जापान में 2011 में आई विनाशकारी सुनामी का वीडियो हालिया बताकर शेयर किया गया
- यह आर्टिकल एक साल से अधिक पुराना है.
- प्रकाशित 10 जनवरी 2024, 13h38
- 4 मिनट
- द्वारा Hailey JO, एफप दक्षिण कोरिया
- अनुवाद और अनुकूलन Devesh MISHRA
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वीडियो को फ़ेसबुक पर यहां 2 जनवरी 2024 को शेयर किया गया है.
पोस्ट का कैप्शन है, “जापान में 7.6 तीव्रता के भूकंप के बाद सुनामी की शुरुआती लहरें उठनी शुरू हो गई हैं.”
लगभग 1 मिनट 48 सेकेंड के वीडियो में समुद्र से लगी तटीय सड़क पर ऊंची लहरें जहाज़ों को गिराती और कारों को तेज़ी से बहा ले जाती नज़र आ रही हैं.
वीडियो में एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि इमारत के भूतल में पहले से ही पानी भर गया है और समुद्र का पानी भी तेज़ी से अंदर आ रहा है.
वीडियो उसी दिन से आनलाइन शेयर होना शुरु हुआ जिस दिन जापान के मुख्य द्वीप होंशू में इशिकावा प्रान्त में 7.5 तीव्रता का भूकंप आया था जिसमें, अधिकारियों के अनुसार, कम से कम 78 लोग मारे गए थे.
भूकंप के कारण एक मीटर से अधिक ऊंची सुनामी लहरें भी देखी गईं साथ ही कई जगहों में भीषण आग लग गई और सड़कें भीं टूट गईं.
वीडियो को इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां, यहां शेयर किया गया है.
हालांकि दावा गलत है. यह वीडियो 2011 में जापान में आई विनाशकारी सुनामी के दौरान फ़िल्माया गया था जिसमें हज़ारों लोग हताहत हुए थे.
2011 सुनामी
वीडियो के कीफ़्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि इसे एडिट कर क्षैतिज (हॉरिज़ॉन्टल) रूप से फ़्लिप किया गया है. वास्तव में यह जापानी ब्रॉडकास्टर एएनएन द्वारा यूट्यूब पर शेयर किये गये एक लम्बे वीडियो के 3:50 टाइमस्टैम्प से लेकर अंत तक के दृश्य को गलत दावे के साथ शेयर करता है (आर्काइव्ड लिंक).
एएनएन के वीडियो की हेडलाइन में लिखा है, "सुनामी, ग्रेट ईस्ट जापान भूकंप".
वीडियो के कैप्शन के अनुसार यह फ़ुटेज 11 मार्च, 2011 को जापान के मुख्य द्वीप के पूर्वी तट पर इवाते प्रान्त के मियाको शहर में फ़िल्माया गया था.
नीचे गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बायें) और एएनएन द्वारा शेयर किये गये वीडियो (दायें) के स्क्रीनशॉट की तुलना है.
गलत दावे की पोस्ट में शेयर किये वीडियो के 0:37 मार्क पर दिख रहे गति सीमा के चिह्न पर लिखी संख्या, जिसे नीचे स्क्रीनशॉट में एएफ़पी द्वारा चिह्नित किया गया है, से स्पष्ट होता है कि क्लिप को क्षैतिज रूप से फ़्लिप किया गया है.
एएनएन की फ़ुटेज में 4:17 मार्क और 5:17 मार्क पर, उसी व्यक्ति को जापानी भाषा में बात करते हुए सुना जा सकता है (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).
इसके अलावा, एएफ़पी द्वारा प्रकाशित एक तस्वीर में 2011 के भूकंप के दौरान बिल्कुल समान एंगल से वही दृश्य कैद किया गया है.
फ़ोटो का कैप्शन है: "मियाको शहर के एक अधिकारी द्वारा 11 मार्च, 2011 को ली गई और 18 मार्च, 2011 को जारी की गई यह तस्वीर 9.0 तीव्रता के भूकंप के तुरंत बाद उत्तरी जापान क्षेत्र के इवाते प्रान्त में सुनामी के कारण तटबंध को तोड़कर मियाको शहर में आई भयंकर बाढ़ को दिखाती है."
वीडियो फ़ुटेज में दिख रही जगह मियाको में ली गई तस्वीरों से भी मेल खाती है जिसे गूगल स्ट्रीट व्यू पर यहां देखा जा सकता है (आर्काइव्ड लिंक).
नीचे एएफ़पी द्वारा फ़्लिप किए गए गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बायें) और गूगल स्ट्रीट व्यू (दायें) के स्क्रीनशॉट की तुलना है जिसमें समानताओं को एएफ़पी द्वारा हाइलाइट किया गया है.