दुबई के शेख ने अपनी पत्नी के सम्मान में शहर का नाम ‘हिंद सिटी’ रखा, इसका भारत से कोई लेना देना नहीं
दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम द्वारा वहां के एक ज़िले का नाम बदलकर "हिंद शहर" रखने के बाद से सोशल मीडिया पर गलत दावे किये जा रहे हैं कि यह कदम भारत और हिंदुओं का सम्मान करने के लिए उठाया गया है. दुबई सरकार के मीडिया कार्यालय ने एएफ़पी को बताया कि शेख ने अपनी पत्नी शेखा हिंद बिन्त मकतूम के सम्मान में ज़िले का नाम बदला है.
फ़ेसबुक पर 30 जनवरी को शेयर की गई पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, "दुबई के शासक व यूएई के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने यह आदेश दिया है कि अमीरात के एक ज़िले "अल मिनहाद" का नाम बदलकर उसे "हिन्द शहर" रखा जाए...!! प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम का कहना है कि 'मानवता' के प्रति भारत और हिन्दूओं के योगदान का सम्मान करने हेतु अल मिनहाद और इसके आसपास के 84 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को अब "हिन्द शहर" के रूप में जाना जाएगा.”
"शायद आज भारत में रहने वाले पाकिस्तान समर्थक भी चैन से सो नहीं पाएंगे," पोस्ट में आगे लिखा गया है. प्रतीत होता है कि ये तंज सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के आलोचकों पर कसा गया है.

इस दावे को ट्विटर पर भी शेयर किया गया है,जहां इसे 39,000 से अधिक लाइक्स मिले थे, साथ ही फ़ेसबुक पर भी यहां, यहां और यहां शेयर किया गया है.
शेख ने 29 जनवरी को घोषणा की कि दुबई के अल मिंहद क्षेत्र का नाम बदलकर हिंद सिटी रखा जाएगा.
अमीरात समाचार एजेंसी, गल्फ़ न्यूज़ और भारत की एएनआई समाचार एजेंसी सहित स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया आउटलेट्स द्वारा नाम परिवर्तन की व्यापक रूप से रिपोर्ट की गई थी - इनमें से किसी भी रिपोर्ट में ये नहीं कहा गया है कि इसका उद्देश्य भारत या हिंदुओं का आभार व्यक्त करना था.
दुबई सरकार के मीडिया कार्यालय ने बताया कि शहर का नाम शेख की पत्नी के सम्मान में बदल गया था.
कार्यालय ने 3 फ़रवरी को एक ईमेल में बताया, "महामहिम शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम, संयुक्त अरब अमीरात के उपराष्ट्रपति और प्रधान मंत्री और दुबई के शासक, ने अपनी पत्नी शेखा हिंद बिन्त मकतूम के सम्मान में अल मिंहद क्षेत्र का नाम बदलकर हिंद सिटी रखा है."
इसमें कहा गया है, "हिंद एक अरबी नाम है, जिसकी जड़ें इस क्षेत्र की प्राचीन सभ्यता में हैं."
अरबी भाषा के एक प्रोफ़ेसर ने पुष्टि की कि हिंद 16 वीं शताब्दी से अधिक समय से अरब दुनिया में महिलाओं का एक काफ़ी लोकप्रिय नाम रहा है.
नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में अरबी और अफ़्रीकी अध्ययन केंद्र के एक प्रोफ़ेसर मुजीबुर रहमान ने कहा कि अरबी में 'अल-हिंद' का अर्थ 'भारत' होता है, लेकिन जब इसमें से 'अल' शब्द को हटा दिया जाता है तो यह एक महिला नाम को संदर्भित करता है.
