अयोध्या मेट्रो स्टेशन के दावे से शेयर की जा रही ये तस्वीर AI की मदद से बनाई गई है

एक भव्य कथित ट्रांसपोर्ट हब की AI-जेनरेटेड तस्वीर को सोशल मीडिया पोस्ट पर सैकड़ों बार इस गलत दावे के साथ शेयर किया गया है कि यह अयोध्या में बन रहे मेट्रो स्टेशन के आंतरिक दृश्य दिखाता है. हालांकि इस तस्वीर के निर्माता ने AFP से पुष्टि की कि इसे आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के उपयोग से बनाया है.

तस्वीर को यहां फ़ेसबुक पर 28 अक्टूबर 2023 को शेयर किया गया है.

पोस्ट का कैप्शन है, ‘अयोध्या मेट्रो स्टेशन का लुक जारी किया गया.! जय श्री राम. सोचिये अयोध्या मेट्रो स्टेशन ऐसा है तो हमारे रामलल्ला का मंदिर कितना भव्य सुन्दर होगा. जय श्री राम यह है आपके एक वोट का कमाल.”

हालांकि खबरों के अनुसार अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन से पहले 15 जनवरी तक भारतीय रेलवे पूरे जोर शोर से अयोध्या रेलवे स्टेशन के जीर्णोद्धार का काम पूरा करने में जुटा हुआ है (आर्काइव्ड लिंक).

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 7 नवंबर 2023

तस्वीर को इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां और यहां शेयर किया गया है.

हालांकि वास्तव में यह एक AI-जनरेटेड तस्वीर है - अधिकारियों द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर की गई अयोध्या रेलवे स्टेशन के इंटीरियर की वास्तविक तस्वीरें पूरी तरह से अलग हैं.

AI-जेनरेटेड तस्वीर

X (पूर्व में ट्विटर)- में कीवर्ड सर्च करने पर हमें "मोहित" हैंडल वाले एक यूज़र का AI-जनरेटेड तस्वीर और संशोधित अयोध्या रेलवे स्टेशन की वास्तविक तस्वीर से तुलना करने वाले एक पोस्ट पर कमेंट दिखा (आर्काइव्ड लिंक).

मोहित ने लिखा: "पहली तस्वीर मेरे द्वारा बनाई गई है. यदि आप दोनों चित्रों को ध्यान से देखेंगे, तो आपको कई समानताएं दिखाई देंगी, केवल कुछ अंतर के साथ, जैसे खंभों का आकार और डिज़ाइन, छत पर डिज़ाइन पैटर्न, ऊंचाई और स्टेशन का आकार, और श्री राम का चित्र.”

हालांकि मोहित ने अपना X अकाउंट निष्क्रिय कर दिया है, उन्होंने 7 नवंबर को एएफ़पी को बताया कि उन्होंने AI-जनरेटर तकनीक की मदद से ये तस्वीर बनाई है.

उन्होंने एएफ़पी को बताया, "मैंने अपनी टाइमलाइन पर दिख रही AI तस्वीरों से प्रेरित होकर 22 अक्टूबर को बिंज AI-इमेज क्रिएटर की मदद से यह तस्वीर बनाई थी."

मोहित ने गलत दावे की पोस्ट में शेयर की जा रही तस्वीर को अन्य AI-जनरेटेड तस्वीरों के साथ 22 अक्टूबर, 2023 को अपने X अकाउंट पर अपलोड किया था.

उन्होंने पोस्ट के कैप्शन में लिखा: "अयोध्या और वाराणसी जैसे शहरों के लिए मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब.”

लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने यह दावा कहीं नहीं किया कि ये तस्वीरें वास्तविक हैं.

"यह मेरा क्रिेएटिव वर्क था लेकिन मुझे पता चला है कि इन तस्वीरों का लोग दुरुपयोग कर रहे हैं."

नीचे गलत दावे की पोस्ट में शेयर की गई तस्वीर (बाएं) और मोहित द्वारा एक्स पर अपलोड की गई AI-जेनरेटेड तस्वीर (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना दी गई है.

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अयोध्या में मेट्रो सेवा

फ़रवरी 2023 की मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अयोध्या, वाराणसी और मथुरा जैसे शहरों में मेट्रो सेवाएं शुरू करने की योजना बनाई है.

हालांकि AI-जनरेटेड तस्वीर किसी भी तरह से रेल मंत्रालय द्वारा अपने आधिकारिक X अकाउंट पर शेयर की गई संशोधित अयोध्या रेलवे स्टेशन की वास्तविक तस्वीरों से मेल नहीं खाती है (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).

नीचे AI-जेनरेटेड तस्वीर (बाएं) और अयोध्या रेलवे स्टेशन की वास्तविक आंतरिक तस्वीर (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना दी गई है.

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