पानी के सतह पर बनते जलस्तम्भ का ये वीडियो कहाँ से है?

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फ़ेसबुक और ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जलस्तम्भ, यानी पानी का बवंडर देखा गया है. ये दावा भ्रामक है: AFP ने पाया कि ये वीडियो महाराष्ट्र के पुणे ज़िले का है और रिपोर्ट्स के मुताबिक जलस्तम्भ का ये वीडियो वहां 2018 में रिकॉर्ड किया गया था.

ये वीडियो फ़ेसबुक पर 1 अगस्त, 2022 यहां शेयर किया गया.

वीडियो में पानी का एक स्तम्भ आसमान की ओर उठता दिख रहा है.

वायरल पोस्ट के साथ दिए कैप्शन में लिखा है, “प्रयागराज में प्रकृति का अद्भुत नज़ारा! अचानक आसमान में जाने लगा गंगा का पानी. जिसने भी यह दृश्य देखा उसे एकबारगी तो अपनी आंखों पर विश्वास ही नहीं हुआ.”

“हमने आज तक पानी को ऊपर से नीचे की ओर गिरते देखा है. साइंस भी यही कहता है. न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण के नियम के अनुसार पृथ्वी की समस्त चीजों पर यही बात लागू होती है पर प्रयागराज में जो हुआ उसने सभी नियमों—सिद्धांतो पर मानो प्रश्नचिन्ह लगा दिया है."

"पानी जैसा द्रव्य पदार्थ जमीन से आसमान की ओर बह रहा है, यह अविश्वसनीय बात है. हर हर महादेव.”

भ्रामक पोस्ट का 6 अगस्त, 2022 को लिया गया स्क्रीनशॉट

न्यूज़ वेबसाइट फ़ॉक्स वेदर के मुताबिक जलस्तम्भ पानी के ऊपर बनने वाला चक्रवात है. ये ज़मीन पर बनने पर चक्रवात कहलाता है. 

अमेरिकी मौसम विभाग के अनुसार जलस्तम्भ दो प्रकार के होते हैं. पहला, चक्रवाती जलस्तम्भ -- जो तूफ़ान की गंभीर स्थिति में बनते हैं और उनका बहाव नीचे की तरफ़ होता है. दूसरा, फ़ेयर वेदर वाटर स्पाउट (fair weather waterspout) जो कम खत़रनाक है और शांत स्थिति में बनता है. इसका बहाव ज़मीन से ऊपर की तरफ़ होता है. 

ये वीडियो इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां, यहां और यहां; और ट्विटर पर यहां और यहां शेयर किया गया.

हालांकि ये दावा ग़लत है.

इस वीडियो के कीफ़्रेम का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यूट्यूब पर 2018 का एक वीडियो मिला जिसमें ऐसे ही विज़ुअल दिख रहे हैं.  

वीडियो के टाइटल में मराठी भाषा में लिखा है, “पुरंदर तालुका के नाज़रे बांध पर अदभुत नज़ारा.”

नाज़रे बांध महाराष्ट्र के पुणे ज़िले के पुरंदर तालुका में स्थित है.

इसके आगे कीवर्ड सर्च करने पर हमें यूट्यूब पर मुंबई तक की 10 जून, 2018 की एक वीडियो रिपोर्ट मिली.

इसका टाइटल है, “पुणे के पुरंदर तहसील में दिखा TORNADO.”

नीचे वायरल वीडियो (बाएं) और न्यूज़ रिपोर्ट के विज़ुअल (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना दिखाई गयी है:

Screenshot comparison of the video in the false posts (L) and Mumbai Tak's video (R)

वीडियो रिपोर्ट में एक व्यक्ति रिपोर्टर को घटना के बारे में बता रहा है, “बादल में से, एक रॉकेट जैसा, ऐसा वाइट सा बाण जैसा नीचे आ गया, नीचे आने के बाद सीधे वो पानी के ऊपर पहुंचा.”

“पानी पर पहुंच कर वो चक्रवात जैसा बन गया और पानी ऊपर खींचने लगा जैसे मोटा सा पाइपलाइन लगा हो. हम पांच मिनट तक उसे देख रहे थे.”

इस रिपोर्ट में पुणे के मौसम विभाग के तत्कालीन प्रशासनिक प्रमुख अरविन्द श्रीवास्तव का भी इंटरव्यू लिया गया है. 

वो इसमें कहते सुने जा सकते हैं, “देखिये आपलोग देखते होंगे कैसे बवंडर पत्तों को छोटी-मोटी चीज़ों को उठा ले जाते हैं. ये जो है उसी का गहन रूप है.”

“आमतौर पर जो टोर्नेडो कहते हैं जो ज़मीन पे होता है उनकी ऊंचाई... 10-12 किलोमीटर होता है और जब वो गुज़रते हैं तो हवा का घुमावदार वो होता है और हवा का दबाव कम होता है, तो उनके नीचे जो भी चीज़ें होती हैं वो उठ जाती हैं. यही पानी पर होने से पानी उठने लगता है.”

आगे वो ये भी कहते हैं कि ऐसी घटना महाराष्ट्र में पहले भी देखी जा चुकी हैं लेकिन कभी रिकॉर्ड नहीं हो पाती थी.

रिपोर्ट में दिख रहे पत्रकार पंकज खेलकर ने भी AFP को बताया कि ये वीडियो वाकई महाराष्ट्र का है.

उन्होंने कहा, “हां, ये वीडियो पुणे के जेजुरी के पास नाज़रे बांध का है.” 

पुणे में 2018 में जलस्तम्भ की इस घटना पर और भी स्थानीय संस्थानों ने यहां और यहां रिपोर्ट किया था.

AFP को उत्तर प्रदेश में ऐसी किसी भी हालिया प्राकृतिक घटना के बारे में कोई रिपोर्ट नहीं मिली.