कोलकाता में व्यापारी के घर ईडी की रेड का वीडियो आम आदमी पार्टी से जोड़कर वायरल

  • यह आर्टिकल एक साल से अधिक पुराना है.
  • प्रकाशित 14 अक्टूबर 2022, 14h43
  • अपडेटेड 14 अक्टूबर 2022, 14h48
  • 3 मिनट
  • द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के साथ ये दावा किया जा रहा है कि यह गुजरात के सूरत में आम आदमी पार्टी के एक नेता के घर सरकारी छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में अवैध कैश की बरामदगी दिखाता है. हालांकि, दावा गलत है. यह वीडियो वास्तव में कोलकाता के एक स्मार्टफ़ोन ऐप ऑपरेटर के घर पर ईडी की छापेमारी दिखाता है, जिसने कथित तौर पर करोड़ों का घोटाला किया था. स्थानीय पुलिस ने AFP को बताया कि हाल फ़िलहाल में आम आदमी पार्टी के किसी नेता के घर पर ऐसी कोई छापेमारी नहीं हुई है.

वीडियो को ट्विटर पर 5 अक्टूबर, 2022 को शेयर किया गया था, जहां इसे 2,500 से अधिक बार देखा जा चुका है.

वीडियो के साथ तंज कसता हुआ एक कैप्शन है; "गुजरात के सूरत मे आम आदमी पार्टी (झाड़ूवादी) के नेता शेखर अग्रवाल के घर पर Raid पड़ी. इतनी रकम देखकर आपको इनकी चुनाव की तैयारी का आंकलन हो जाएगा.”

लगभग 36 सेकेंड के इस वीडियो में कई लोगों को मशीनों से नोट गिनते हुए दिखाया गया है जबकि एक कमरे में बड़ी मात्रा में नकदी देखी जा सकती है.

Image
गलत दावे से शेयर किये जा रहे ट्वीट का स्क्रीनशॉट)

गुजरात में विधानसभा की 180 सीटों के चुनाव की तारीखों की घोषणा फ़िलहाल नहीं हुई है लेकिन तमाम राजनैतिक दल प्रदेश में चुनावी तैयारियों में लग गये हैं. यह तस्वीर भी आगामी विधानसभा चुनावों से जोड़कर ही शेयर की जा रही है.

वीडियो को इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां, यहां और ट्विटर पर यहां शेयर किया गया है.

पोस्ट पर यूज़र्स के कमेंट से प्रतीत होता है कि उनका मानना है कि AAP इस पैसे का इस्तेमाल मतदाताओं का वोट खरीदने और रिश्वत देने के लिए करेगी.

एक यूज़र ने कमेंट किया, "और ये लोग कहते हैं कि हम राजनीति बदलने और भ्रष्टाचार खत्म करने आए हैं."

एक अन्य ने टिप्पणी की, "यह सारा पैसा वोट खरीदने के लिए जमा किया गया था, आखिरकार यह पार्टी भी भ्रष्ट हो गई."

हालांकि यह दावा गलत है. गुजरात पुलिस के एक प्रवक्ता ने AFP को बताया कि फ़िलहाल सूरत में आम आदमी पार्टी के किसी नेता के घर ऐसी कोई छापेमारी नहीं की गई है.

गेमिंग एप घोटाला

वीडियो के कीफ़्रेम को कुछ कीवर्ड्स के साथ गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि यही वीडियो CNN-News 18 के वेरिफ़ाइड यूट्यूब चैनल पर 11 सितंबर, 2022 को अपलोड किया गया था.

वीडियो के डिसक्रिप्शन में लिखा है कि यह कोलकाता शहर में एक व्यापारी के घर ईडी की छापेमारी के दौरान का है, जहां लगभग 18 करोड़ रुपये नकद ज़ब्त किए गए थे.

वायरल पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, कोलकाता पुलिस के एक प्रवक्ता ने AFP को बताया कि ये वीडियो 10 सितंबर को कोलकाता के एक व्यवसायी के घर पर ईडी की छापेमारी के दौरान का है.

उन्होंने कहा कि व्यापारी पर मोबाइल गेमिंग से धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था.

ईडी ने ट्विटर पर इस छापेमारी को लेकर 3 अक्टूबर को एक बयान भी जारी किया था.

एजेंसी ने ट्वीट में कहा: "ईडी ने मोबाइल गेमिंग ऐप अर्थात् ई-नगेट्स से संबंधित जांच के लिये एक तलाशी अभियान चलाया और पीएमएलए के तहत आमिर खान और उनके सहयोगियों के ₹5.59 करोड़ के खाते की शेष राशि को फ़्रीज़ कर दिया, अब तक, इस मामले में ₹36.96 करोड़ की राशि को ज़ब्त कर दिया गया है."

नीचे गलत दावे से शेयर किये जा रहे वीडियो (बाएं) और CNN News18 की रिपोर्ट (दाएं) के वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना की गई है.

Image

AFP ने पहले भी आम आदमी पार्टी और गुजरात के आगामी विधानसभा चुनाव से जुड़े फ़ैक्ट-चेक यहां, यहां और यहां प्रकाशित किये हैं.

Image

क्या कोई कंटेंट/न्यूज़/वीडियो या तस्वीर है जो आप चाहते हैं की AFP फ़ैक्ट चेक करे?

हमसे संपर्क करें