मणिपुर में गौ हत्या का पुराना वीडियो कर्नाटक में कांग्रेस की जीत से जोड़कर शेयर किया गया
- यह आर्टिकल एक साल से अधिक पुराना है.
- प्रकाशित 13 जून 2023, 20h52
- 3 मिनट
- द्वारा Anuradha PRASAD, एफप भारत
- अनुवाद और अनुकूलन Anuradha PRASAD
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चेतावनी: हिंसात्मक फ़ुटेज
ट्विटर पर 29 सेकंड का ये वीडियो 17 मई, 2023 को यहां शेयर किया गया.
विचलित कर देने वाले इस वीडियो में भाजपा के झंडे के ऊपर एक तड़पती हुई गाय दिखाई देती है जिसका सर धड़ से लगभग अलग हो चुका है और भयंकर रक्तस्नाव हो रहा है.
ट्वीट का कैप्शन है, “#खान-ग्रेस की #कर्नाटक में जीत को #भाजपा के झंडे पर# गाय #काट कर मनाया जा रहा है. सच्चे भारतीय? #KarnatakaElectionResults.”
ये वीडियो कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद शेयर किया जाने लगा.
कर्नाटक दक्षिण भारत का इकलौता ऐसा राज्य था जहां भाजपा की सरकार थी. हालिया चुनाव में भाजपा ने प्रचार के दौरान हिन्दू एजेंडा का बढ़-चढ़ कर प्रचार किया था.
यही वीडियो फ़ेसबुक पर अंग्रेज़ी और हिंदी कैप्शन के साथ यहां, यहां और यहां शेयर किया गया.
पुराना वीडियो
ट्विटर पर कीवर्ड सर्च करने पर हमें यही वीडियो 31 जनवरी, 2022 को यहां पोस्ट किया हुआ मिला (आर्काइव्ड लिंक).
इसके कैप्शन के मुताबिक ये वीडियो मणिपुर का है. वीडियो में दिख रहे लोग मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और एक अन्य भाजपा नेता पर अभद्र टिप्पणियां कर रहे हैं.
इस ट्वीट पर मुख्यमंत्री के ट्विटर हैंडल से रिप्लाई भी किया गया था जिसमें इम्फाल फ़्री प्रेस की 1 फ़रवरी, 2022 की रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट शेयर किया गया है. रिपोर्ट में वीडियो में दिख रही घटना की जानकारी दी गयी है (आर्काइवड लिंक्स यहां और यहां).
इसके मुताबिक, “लिलोंग पुलिस ने तीन लोगों को गौ हत्या के आरोप में गिरफ़्तार किया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ऐसा किया गया.”
“रविवार शाम को सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में कुछ लोग भाजपा के झंडे के ऊपर एक गाय को काट रहे थे. ये लोग मणिपुर विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के टिकट की घोषणा होने पर विरोध प्रकट कर रहे थे.”
नीचे हालिया भ्रामक वीडियो (बाएं) और 2022 के असल दावे वाले वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है:
चेतावनी
इसी ट्वीट थ्रेड में किसी ने पशु अधिकार समूह पेटा (PETA) को टैग किया जिसपर संगठन ने रिप्लाई करते हुए बताया था कि पुलिस ने आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है (आर्काइव्ड लिंक).
पेटा की प्रवक्ता सलोनी सकारिया ने 31 मई, 2023 को एएफ़पी को बताया, “हमने लिलोंग पुलिस से इस मामले में ज़रूरी कार्रवाई करने का निवेदन किया था. हमने आरोपियों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर करने और उनकी गिरफ़्तारी का अनुरोध किया था.”
“लिलोंग पुलिस के एसएचओ ने हमें बताया कि प्रथम दृष्टया आरोपियों द्वारा गाय को मारने का कारण भाजपा से उनकी नाराज़गी थी. भाजपा ने उनके लीडर को विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया था.”
इस मामले पर द टाइम्स ऑफ़ इंडिया और द हिन्दू ने भी रिपोर्ट किया था (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).
स्थानीय पुलिस ने इसपर एएफ़पी को कई प्रयासों के बावजूद कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.