उत्तर प्रदेश में किन्नरों के नग्न प्रदर्शन का वीडियो गलत दावे से मणिपुर का बताकर शेयर किया गया

मणिपुर में चल रहे घातक जातीय हिंसा के बीच सोशल मीडिया पोस्ट में एक नग्न प्रदर्शनकारी द्वारा पुलिसकर्मियों को खदेड़े जाने का वीडियो हज़ारों बार देखा गया है. वीडियो के साथ गलत दावा किया जा रहा है कि मणिपुर में नग्न औरतों की एक टीम बनाई गई है जो इस तरह के प्रदर्शन कर रही है. वीडियो वास्तव में उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के दौरान अधिकारियों पर वोट गिनती में धांधली का आरोप लगाने के बाद भड़के एक विरोध प्रदर्शन का है.

वीडियो को ट्विटर पर यहां 1 जुलाई 2023 को शेयर किया गया है.

ट्वीट के कैप्शन में लिखा है, “मणिपुर में पुलिस का विरोध करने के लिए अलग से नंगी औरतों की टीम बनाई गई है वो नंगी हो कर पुलिस को खदेड रही है मतलब सोचो वहां किस तरह की साज़िश चल रही है वहां? और चमचे यहां नाच रहे है.”

वीडियो में दिख रहे नग्न इंसान का शरीर एक इमोजी के साथ क्लिप में ढका हुआ है. वो डंडा लहराते हुए सड़क पर पुलिसकर्मियों को खदेड़ते दिख रहा है.

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 4 जुलाई 2023

वीडियो को इसी तरह के गलत दावे से मणिपुर हिंसा से जोड़कर फ़ेसबुक और ट्विटर पर शेयर किया गया है.

उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव

वीडियो के कीफ़्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर बिल्कुल यही वीडियो हमें ट्विटर पर मिला जिसके अनुसार यह उत्तर प्रदेश में वोट गिनती में धांधली के आरोपों के बाद हुए विरोध प्रदर्शन का है.

ट्विटर पर 16 मई को पोस्ट किए गए वीडियो के कैप्शन में लिखा है, "चंदौलीःनगर पालिका परिषद मुगलसराय में सोनू किन्नर आगे था पर प्रशासन ने बीजेपी प्रत्याशी मालती देवी को 138 वोटो से विजयी घोषित कर दिया, किन्नरों ने अपने तरीके से उग्र विरोध किया रि-काउंटिंग हुई,जिसमें 397 वोटो से सोनू किन्नर जीत गया" (आर्काइव्ड लिंक).

ट्वीट में विरोध प्रदर्शन का एक और वीडियो दिखाया गया है जिसमें कई अन्य नग्न प्रदर्शनकारी दिख रहे हैं.

सोनू किन्नर - जो ट्रांसजेंडर हैं - मई में उत्तर प्रदेश के मुगलसराय - जिसे पंडित दीन दयाल उपाध्याय नगर के नाम से भी जाना जाता है - में नगर निगम चुनाव में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में प्रतिभागी थे.

भाजपा के एक उम्मीदवार को विजेता घोषित किए जाने के बाद गिनती में धांधली का आरोप लगाकर सोनू के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. अधिकारियों ने बाद में दोबारा वोटों की गिनती का आदेश दिया जिसमें सोनू को विजयी घोषित किया गया, लेकिन वोटों की गिनती में धांधली के आरोपों पर कोई टिप्पणी नहीं की गयी.

सोनू ने एएफ़पी को बताया कि उनके समर्थन में रैली निकालने और प्रदर्शन करने वालों में ज़्यादातर ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्य थे.

उन्होंने कहा, "यह वीडियो मई 2023 में उत्तर प्रदेश निकाय उपचुनाव की मतगणना के दौरान का है, जब मुझे बेईमानी से हराया जा रहा था."

"जब मेरे समर्थकों ने जमकर विरोध किया तो दोबारा वोटों की गिनती हुई और मैं 397 वोटों से जीत गया."

नीचे गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बाएं) और मई महीने के ट्विटर वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है:

देखें छिपाएं

चेतावनी

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गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बाएं) और मई महीने के ट्विटर वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

सोनू ने 4 जुलाई 2023 को एएफ़पी को बताया कि विरोध प्रदर्शनों के दौरान उनकी बात न सुने जाने पर अक्सर वे वस्त्र उताकर या अर्धनग्न होकर प्रतिरोध दर्ज कराते हैं.

इस प्रोटेस्ट को मीडिया में भी यहां, यहां और यहां व्यापक रूप से कवर किया गया था (आर्काइव्ड लिंक यहां, यहां और यहां).

एएफ़पी ने जियोलोकेशन से भी पुष्टि की है कि यह विरोध प्रदर्शन उत्तर प्रदेश के मुगलसराय (पीडीडीयू नगर) में मानस नगर रेलवे कॉलोनी रोड पर हुआ था (आर्काइव्ड लिंक).

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