
‘आरिफ़ का सारस’ बताकर एक अन्य घायल पक्षी का वीडियो किया गया सोशल मीडिया पर शेयर
- यह आर्टिकल एक साल से अधिक पुराना है.
- प्रकाशित 12 अप्रैल 2023, 12h45
- 3 मिनट
- द्वारा Anuradha PRASAD, एफप भारत
- अनुवाद और अनुकूलन Anuradha PRASAD
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घायल सारस का ये वीडियो फ़ेसबुक पर 25 मार्च को शेयर किया गया. इसे अबतक 2,34,000 बार देखा जा चुका है.
सारस उड़ने वाला सबसे लम्बा पक्षी है जो भारतीय महाद्वीप, दक्षिणपूर्वी एशिया और उत्तरी ऑस्ट्रेलिया में पाए जाते हैं.
फ़ेसबुक पोस्ट का कैप्शन है, “इस देश के अजीबोगरीब कानून सारस की जान लेकर रहेंगे. हमेशा आरिफ के साथ घुल मिलकर रहने वाले सारस की.”
मालूम हो कि फ़रवरी में उत्तर प्रदेश के अमेठी में मोहम्मद आरिफ़ नाम के एक व्यक्ति का सारस पक्षी के साथ बनाया गया वीडियो सोशल मीडिया पर काफ़ी शेयर किया गया था.
एक वीडियो में सारस मोटरसाइकिल पर जा रहे आरिफ़ के पीछे पीछे उड़ रहा था. इसके बाद से दोनों सुर्ख़ियों में आ गएँ.
द इंडियन एक्सप्रेस अख़बार के मुताबिक आरिफ़ को सारस घायल अवस्था में मिला था. उसने पक्षी की देखभाल की और स्वस्थ होने के बाद पक्षी ने आरिफ़ के साथ ही रहना शुरू कर दिया.
लेकिन प्रशासन ने पाया कि आरिफ़ ने वन संरक्षण कानून तोड़ा है क्योंकि ये पक्षी जंगली है और इसे घर में नहीं पाला जा सकता है. इसके बाद पक्षी को आरिफ़ के यहां से कानपुर चिड़ियाघर लाया गया.

ये वीडियो फ़ेसबुक पर यहां और यहां; और ट्विटर पर यहां और यहां इसी दावे के साथ शेयर किया गया.
हालांकि इस वीडियो में दिख रहा घायल पक्षी आरिफ़ के यहां से लाया गया सारस नहीं है.
कानपुर चिड़ियाघर के अधिकारी जीतेन्द्र कुमार ने एएफ़पी को बताया कि अमेठी से लाया गया सारस चिड़ियाघर में मौजूद है.
उन्होंने एएफ़पी से 5 अप्रैल को बताया, “वो सारस अभी क्वारंटाइन में है और स्वस्थ है.”
बरेली स्टेशन पर मिला पक्षी
गूगल पर इस बाबत कीवर्ड सर्च करने पर यूपी तक की 24 मार्च की एक रिपोर्ट मिली जिसके अनुसार सारस उत्तर प्रदेश के बरेली रेलवे स्टेशन पर घायल अवस्था में मिला था.
नीचे भ्रामक पोस्ट (बाएं) और यूपी तक की रिपोर्ट (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना देख सकते हैं:

स्थानीय रेलवे पुलिस ने 23 मार्च, 2023 को ट्वीट करते हुए बताया, “आज दि0 23.03.23 को थाना प्रभारी जीआरपी बरेली जं0 को प्लेटफार्म पर एक सारस के घायल अवस्था में होने की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल मौके पर जाकर वन विभाग की टीम की सहायता से घायल सारस को IVRI (भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संसथान) बरेली भेजकर उपचार दिलाकर जीवन बचाया गया.”
ट्वीट में सारस के बचाव अभियान की कई तस्वीरें हैं. इनमें से एक तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल वीडियो के विज़ुअल से मिलती है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक सारस की चोट के कारण मौत हो गयी.
पशुचिकित्सा अनुसंधान के डॉ अभिजीत पांवड़े ने यूपी तक को बताया, “मादा सारस अवस्यक थी. उसके शरीर में कई जगह चोट लगी हुई थी और काफी रक्तस्राव होने की वजह से उसकी मौत हुई है.”
