन्म में फौजी नहीं बन पाया, अगल। जन्म में जरूर बनूंगा.”
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि तीन साल से भर्ती न होने की वजह से दो लाख युवा सेना भर्ती की तयशुदा उम्र पार कर गए परीक्षा से बाहर हो गए.
अख़बार की ये कटिंग 18 जून को एक इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की गयी जिसके 42,000 से ज़्यादा फॉलोवर्स हैं.
इंस्टाग्राम पोस्ट के कैप्शन में "#अग्निपथ" लिखते हुए अग्निपथ योजना की तरफ़ इशारा किया गया जिसकी घोषणा सरकार ने 14 जून, 2022 को की थी. इसके बाद पूरे देश में हिंसक प्रदर्शन देखने को मिले.
ये तस्वीर फ़ेसबुक पर यहां और यहां; और ट्विटर पर यहां और यहां शेयर की गयी है.
बता दें कि अग्निपथ भारतीय सेना में प्रतिवर्ष करीब 50,000 नौजवानों को चार साल के लिए भर्ती करने की योजना है. चार साल के बाद 25 फ़ीसदी लोगों को ही सेना में स्थायी जगह मिलेगी, बाकि लोगों को कुछ रिटायरमेंट राशि के साथ सेवानिवृत घोषित कर दिया जायेगा.
इस नीति के ख़िलाफ़ बिहार समेत बेरोज़गारी से जूझ रहे ऐसे कई राज्यों में भयंकर विरोध और हिंसा का माहौल देखा गया.
हालांकि हालिया विरोध के बाद भी आत्महत्या की घटनाएं (यहां और यहां) सामने आयीं, लेकिन वायरल हो रही तस्वीर योजना घोषित होने से पहले की है.
अख़बार में छपी पुरानी ख़बर का हिस्सा
तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें मालूम चला कि ये 29 अप्रैल, 2022 को दैनिक भास्कर में छपी थी. अख़बार के ई-पेपर में ख़बर यहां देखी जा सकती है.
रिपोर्ट के मुताबिक मृत व्यक्ति की पहचान 23-वर्षीय पवन के तौर पर की गयी थी. पवन के आत्महत्या की ये घटना हरियाणा के भिवानी की है.
चेतावनी
रिपोर्ट में आगे बताया गया कि पवन सेना में जाने की तैयारी कर रहा था. कोरोना के कारण भर्ती में दो साल की देरी की वजह से उसकी उम्र तयशुदा उम्र सीमा से ज़्यादा हो गयी और उसने निराश हो कर जान दे दी.
अन्य मीडिया संस्थानों ने भी इस घटना को यहां और यहां रिपोर्ट किया है.
ये तस्वीर असल में दैनिक भास्कर के स्ट्रिंगर भूपेंद्र सिहाग ने 27 अप्रैल, 2022 को ली थी.
भूपेंद्र ने AFP को मृतक की पूरी तस्वीर भेजी जिसे हमने नीचे क्रॉप करके दिखाया है.
नीचे भ्रामक दावे से वायरल तस्वीर (बाएं) के साथ भूपेंद्र द्वारा AFP को भेजी गयी तस्वीर को क्रॉप कर तुलना की गयी है (दाएं).
चेतावनी
'आसरा' मानसिक तनाव से जूझ रहे लोगों की मदद से जुड़ी संस्था है. अपनी परेशानी बताने और मदद के लिए 24 घंटे चालू रहने वाले इस नंबर पर संपर्क करें - 91-9820466726.