मुंबई में अवैध झुग्गियां हटाने का वीडियो हल्द्वानी हिंसा से जोड़कर शेयर किया गया
- प्रकाशित 26 फरवरी 2024, 11h39
- 3 मिनट
- द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत
वीडियो को फ़ेसबुक पर यहां 20 फ़रवरी 2024 को शेयर किया गया है.
पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, "C M धामी ने पत्थरबाजों की जगह को गाजा बना दिया. गौर से देख लो हल्द्वानी का बनफूलपुरा है इस्लामिक आतंकवाद का गढ़. उत्तराखंड राज्य के हल्द्वानी शहर में आतंकियों के ठिकानों पर बुल्डोजर चल रहा है आतंकियों का सफाया करने का शुभ आरंभ उत्तराखंड देवभूमि से शुरू हो गया है."
8 फ़रवरी को हल्द्वानी में एक कथित अवैध मदरसे को सरकार द्वारा गिराये जाने के बाद भड़की हिंसा में कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ज़िले में भड़के दंगों और पुलिस पर पथराव करने वालों को चिन्हित कर उनपर कार्रवाई की जायेगी.
वीडियो को इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां, यहां और X पर यहां शेयर किया गया है.
मुंबई में झुग्गी तोड़ने का वीडियो
वीडियो के कीफ़्रेम्स को गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के साथ रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें मेट्रो मुंबई न्यूज़ आउटलेट की एक रिपोर्ट का फ़ुटेज मिला, जिसके अनुसार 6 फ़रवरी को गोवंडी की झुग्गी बस्ती को मुंबई नगरपालिका ने बुलडोज़र से ढहा दिया था. अधिकारियों ने कहा कि लोग वहां अवैध रूप से रह रहे थे (आर्काइव्ड लिंक).
नीचे गलत दावे की फ़ेसबुक पोस्ट के वीडियो (दायें) और गोवंडी में झुग्गियां गिराती मेट्रो मुंबई की रिपोर्ट के वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना है.
एएफ़पी ने फ़ुटेज में दिख रही जगह की पहचान गोवंडी के रूप में की, क्योंकि हिंदुस्तान टाइम्स द्वारा प्रकाशित झुग्गी की एक तस्वीर फ़ेसबुक पर गलत दावे से शेयर किये गये वीडियो के एक एंगल से मेल खाती है (आर्काइव्ड लिंक).
हिंदुस्तान टाइम्स की तस्वीर (नीचे बाईं ओर) में पीछे वही इमारतें दिखती हैं जो फ़ेसबुक वीडियो (नीचे दाईं ओर) में हैं.
हिंदुस्तान टाइम्स और इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार एक स्थानीय एक्टिविस्ट ग्रुप जन हक संघर्ष समिति (JHSS) ने गोवंडी की झुग्गी में रह रहे लोगों के साथ मिलकर इस डिमोलिशन ड्राइव के विरोध में प्रदर्शन आयोजित किया था (आर्काइव्ड लिंक यहां और यहां).
JHSS की प्रवक्ता संजना कृष्णन ने एएफ़पी को बताया कि वीडियो गोवंडी का ही है.
उन्होंने कहा, "यह वीडियो गोवंडी में झुग्गियों को ढहाए जाने का है और मैं इसमें दिख रहे लोगों को निजी तौर पर जानती हूं."