यज़ीदी महिला राजनेता का पुराना इंटरव्यू गलत दावे से शेयर किया गया

7 अक्टूबर को गाज़ा पट्टी से इज़रायल पर हमास के बंदूकधारियों द्वारा हिंसक हमले के बाद भड़के युद्ध में अब तक दोनों तरफ़ के हज़ारों नागरिकों की जान जा चुकी है जबकि 240 लोगों को बंधक बनाया गया है. इसी बीच सोशल मीडिया पोस्ट में एक वीडियो को सैकड़ों बार इस गलत दावे के साथ शेयर किया गया है कि यह हमास की कैद से रिहा हुई एक इज़रायली महिला के वास्तविक अनुभव की कहानी दिखाती है. जबकि वीडियो 2017 का है और इसमें यज़ीदी मूल की इराक़ी सांसद वियान दाखिल को एक इंटरव्यू में इस्लामिक स्टेट समूह द्वारा किए गए अत्याचारों के बारे में बताते हुए देखा जा सकता है.

वीडियो को X (पूर्व में ट्विटर) पर यहां 25 अक्टूबर 2023 को शेयर किया गया है.

पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “इजराइली महिला ने बताया कि वह तीन दिनों से हमास के आतंकियों की कैद में थी. तीन दिन बाद वो मेरे लिए चावल और मीट की सब्जी खाने के लिए लाए. मै बहुत भूखी थी, मेरे खाने के बाद मुझे बताया की यह मीट की सब्जी तुम्हारे एक साल के उस बच्चे को काटकर बनाई गई थी, जिसे हमने तुमसे छीना था. उन्होंने 10 साल की लड़कियों का रेप उसके मरने तक किया.”

वीडियो, जिसे 31,000 से अधिक बार देखा जा चुका है, एक महिला को यज़ीदी महिलाओं के बलात्कार और कैद के बारे में एक इंटरव्यू में बोलते हुए दिखाता है.

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 30 अक्टूबर 2023

इज़रायली अधिकारियों के अनुसार, 7 अक्टूबर को हमास के हमले -- जिसमें बंदूकधारियों ने 1,400 से अधिक लोगों को मार डाला था -- के जवाब में इज़रायल ने गाज़ा पर हवाई बमबारी शुरू कर दी थी.

इस हमले में अधिकतर मृत लोग आम नागरिक थे जबकि अन्य 240 लोगों को हमास द्वारा बंधक बना लिया गया और गाज़ा पट्टी में ले जाया गया.

गाज़ा में हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इज़रायल के बमबारी में 8,000 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें ज़्यादातर आम नागरिक और कई बच्चे शामिल हैं.

वीडियो को इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां, यहां और X पर यहां शेयर किया गया है.

यज़ीदी सांसद

गलत दावे की पोस्ट में शेयर किए गए वीडियो में "MEMRI TV" लिखा लोगो दिखाई दे रहा है.

गूगल पर कीवर्ड्स के साथ रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें 26 जून, 2017 को X पर यूएस स्थित एमईएमआरआई (मिडिल ईस्ट मीडिया रिसर्च इंस्टीट्यूट) द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो का एक लंबा संस्करण मिला (आर्काइव्ड लिंक).

पोस्ट में लिखा है: "यज़ीदी इराकी सांसद वियान दाखिल अपने लोगों के खिलाफ़ आईएसआईएस द्वारा किए गए अत्याचारों को याद करते हुए रोने लगीं."

वियान दाखिल इराक़ में यज़ीदी मूल की एक सांसद हैं जिन्होंने इस्लामिक स्टेट समूह द्वारा गुलाम बनाई गई कई यज़ीदी महिलाओं के लिए प्रमुखता से अभियान चलाया है (आर्काइव्ड लिंक).

उत्तरी इराक़ की कुर्द भाषी यज़ीदी समूह को वर्षों से आईएस आतंकवादियों द्वारा सताया जा रहा है, जिन्होंने इस समुदाय के सैकड़ों पुरुषों की हत्या की है, महिलाओं के साथ बलात्कार किया है और बच्चों को जबरन लड़ाकों के रूप में भर्ती किया है.

वीडियो के पहले 40 सेकंड, जहां दाखिल ने इस्लामिक स्टेट का उल्लेख किया था, एडिट कर हटाया गया और सोशल मीडिया पोस्ट में गलत तरीके से हमास से जोड़कर कैप्शन के साथ शेयर किया गया है.

आगे कीवर्ड सर्च करने पर हमें 3 जून, 2017 को मिस्र के मीडिया चैनल eXtra न्यूज़ द्वारा यूट्यूब पर पोस्ट किये गए इंटरव्यू का पूरा वीडियो मिला (आर्काइव्ड लिंक).

वीडियो की अरबी भाषा की हेडलाइन में लिखा है: "विशेष | इराक़ी संसद की सदस्या वियान दाखिल के साथ एक इंटरव्यू |फुल."

नीचे गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बाएं) और मूल इंटरव्यू में शेयर किए गए वीडियो (दायें) के स्क्रीनशॉट की तुलना है.

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यह इंटरव्यू मीडिया में व्यापक रूप से रिपोर्ट किया गया था, जिसमें दाखिल यज़ीदी महिलाओं के खिलाफ़ आईएस जिहादियों द्वारा कथित अत्याचारों के बारे में विस्तार से बताती हैं (आर्काइव्ड लिंक).

एएफ़पी ने इज़रायल-हमास युद्ध से जुड़ी अन्य मिसइंफॉर्मेशन को यहां फ़ैक्ट-चेक किया है.

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