भारत-चीन सीमा पर सैनिकों के टकराव का ये वीडियो हालिया नहीं है
- यह आर्टिकल एक साल से अधिक पुराना है.
- प्रकाशित 29 दिसंबर 2022, 11h51
- 4 मिनट
- द्वारा Uzair RIZVI, एफप भारत
- अनुवाद और अनुकूलन Anuradha PRASAD
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चेतावनी: विज़ुअल्स परेशान कर सकते हैं
एक घायल चीनी सैनिक का उपचार दिखाते इस वीडियो को ट्विटर पर 12 दिसंबर को पोस्ट किया गया था. इसे 84,000 से अधिक बार देखा जा चुका है.
इस कटाक्षपूर्ण ट्वीट में अभिनेत्री ऋचा चड्ढा पर निशाना साधते हुए लिखा गया है, “कोई ऋचा चड्ढा तक पहुँचा दे उनके चीनी सैनिकों का हाल!”.
चेतावनी
अरुणाचल प्रदेश से लगे भारत-चीन सीमा के पास 9 दिसंबर, 2022 को दोनों पक्षों के बीच हुई हाथापाई के बाद से ये 10-सेकंड-लम्बी क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल है.
AFP की रिपोर्ट के मुताबिक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने बयान में कहा था कि इस घटना में दोनों तरफ़ के सैनिक घायल हुए थे.
सेना के एक सूत्र ने AFP को बताया कि भारत के कम से कम 6 जवान घायल हुए थे लेकिन चीन ने किसी के भी घायल होने की पुष्टि नहीं की.
दोनों एशियाई परमाणु ताकतों के बीच 2020 के बाद से ये सबसे बड़ा टकराव था.
क्लिप को इसी दावे के साथ ट्विटर और फ़ेसबुक पर कई लोगों ने शेयर किया.
हालांकि चीन के सरकारी मीडिया रिपोर्ट्स में ये वीडियो कम से कम फ़रवरी 2021 से मौजूद है. रिपोर्ट्स के मुताबिक ये वीडियो कथित तौर पर जून 2020 में हुए एक मुठभेड़ को दिखाता है.
चीनी मीडिया की क्लिप
इस क्लिप को गूगल पर रिवर्स सर्च और कीवर्ड सर्च करने पर ये हमें चीन के सरकारी मीडिया CCTV की वेबसाइट पर मिली. इसे 19 फ़रवरी, 2021 को अपलोड किया गया था जिसका टाइटल है, “मिलिट्री रिपोर्ट.”
वायरल फ़ुटेज CCTV के वीडियो में 8 मिनट 1 सेकंड पर शुरू होता है.
इससे ठीक पहले मैंडरिन भाषा में वॉइसओवर में भारत और चीन के बीच जून 2020 में हुए हिंसक टकराव की बात बताई जा रही है जिसमें चीनी रेजीमेन्ट के कमांडर क़्वी फ़ाबाओ और कई अन्य सैनिक घायल हो गए थे.
नीचे वायरल पोस्ट (बाएं) और CCTV न्यूज़ रिपोर्ट के वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है:
वॉइसओवर का हिंदी अनुवाद है, “विवाद और हाथापाई के बीच रेजिमेंटल कमांडर क़्वी फ़ाबाओ नेतृत्व करते समय बुरी तरह घायल हो गए.”
वीडियो में एक सैनिक का इलाज किया जा रहा है और दूसरे को मैंडरिन में कहते सुना जा सकता है, “दबाओ, दबाओ, सिर दबाओ.”
चीन के अंग्रेज़ी-भाषी आउटलेट CGTN ने भी गलवान घाटी में जून 2020 में हुए भारत-चीन सीमा पर हिंसक टकराव पर इस रिपोर्ट से मिलता-जुलता फ़ुटेज पब्लिश किया था.
नीचे वायरल पोस्ट (बाएं) और CGTN के यूट्यूब पर मिले फ़ुटेज के स्क्रीनशॉट (दाएं) के बीच तुलना देखी जा सकती है:
15 जून को लड़ी गयी इस आमने-सामने की लड़ाई में 1975 के बाद पहली बार सैनिकों की मौत हुई थी. इसके बाद से एशिया की इन दोनों महाशक्तियों के बीच सम्बन्ध और ख़राब हुए हैं.
चीनी रेजिमेंट के कमांडर क़्वी फ़ाबाओ, जिनका ज़िक्र CCTV और CGTN की रिपोर्ट्स में है, इस टकराव में घायल हुए थे, हालांकि बाद में वो स्वस्थ हो गए. फ़रवरी 2022 के बीजिंग गेम्स के दौरान वो टॉर्च बियरर (मशाल धारक) भी थे जिसपर भारत के शीर्ष राजनयिक ने नाराज़गी जताई थी. इस बारे में AFP की रिपोर्ट यहां पढ़ें.
AFP ने पहले भी भारत और चीन के सीमा विवाद पर कई ग़लत सूचनाओं का फ़ैक्ट-चेक किया है. जैसे यहां और यहां.