केरल में दुकान जलाए जाने का वीडियो गलत दावे से तमिलनाडु का बताकर वायरल
- यह आर्टिकल एक साल से अधिक पुराना है.
- प्रकाशित 20 मार्च 2023, 08h00
- 3 मिनट
- द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत
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फ़ेसबुक पर 6 मार्च 2013 को शेयर की गई पोस्ट का कैप्शन है, "तमिलनाडु में बिहारी भाई का दुकान जला दिया."
वीडियो, जिसे 500 से अधिक बार देखा गया है, दुकान के काउंटर पर एक व्यक्ति द्वारा बोतल से कुछ डालने और फिर अचानक आग लगाते हुए दिखाता है.
तमिलनाडु में प्रवासी मज़दूरों को निशाना बनाकर किए गए कथित हमलों की कुछ मीडिया रिपोर्ट आने के बाद गलत दावे के कैप्शन वाली क्लिप को फ़ेसबुक पर यहां, यहां और यहां शेयर किया गया है.
मज़दूरों पर हो रहे कथित हमलों से जुड़ी अफ़वाहें फैलने के बाद से एक वर्ग में दहशत फैल गई थी जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने इन अफ़वाहों का खंडन किया. हालाँकि न्यूज़ रिपोर्ट्स की माने तो कई प्रवासियों ने सुरक्षा के भय से राज्य से वापस बिहार लौटने का फैसला लिया है.
केरल की घटना
गूगल पर की-वर्ड सर्च करने पर हमें यह वीडियो केरल स्थित मलयालम भाषा के समाचार चैनल एशियानेट न्यूज़ की 4 मार्च 2023 की एक रिपोर्ट में मिला.
रिपोर्ट के अनुसार यह दुकान एक लॉटरी एजेंट की थी और दुकान में आगजनी करने वाले व्यक्ति की पहचान राजेश टीएस के रूप में की गई, जिसे बाद में गिरफ़्तार कर लिया गया था.
इस रिपोर्ट में बिहारी प्रवासी मज़दूर का कोई ज़िक्र नहीं है.
नीचे गलत दावे की पोस्ट (बाएं) और एशियानेट न्यूज़ की रिपोर्ट (दाएं) में शेयर किये गये वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना है:
वीडियो का बारीकी से विश्लेषण करने पर हमने पाया कि दुकान के बोर्ड पर केरल की आधिकारिक भाषा मलयालम में "मीनाक्षी लॉटरी त्रिपुनिथुरा" लिखा हुआ है.
मीनाक्षी लॉटरी केरल में लॉटरी एजेंटों की एक श्रृंखला है, जबकि त्रिपुनिथुरा केरल स्थित एक शहर है. तमिलनाडु की राजभाषा तमिल है.
कई मीडिया आउटलेट्स ने यहां और यहां दुकान में आग लगाए जाने की इस खबर को कवर किया है लेकिन किसी भी रिपोर्ट में प्रवासी मजदूरों का कोई उल्लेख नहीं किया गया.
त्रिपुनिथुरा पुलिस स्टेशन के एक उप-निरीक्षक सतीश कुमार ने एएफ़पी से पुष्टि की है कि यह वीडियो केरल में ही फ़िल्माया गया है.
उन्होंने कहा कि हमलावर एक लॉटरी की दुकान चलाता था और यह आग लॉटरी टिकट के मुद्दे से संबंधित थी - प्रवासी मज़दूरों से नहीं.