फ़िल्म के एक दृश्य के स्क्रीनशॉट को गलत दावे से संदेशखली हिंसा से जोड़कर शेयर किया गया

सोशल मीडिया पोस्ट्स पर एक फ़िल्म के स्क्रीनशॉट को इस गलत दावे के साथ हज़ारों बार शेयर किया गया है कि इसमें पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ता द्वारा एक हिंदू महिला का अपहरण दिखाया गया है. ये पोस्ट फ़रवरी 2024 में तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों के खिलाफ़ यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच शेयर की जा रही है. हालांकि स्क्रीनशॉट में दिख रहा दृश्य 2006 में रिलीज़ हुई एक फ़िल्म का है.

तस्वीर को X पर यहां 16 फ़रवरी, 2024 को शेयर किया गया है. 

पोस्ट का कैप्शन है, "सन्देशखाली-पश्चिम बंगाल. टीएमसी के गुण्डों द्वारा उठाई गई एक हिन्दू महिला. यह गुण्डा जेहादी विक्ट्री का चिह्न दिखा रहा है. ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल को पाकिस्तान बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. टीएमसी हिन्दुओं पर अत्याचार कर रहे हैं किसी कि बहन बेटी बहु सुरक्षित नहीं."

तस्वीर में एक महिला को दयनीय स्थिति में अर्धनग्न अवस्था मे खड़े एक पुरुष के साथ देखा जा सकता है जो उंगली से विक्ट्री चिन्ह दिखा रहा है.

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 7 मार्च 2024

तस्वीर को पश्चिम बंगाल के संदेशखली में टीएमसी के एक नेता के खिलाफ़ यौन शोषण के आरोपों के बाद उसकी गिरफ़्तारी की मांग को लेकर शुरू हुए प्रदर्शन के दौरान शेयर किया गया है (आर्काइव्ड लिंक).

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार आरोपी शाहजहां शेख को पुलिस ने 29 फ़रवरी 2024 को गिरफ़्तार कर लिया था (आर्काइव्ड लिंक).

तस्वीर को इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां और X पर यहां शेयर किया गया है. 

हालांकि दावा गलत है. तस्वीर असल में एक तेलुगु फ़िल्म के दृश्य का स्क्रीनशॉट है जो 2006 में रिलीज़ हुई थी.

तेलुगु फ़िल्म का दृश्य

तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर 7 सितंबर, 2019 को यूट्यूब पर अपलोड किया गया एक वीडियो मिला, जिसमें 2:14 मार्क पर वही दृश्य दिखाई देता है (आर्काइव्ड लिंक).

तीन-मिनट, 18-सेकेंड के इस वीडियो का टाइटल 'प्रतिघात सीन' है.

नीचे गलत दावे की पोस्ट में शेयर किए गए स्क्रीनग्रैब  (बाएं) और यूट्यूब पर अपलोड किए गए वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना दी गई है.

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गलत दावे की पोस्ट में शेय़र किए गए स्क्रीनग्रैब (बाएं) और यूट्यूब पर अपलोड किए गए वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

आगे कीवर्ड सर्च से पता चला कि "प्रतिघात" 2006 में रिलीज़ हुई एक तेलुगु फिल्म "विक्रमारकुडु" का हिंदी भाषा में डब संस्करण है (आर्काइव्ड लिंक).

एएफ़पी ने एक स्ट्रीमिंग प्लैटफ़ॉर्म पर उपलब्ध फ़िल्म के संस्करण की समीक्षा की और पाया कि यह दृश्य लगभग 1:27:33 के टाइमस्टैम्प पर दिखाई देता है.

वायरल पोस्ट में जिस व्यक्ति को टीएमसी राजनेता बताया जा रहा है, वह असल में अमित तिवारी हैं, जो फ़िल्म में खलनायक की भूमिका निभा रहे हैं (आर्काइव्ड लिंक).

एएफ़पी को इस बाबत ऐसी कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली कि तिवारी टीएमसी से जुड़े हुए हैं.

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