पुलिस हिरासत में मुस्कुराते हुए महिला पहलवानों की ये तस्वीर एडिटेड है

  • यह आर्टिकल एक साल से अधिक पुराना है.
  • प्रकाशित 5 जून 2023, 12h25
  • 5 मिनट
  • द्वारा Uzair RIZVI, एफप भारत
  • अनुवाद और अनुकूलन Devesh MISHRA
सोशल मीडिया पोस्ट में एक एडिटेड तस्वीर को हज़ारों बार शेयर कर दावा किया गया है कि कथित यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ़्तारी की मांग कर रही महिला पहलवान पुलिस हिरासत में लिए जाने के बाद मुस्कुरा रही हैं. दावे के अनुसार पहलवानों ने इस विरोध प्रदर्शन को गंभीरता से नहीं लिया है. हालांकि असल तस्वीर में दोनों महिला पहलवान शांत बैठी दिख रही हैं.

फ़ेसबुक पर 28 मई, 2023 को शेयर की गई पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “आज सड़क पर ड्रामा करने के बाद, यह है इनका असली चेहरा. यह टूलकिट का एक हिस्सा बन चुके हैं, जो अपने देश को तोड़ने का काम करते हैं.”

एडिट की गई तस्वीर में पहलवान विनेश फोगाट (बाएं) और उनकी बहन संगीता फोगाट (दाएं) को बस की आगे की सीट में और उनके सहयोगियों को पीछे की सीट में बैठे दिखाया गया है. सभी दिल्ली पुलिसकर्मियों के साथ मुस्कुराते हुए दिख रहे हैं.

एएफ़पी की 28 मई, 2023 की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख की गिरफ़्तारी की मांग करते हुए दो ओलंपिक पहलवानों और दर्जनों अन्य समर्थकों को दिल्ली पुलिस ने उस समय हिरासत में ले लिया था जब वो भारत के नए संसद भवन की तरफ़ मार्च कर रहे थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी समय नए संसद भवन का उद्घाटन कर रहे रहे थे (आर्काइव लिंक). इन्हे बाद में रिहा भी कर दिया गया था (आर्काइव्ड लिंक).

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गलत दावे से शेयर की गई फ़ेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 29 मई 2023

भारतीय कुश्ती महासंघ के चीफ़ और भाजपा से सांसद ब्रिजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ पहलवानों का ये प्रदर्शन अप्रैल से चल रहा है.

सिंह पर महिला पहलवानों द्वारा यौन शोषण का आरोप लगाया गया है. हालांकि ब्रिजभूषण शरण ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को ख़ारिज करते हुए कहा है कि ये सब उनकी छवि धूमिल करने और संसद से बाहर करवाने की चाल है (आर्काइव्ड लिंक).

भारतीय ओलिंपिक संगठन ने जनवरी में इन आरोपों की जांच के लिए एक पैनल का गठन किया था लेकिन खिलाड़ियों का कहना है कि पैनल ने अबतक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है.

तस्वीर को इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां और ट्विटर पर यहां, यहां शेयर किया गया है.

हालांकि यह तस्वीर एडिटेड है.

एडिटेड तस्वीर

तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर पत्रकार मनदीप पुनिया के ट्विटर अकाउंट पर 28 मई, 2023 को यहां शेयर की गई मूल तस्वीर मिली (आर्काइव लिंक).

ट्वीट में लिखा है, "विनेश फोगाट को भी दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है."

पुनिया द्वारा पोस्ट की गई तस्वीर में कोई भी व्यक्ति मुस्कुरा नहीं रहा है -- फोगाट बहनों और अन्य पहलवानों के चेहरे के भाव बिल्कुल सामान्य हैं. दोनों तस्वीरों में संगीता के पीछे बैठी महिला पुलिसकर्मी के चेहरे के भाव भी एक जैसे हैं.

मनदीप पुनिया ने अप्रैल में प्रदर्शन की शुरुआत के बाद से ही पहलवानों के आंदोलन के बारे में विस्तृत रिपोर्टिंग की है. उन्होंने 28 मई, 2023 को एक ट्वीट पोस्ट किया जिसमें कुछ पहलवानों के साथ खुद को पुलिस हिरासत में लिए जाने की पुष्टि भी की गई थी. उन्होंने लगभग 20 मिनट बाद एक और ट्वीट पोस्ट किया जिसमें कहा गया था: मुझे पुलिस हिरासत से छोड़ दिया गया है." (आर्काइव लिंक यहां, यहां, यहां).

पुनिया ने 29 मई, 2023 को एएफ़पी को बताया, "विनेश ने व्हाट्सएप पर मेरे साथ अपनी ये सेल्फ़ी शेयर की थी, जिसे मैंने अपने ट्विटर पर पोस्ट किया था."

नीचे एडिट की गई तस्वीर (बाएं) और पुनिया के ट्वीट की असल तस्वीर (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना की गई है:

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प्रदर्शनकारी पहलवानों में से एक संगीता फोगाट के पति बजरंग पुनिया ने 28 मई, 2023 को ट्वीट किया कि उनकी पत्नी और विनेश की मुस्कुराती हुई तस्वीर “फ़र्जी" है (आर्काइव लिंक).

बजरंग पुनिया के ट्वीट में लिखा है: "IT Cell वाले ये झूठी तस्वीर फैला रहे हैं। हम ये साफ़ कर देते हैं की जो भी ये फ़र्ज़ी तस्वीर पोस्ट करेगा उसके ख़िIलाफ़ शिकायत दर्ज की जाएगी."

एडिटिंग एप

प्रथमदृष्ट्या लगता है कि पहलवानों की मुस्कुराते हुए एडिट की गई तस्वीर इमेज-जनरेटिव आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके बनाई गई है.

एएफ़पी ने मूल तस्वीर को फेसएप, जो कि सेल्फ़ी एडिट करने का एक प्रसिद्ध एप है, पर अपलोड किया तो सोशल मीडिया पर गलत दावे की पोस्ट में शेयर होने वाली तस्वीर जैसी ही एक तस्वीर बनी.

टेक न्यूज़ साइट द वर्ज ने 2017 में रिपोर्ट दी थी कि फ़ेसऐप किसी भी चेहरे की तस्वीर पर स्माइल जोड़ने के लिए न्यूरल नेटवर्क का उपयोग करता है (आर्काइव लिंक यहां और यहां).

नीचे मूल तस्वीर (बाएं), एएफ़पी द्वारा फ़ेसऐप का इस्तेमाल कर बनाई गई एडिटेड तस्वीर (बीच में) और गलत दावे के साथ फ़ेसबुक पर शेयर की गई एडिटेड तस्वीर (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है:

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एडिट की गई फ़ेसऐप तस्वीर में विनेश फोगाट के दाहिने गाल पर एक डिंपल भी दिख रहा है. उनकी अन्य मूल तस्वीरों की जांच में हमने पाया गया कि जब वह मुस्कुराती हैं तो उनके दाहिने गाल पर डिंपल नहीं होता है.

नीचे एडिट की गई तस्वीर (बाएं) का स्क्रीनशॉट दिया गया है, जिसमें डिंपल दिख रहा है और विनेश के वेरिफ़ाइड इंस्टाग्राम अकाउंट (दाएं) की 2022 की तस्वीर, जिसमें डिंपल नहीं दिख रहा है (आर्काइव लिंक):

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फ़ेसऐप के माध्यम से एडिट कर गलत दावे से वायरल एक ऐसी ही तस्वीर को एएफ़पी कोरिया की टीम ने पहले भी फ़ैक्ट-चेक किया है.

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