बांग्लादेश की मस्जिद में दान पात्र से पैसा निकालने का वीडियो भारत का बताकर शेयर किया गया
- यह आर्टिकल एक साल से अधिक पुराना है.
- प्रकाशित 28 जून 2023, 14h49
- 3 मिनट
- द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत
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वीडियो को फ़ेसबुक पर 12 जून 2023 को शेयर किया गया है.
पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “शिरडी सांई की झोली में डाली गई हिन्दुओं की कमाई कहाँ जा रही है खुद ही देख लो ! इसको इतना वायरल करो कि देश के एक एक हिंदू तक पहुंचे जोकि आंखे होते हुए भी अंधे बने हैं.”
शिरडी साईं मंदिर महाराष्ट्र के अहमदनगर ज़िले में स्थित है.
लगभग 1 मिनट 30 सेकंड के इस वीडियो में टोपी पहने कुछ लोगों को एक बोरी में नोट भरते हुए दिखाया गया है, जो दान पेटी में रखा हुआ प्रतीत होता है. ये सबकुछ वर्दीधारी गार्ड्स की निगरानी में हो रहा है. नकदी से भरी कई बोरियों को बांधने के बाद दूसरे स्थान पर ले जाते हुए दिखाया गया है, जहां उन्हें एक हॉलनुमा जगह में खाली कर दिया जाता है और कई बच्चें नोटों को गिनते हुए दिखाई देते हैं.
वीडियो को इसी तरह के गलत दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां, यहां और ट्विटर पर यहां शेयर किया गया है.
जबकि वास्तव में यह वीडियो बांग्लादेश की एक मस्जिद में फ़िल्माया गया था.
वीडियो के कीफ़्रेम का उपयोग करके गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के साथ रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें 6 मई को बांग्लादेशी समाचार पोर्टल जागो न्यूज़ के वेरिफ़ाइड यूट्यूब चैनल पर वीडियो का लंबा वर्ज़न प्रकाशित किया हुआ मिला (आर्काइव लिंक).
वीडियो की बांग्ला भाषा हेडलाइन है, "पगला मस्जिद के दान बॉक्स में रिकॉर्ड 5.5 करोड़ टाका मिले."
पगला मस्जिद बांग्लादेश के किशोरगंज शहर में स्थित एक मस्जिद है जबकि "टाका" बांग्लादेशी राष्ट्रीय मुद्रा है (आर्काइव लिंक).
नीचे गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बाएं) और जागो न्यूज़ द्वारा प्रकाशित वीडियो रिपोर्ट (दाएं) के स्क्रीनशॉट्स की तुलना दी गई है:
जागो न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार मस्जिद की आठ दान पेटियां 6 मई को ज़िला प्रशासन के अधिकारियों की उपस्थिति में खोली गई थीं (आर्काइव लिंक).
बिजनेस स्टैंडर्ड अख़बार की एक रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2023 में दान संग्रह के बाद पगला मस्जिद को बांग्लादेश में सबसे अधिक लाभदायक धार्मिक संस्थानों में से एक के रूप में पहचाना गया है और मस्जिद में हर तीन महीने में दान पेटियां खोली जाती हैं (आर्काइव लिंक).
मस्जिद के प्रतिनिधि मोहम्मद ज़ुबैर ने 21 जून को एएफ़पी को बताया, "यह बिल्कुल साफ़ है कि वीडियो हमारी पगला मस्जिद का ही है. आखिर यह भारत से क्यों होगा? यहां तक कि बांग्लादेशी मुद्रा भी इसमें देखी जा सकती है."
वीडियो के विश्लेषण से पता चलता है कि दान पेटी में बांग्लादेशी टाका नोट शामिल हैं.
नीचे वीडियो में देखे गए नोट (बाएं) और बांग्लादेश के 200 टाका नोट (दाएं) की तुलना की गयी है:
ज़ुबैर ने कहा, "पगला मस्जिद को दान की गई धनराशि पगला मस्जिद, मदरसों (इस्लामिक मदरसे), अनाथालयों और ज़िले में विभिन्न सामाजिक कल्याण के कामों सहित विभिन्न मस्जिदों पर खर्च की जाती है."