मानसिक रूप से बीमार तेंदुए का वीडियो गलत दावे से शेयर किया गया

सोशल मीडिया पर एक वीडियो को हज़ारों बार इस गलत दावे के साथ शेयर किया गया है कि यह देशी शराब पीकर नशे में धुत एक तेंदुए को दिखाता है. हालांकि एक स्थानीय वन अधिकारी ने एएफ़पी को बताया कि वीडियो में दिख रहा तेंदुआ वास्तव में एक न्यूरोलॉजिकल बीमारी से पीड़ित था जिसमें जानवर अपनी मूल प्रकृति को भूल जाते हैं.

वीडियो को फ़ेसबुक पर यहां 4 सितंबर 2023 को शेयर किया गया है.

पोस्ट का कैप्शन है, “गांव तारागढ़ मे तेंदुआ कच्ची शराब की भट्टी से दारू पी गया ओर हो गया कमाल भूल गया की वो शेर है. अब मेरी भी सुनो, और उसे याद आ जाता तो क्या होता ?? फिर दोषारोपण अधिकारियों पर, कर्मचारियों पर ! इंसान हमेशा भूल जाता है कि वो इंसान है भले ही उसने पी रखी हो या नहीं.”

लगभग 1,000 से भी अधिक बार देखे गए 52 सेकंड के इस वीडियो में एक तेंदुआ खुले मैदान में धीरे-धीरे चल रहा है और कई लोग उसे उकसाते हुए उसके पीछे चल रहे हैं. लोग मोबाइल से उसकी तस्वीर भी खींच रहे हैं.

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 8 सितंबर 2023

मध्य प्रदेश में मानव-वन्य जीव संघर्ष आम बात है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राज्य में 2019 और 2022 के बीच हर साल औसतन 66 इंसानी मौतें और 11,182 घायलों की संख्या दर्ज की गई है (आर्काइव्ड लिंक).

वीडियो को इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां, यहां और X, पूर्व में ट्विटर, पर यहां शेयर किया गया है.

हालांकि ये दावा गलत है. वीडियो में दिख रहा तेंदुआ नशे में नहीं था.

मानसिक रूप से बीमार तेंदुआ

स्थानीय उप वन रेंज अधिकारी नर्मदा प्रसाद शर्मा ने एएफ़पी को बताया कि तेंदुआ बीमार था और उपचार के दौरान देखे गए प्राथमिक लक्षण न्यूरोलॉजिकल थे.

"वह एक मानसिक बीमारी से पीड़ित है जिसके कारण जानवर अपना मूल स्वभाव भूल जाते हैं," उन्होंने कहा.

इंदौर चिड़ियाघर, जहां उक्त तेंदुए का इलाज किया जा रहा था, के निदेशक डॉ. उत्तम यादव ने बताया कि उसकी हालत में काफ़ी सुधार हुआ है.

यादव ने 12 सितंबर को एएफ़पी को बताया, "तेंदुआ अब काफ़ी बेहतर स्थिति में है लेकिन अभी भी निगरानी में है. हम इसे एक सप्ताह में वापस जंगल में छोड़ने की उम्मीद कर रहे हैं."

इस घटना को समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया (पीटीआई) सहित कई मीडिया आउटलेट्स ने कवर किया था. PTI ने 30 अगस्त को घटना का एक वीडियो X पर अपलोड किया, जिसमें लोगों द्वारा तेंदुए के साथ मारपीट करने का एक मिलता जुलता सीन दिखाया गया है (आर्काइव्ड लिंक).

वीडियो में एक वन रेंज अधिकारी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि तेंदुए की सूचना ग्रामीणों द्वारा उनके विभाग को दी गई थी. इसके बाद अधिकारियों ने तेंदुए को बचाया और इंदौर चिड़ियाघर की एक टीम उसे इलाज के लिए ले गई.

अधिकारी कहते हैं, ''तेंदुआ काफ़ी बीमार लग रहा है और उसकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं लग रही है.''

नीचे गलत दावे की पोस्ट (बाएं) और पीटीआई वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है जिसमें एक जैसे कपड़े पहने दो व्यक्तियों को एएफ़पी द्वारा हाइलाइट किया गया है.

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गलत दावे की पोस्ट (बाएं) और पीटीआई वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

न्यूज़ आउटलेट हिंदुस्तान टाइम्स ने भी 31 अगस्त, 2023 को इस घटना पर एक रिपोर्ट प्रकाशित किया (आर्काइव्ड लिंक).

रिपोर्ट की हेडलाइन है: "ग्रामीणों ने सेल्फ़ी ली, मध्य प्रदेश में बीमार तेंदुए की सवारी करने का प्रयास किया: वीडियो."

रिपोर्ट के मुताबिक, 29 अगस्त 2023 को पश्चिमी मध्य प्रदेश के इकलेरा गांव में एक तेंदुए को गंभीर हालत में देखा गया था.

रिपोर्ट में कहा गया है कि घटना सामने आने के बाद तेंदुए को वन अधिकारियों द्वारा बचाया गया और पास के चिड़ियाघर में ले जाया गया.

यही वीडियो अन्य मीडिया आउटलेट्स द्वारा यहां, यहां और यहां प्रकाशित किया गया है (आर्काइव्ड लिंक यहां, यहां और यहां).

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