हैदराबाद मस्जिद में धमाके की खबर गलत है

  • यह आर्टिकल एक साल से अधिक पुराना है.
  • प्रकाशित 6 जुलाई 2022, 13h06
  • 3 मिनट
  • द्वारा Anuradha PRASAD, एफप भारत
सोशल मीडिया पर 'आज तक' के एक ख़बर का स्क्रीनशॉट वायरल है जिसके मुताबिक हैदराबाद के अफ़ज़लगंज क्षेत्र में एक मस्जिद के अंदर रासायनिक धमाका हो गया. आपको बता दें कि ये ख़बर ग़लत है: आजतक ने ख़बर में सुधार करते हुए साफ़ किया कि धमाका मस्जिद के बाहर हुआ था. स्थानीय पुलिस ने भी AFP से इसकी पुष्टि की.

ये ख़बर ट्विटर पर 13 जून, 2022 को यहां शेयर की गयी.

पोस्ट में आज तक की एक ख़बर का स्क्रीनशॉट है जिसमें लिखा है, “हैदराबाद: गौलीगुडा गोल मस्जिद में केमिकल ब्लास्ट, 2 लोग गंभीर रूप से घायल ” 

स्क्रीनशॉट में आज तक में इस घटना पर छपी ख़बर देखी जा सकती है.

इसे शेयर करते हुए एक यूज़र ने लिखा, “मस्जिद में कैमिकल का क्या काम? इतना कैमिकल की उसमे ब्लास्ट हो जाये क्यों इकट्ठा किया गया था? कैसा कैमिकल था जिसमें ब्लास्ट हो जाये? #IslamicTerrorismInIndia.”

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भ्रामक पोस्ट का 24 जून, 2022 को लिया गया स्क्रीनशॉट

कुछ ऐसे ही  कैप्शन के साथ ये ख़बर फ़ेसबुक पर यहां और यहां; और ट्विटर पर यहां शेयर की गयी.

हालाँकि ये धमाका मस्जिद के अंदर नहीं हुआ था. अफ़ज़लगंज पुलिस थाने के इंस्पेक्टर रविंदर रेड्डी ने AFP से बताया कि धमाका मस्जिद से दूर हुआ था. रेड्डी ने हमें ये भी बताया कि इसका किसी तरीके के आतंकी गतिविधि से कोई सम्बन्ध नहीं है.

उन्होंने कहा कि रसायन का काम करने वाले एक बाप-बेटे की दूकान के सामने ये धमाका हुआ था. दोनों एक्सपायर हो चुके केमिकल की सफ़ाई कर रहे थे जब रिएक्शन होने की वजह से भीषण विस्फ़ोट हो गया.

उन्होंने बताया, "जिस केमिकल के रिएक्शन से में धमाका हुआ है हम उसकी जांच कर रहे हैं. दोनों (पिता और बेटा) अपनी दुकान के आगे काम कर रहे थे, मस्जिद के अंदर कोई धमाका नहीं हुआ." 

आज तक ने ख़बर की अपडेट

आज तक की ग़लत ख़बर वाली ट्वीट अब ट्विटर पर मौजूद नहीं है लेकिन वेबसाइट पर पुरानी ख़बर का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.

ख़बर की पुरानी हेडलाइन थी, “हैदराबाद: गौलीगुडा गोल मस्जिद में केमिकल ब्लास्ट, 2 लोग गंभीर रूप से घायल.”

ख़बर अपडेट किये जाने के बाद हेडलाइन है, “हैदराबाद: अफजलगंज में केमिकल ब्लास्ट, कारोबारी की मौके पर मौत, 2 घायल.”

रिपोर्ट के मुताबिक एक शख्स अपने पिता के साथ रसायन का व्यापार करता था. दोनों जब रसायन के अपशिष्ट को नाले में बहा रहे थे तब धमाका हो गया जिसमें बेटे की मौत हो गयी. इस घटना में पिता समेत एक अन्य व्यक्ति बुरी तरह घायल हो गया था. 

आज तक डिजिटल के एग्ज़िक्यूटिव एडिटर पाणिनि आनंद ने AFP को बताया कि उनकी पहली रिपोर्ट में चूक हो गयी थी.

उन्होंने कहा, “हमें धमाके की पहली सूचना पुलिस ने दी थी. इसके बाद पुलिस ने अपना बयान जारी कर कहा कि ये धमाका मस्जिद के पीछे एक कबाड़ी की दुकान के पास हुई है.”

चैनल ने इसके बाद रिपोर्ट अपडेट करते हुए सही हेडलाइन के साथ दोबारा ट्वीट किया. 

आजतक ने बाद में घटना के बारे में अपनी बांग्ला रिपोर्ट में भी सुधार किया जिसका पुराना आर्टिकल आप यहां देख सकते हैं.

न्यूज़ एजेंसी ANI और हिंदी अख़बार जनसत्ता ने भी इस धमाके पर रिपोर्ट किया था. इनमें से किसी भी ख़बर में मस्जिद के अंदर विस्फोट होने की बात नहीं बताई गयी है. 

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