पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और द्रौपदी मुर्मू की पूजा करते हुए तस्वीर भ्रामक दावे से वायरल
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- प्रकाशित 2 अगस्त 2022, 06h55
- 2 मिनट
- द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत
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इस तस्वीर को फ़ेसबुक पर 22 जुलाई को शेयर किया गया था.
पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “विरासत सौंपना या सत्ता हस्तांतरण करना, अपने आप में एक यज्ञ होता है। यज्ञ देवों और महादेव के साक्षित्व में होता है. हस्तांतरण के ये क्षण, इन क्षणों के भाव, अंतर्भाव और वातावरण ही इतिहास लिखते हैं. राष्ट्रपति पद का हस्तांतरण देखिए. राजनैतिक औपचारिकताएं होती रहेंगी, वैदिक प्रतिबद्धता प्रथमतः हो रही है. अब शुभ और लाभ दोनों ही मिलेंगे इस राष्ट्र को.”
तस्वीर को बिल्कुल इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां और यहां शेयर किया गया है.
गूगल पर रिवर्स सर्च करने पर पता चला कि इस तस्वीर को भ्रामक संदर्भ में शेयर किया गया है.
झारखंड दौरे की पुरानी तस्वीर
रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि इस तस्वीर को प्रभात खबर की एक रिपोर्ट में 29 फ़रवरी, 2020 को प्रकाशित किया गया था.
रिपोर्ट के अनुसार तस्वीर तब खींची गयी थी जब तत्कालीन राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद झारखंड स्थित देवघर में बैद्यनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर रहे थे.
रिपोर्ट की हेडलाइन है, "राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने देवघर में बाबा वैद्यनाथ की पूजा की, देश की सुख-समृद्धि की कामना की."
ज्ञात हो कि द्रौपदी मुर्मू उस समय झारखंड राज्य की राज्यपाल थीं और रिपोर्ट में कहा गया है कि वह भी कोविंद के साथ मंदिर में पूजा के दौरान मौजूद थीं.
नीचे भ्रामक दावे से शेयर की जा रही पोस्ट की तस्वीर (बाएं) और प्रभात खबर की रिपोर्ट (दाएं) में प्रकाशित तस्वीर के स्क्रीनशॉट की तुलना है:
बिल्कुल यही तस्वीर 2020 से ही स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में यहां और यहां प्रकाशित की गई है.
बैद्यनाथ मंदिर में कोविंद की यात्रा के बारे में देवघर ज़िला प्रशासन के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर 29 फ़रवरी, 2020 को पोस्ट किए गए एक वीडियो से भी ये तस्वीर मेल खाती है.
रामनाथ कोविंद और द्रौपदी मुर्मू के 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने की तस्वीरें AFP ने यहां और यहां प्रकाशित की थीं.