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मिस्र में नाटकीय ढंग से लिफ़्ट में किडनैपिंग का वीडियो गलत दावे से भारत का बताकर शेयर किया गया
- प्रकाशित 18 जनवरी 2024, 14h30
- 4 मिनट
- द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत
वीडियो को X पर यहां 5 जनवरी 2024 को शेयर किया गया.
पोस्ट का कैप्शन है, "कर्नाटक बंगलौर देखिए किस तरह जेहादी लिफ्ट में से हिन्दू लड़कियों को क्लोरोफार्म सुंघा कर अपहरण कर लिफ्ट में बेहोश कर सीधे कार पार्किंग में खड़ी कार में दोनों लड़कियों को डालाऔर निकल गए,जिन लड़कियों और महिलाओं का अपहरण होता हैकभी पता नहीं चलता हमेशा के लिए गायब कर दी जाती हैं."
वीडियो में दो व्यक्तियों को एक लिफ़्ट में प्रवेश करते हुए और उसमें पहले से मौजूद दो लड़कियों को नशीला पदार्थ देते हुए दिखाया गया है.
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वीडियो को इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां, यहां और X पर यहां शेयर किया गया है.
हालांकि दावा गलत है. अपहरण का यह वीडियो मिस्र का है जबकि इसे फ़र्ज़ी तरीके से कर्नाटक से जोड़ा जा रहा है.
मिस्र का वीडियो
पोस्ट में शेयर किए गए वीडियो को ध्यान से देखने पर इसकी पूरी अवधी के दौरान "See trending information" लिखा वॉटरमार्क दिखाई देता है.
इंस्टाग्राम पर इस शब्द के कीवर्ड सर्च से पता चला कि वीडियो 23 दिसंबर, 2023 को इसी नाम के एक इंस्टा पेज पर पोस्ट किया गया था.
पोस्ट के नीचे एक इंस्टाग्राम यूज़र ने कमेंट किया, "यह वीडियो मिस्र का है." आगे कमेंट में यूज़र ने लिखा कि उन्होंने इसे मिडिल ईस्ट की एक समाचार वेबसाइट की रिपोर्ट में देखा है.
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इस जानकारी की मदद से एएफ़पी ने गूगल कीवर्ड सर्च किया तो यहां, यहां, यहां और यहां अंग्रेज़ी और अरबी में कई न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलें जिनमें कहा गया था कि वीडियो मिस्र में ही फ़िल्माया गया है (आर्काइव्ड लिंक यहां, यहां, यहां और यहां).
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि यह घटना एक पारिवारिक विवाद से संबंधित थी और लिफ़्ट में लड़कियों को उनके पिता ने ही किडनैप करवाया था.
मिस्र के आंतरिक मंत्रालय, जो कि देश में कानून प्रवर्तन के लिए ज़िम्मेदार सरकारी निकाय है, ने वीडियो के बारे में अधिक जानकारी के साथ 20 दिसंबर, 2023 को X पर एक बयान जारी किया (आर्काइव्ड लिंक).
अरबी भाषा के बयान में कहा गया है कि मिस्र की राजधानी काहिरा के अल-नस्र शहर की निवासी एक महिला जो दो लड़कियों की मां है, ने 13 दिसंबर, 2023 को इस घटना को लेकर अपने पूर्व पति के खिलाफ़ शिकायत दर्ज़ कराई थी.
बयान के अनुसार, महिला ने अधिकारियों को बताया कि उसकी बेटियों की कानूनी कस्टडी उसके पास है लेकिन उसके पूर्व पति ने उसकी इच्छा के विरुद्ध बच्चों को अपने पास रखा है.
इसमें आगे कहा गया है, "जांच के दौरान यह पता चला कि दोनों लड़कियों के पिता ने वीडियो क्लिप में दिखाई गई घटना को अंजाम देने के लिए दो और व्यक्तियों की मदद ली थी."
उन दो लोगों को बाद में पकड़ लिया गया और उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने "पैसों के बदले" पिता के साथ इस काम को अंजाम दिया था.
बयान में कहा गया है कि पिता उसी दिन एक बेटी के साथ देश छोड़ कर निकल गया, और मिस्र के सार्वजनिक अभियोजन कार्यालय ने तब से इस मामले की जांच का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया.
यही बयान 20 दिसंबर, 2023 को यहां आंतरिक मंत्रालय के वेरिफ़ाइड फ़ेसबुक अकाउंट पर भी शेयर किया गया था (आर्काइव्ड लिंक).
मंत्रालय के दोनों पोस्ट में एक ही स्क्रीनशॉट है जो गलत दावे से शेयर किए गए वीडियो के एक फ़्रेम से मेल खाता है, जैसा कि नीचे दोनों की तुलना में दिखाया गया है.
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