चंद्रयान-3 से जोड़कर शेयर किया गया ये वीडियो असल में कंप्यूटर जनरेटेड डिजिटल आर्ट है

भारत द्वारा चन्द्रमा पर भेजे गये मिशन चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक सफ़ल लैंडिंग के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए गलत दावा किया गया है कि ये चाँद से लिया गया धरती का फ़ुटेज है. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने भी इसी गलत दावे के साथ ये वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया. हालांकि ये वीडियो कंप्यूटर पर बनाया गया एक डिजिटल आर्ट है जिसे इसके रचयिता ने अप्रैल 2023 में -- यानी भारत के चंद्रयान-3 मिशन से कुछ महीने पहले -- पोस्ट किया था.

एक यूज़र वसीम खान ने X (पूर्व में ट्विटर) पर ये फ़ुटेज शेयर करते हुए लिखा, “लीजिए पेश है चंद्रयान-3 मिशन द्वारा चाँद से भेजी गयी ख़ूबसूरत तस्वीर!”

भारत 23 अगस्त, 2023 को चंद्रयान-3 की सफ़ल लैंडिंग के बाद चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया. हालांकि ये पोस्ट लैंडिंग के दो दिन पहले, यानी 21 अगस्त को किया गया था जिसे अब तक 259,000 से ज़्यादा बार देखा जा चुका है.

मालूम हो कि चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को लांच किया गया था और इसने 23 अगस्त की शाम 06:04 मिनट पर चांद की सतह पर लैंड किया.

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भ्रामक पोस्ट का 23 अगस्त, 2023 को लिया गया स्क्रीनशॉट

ये क्लिप सोशल मीडिया पर यहां और यहां भी शेयर की गयी.

ऐसे ही दावे इस क्लिप के साथ भारतीय जनता पार्टी के सदस्य रणजीतसिंह मोहिते-पाटिल और राघवेंद्र शर्मा ने यहां और यहां किये.

हालांकि ये कंप्यूटर जनरेटेड क्लिप अप्रैल में -- यानी चंद्रयान-3 की लांच से पहले -- अपलोड की गयी थी.

कम्प्यूटर से बनी क्लिप

गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर ओरिजिनल वीडियो यूट्यूब चैनल “द इनफ़ायनाईट मैडनेस” पर 24 अप्रैल, 2023 को अपलोड किया हुआ मिला (आर्काइव्ड लिंक).

वीडियो के अंग्रेज़ी टाइटल का अनुवाद है, “चांद से धरती कैसी दिखती है.” साथ ही इसमें #animation और “#vfx” लिखा है जिसका मतलब “(विज़ुअल इफ़ेक्ट्स) visual effects” होता है.

“द इनफ़ायनाईट मैडनेस” यूट्यूब चैनल पर स्पेस से जुड़े ऐसे कई वीडियो देखे जा सकते हैं जैसे कि -- यहां और यहां -- जिन्हें कम्प्यूटर की मदद से बनाया गया है (आर्काइव्ड लिंक्स यहां और यहां).

इस वीडियो के क्रिएटर और यूट्यूब चैनल के मालिक अनिल वर्मा ने बताया कि पृथ्वी को दिखाती ये फ़ुटेज असली नहीं है.

उन्होंने एएफ़पी को 21 अगस्त, 2023 को बताया, “ये वीडियो vfx से बनाया गया है.”

उन्होंने X पर भी सफ़ाई देते हुए कहा, “मेरा ये वीडियो चंद्रयान-3 की लैंडिंग का बताकर शेयर हो रहा है. लेकिन इसे मैंने बनाया था और अप्रैल में अपने यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया था (आर्काइव्ड लिंक).”

नीचे वायरल क्लिप (बाएं) और असल वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट्स की तुलना है. वायरल पोस्ट्स में चांद की सतह तिरछी की गयी है जबकि असल वीडियो में ये समतल दिखाई देती है.

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वायरल क्लिप (बाएं) और असल वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट्स की तुलना

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 25 अगस्त तक चंद्रयान-3 से ली गयी सिर्फ़ एक तस्वीर पोस्ट की है. इसरो ने इसे अपने आधिकारिक X अकाउंट से पोस्ट किया था और ये वायरल क्लिप से बिल्कुल मेल नहीं खाता है (आर्काइव्ड लिंक).

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