हरियाणा में शिक्षकों द्वारा बच्चे की पिटाई का वीडियो गलत दावे से शेयर किया गया
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- प्रकाशित 12 जनवरी 2024, 13h01
- 2 मिनट
- द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत
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वीडियो को फ़ेसबुक पर यहां 26 दिसंबर 2023 को शेयर किया गया है.
पोस्ट का कैप्शन है, “अयोध्या में राम मंदिर समारोह के दौरान फूल फेंकने पर एक दलित लड़के विष्णु को आयोजकों ने पीटा. भाई आपको किस ने कहा था वहां सेलिब्रेट करो दलित का काम बस दंगा करना हिंदू ब्राह्मण के राज के लिए लड़ना है राम मंदिर के दान पुन का और वहां पुजारी बनने का नही है डूब जाओ कही चुल्लू भर पानी में.”
वीडियो को इसी दावे से फ़ेसबुक पर यहां, यहां और X पर यहां शेयर किया गया है.
हालांकि वीडियो को न तो अयोध्या में फ़िल्माया गया है और न ही इसका राम मंदिर से कोई संबंध है.
हरियाणा में छात्र की पिटाई
वीडियो के कीफ़्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर 24 दिसंबर, 2023 को प्रकाशित ईटीवी भारत समाचार चैनल की रिपोर्ट में प्रसारित किया गया वही वीडियो फ़ुटेज मिला (आर्काइव्ड लिंक).
खबरों के मुताबिक फ़रीदाबाद के एक पब्लिक स्कूल में गीता जयंती समारोह में भाग लेने वाले एक छात्र को कार्यक्रम में शामिल कुछ लड़कियों पर कथित तौर से फूल फेंकने की वजह से दो शिक्षकों ने पीटा था.
नीचे गलत दावे की पोस्ट के वीडियो (बाएं) और ईटीवी भारत के वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना दी गई है:
इस घटना को यहां, यहां और यहां अन्य समाचार आउटलेट्स द्वारा भी कवर किया गया था (आर्काइव्ड लिंक यहां, यहां और यहां).
फ़रीदाबाद सेक्टर-12 पुलिस स्टेशन के एसएचओ इंस्पेक्टर रणवीर सिंह ने एएफ़पी को बताया कि यह दावा "पूरी तरह से गलत" है.
उन्होंने 5 जनवरी, 2024 को कहा, "वीडियो सेक्टर-12 के एक सरकारी स्कूल का है और बच्चा दलित नहीं बल्कि ब्राह्मण समुदाय का है. दोनों शिक्षकों के खिलाफ़ शिकायत दर्ज कर आवश्यक जांच की जा रही है."
अयोध्या पुलिस ने भी 26 दिसंबर, 2023 को यहां सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपने आधिकारिक अकाउंट पर इस दावे का खंडन किया है (आर्काइव्ड लिंक).