मुमताज़ महल के दावे से शेयर की जा रही ये तस्वीर भोपाल के शाहजहां बेगम की है

शाही पोशाक पहने एक महिला की तस्वीर को सोशल मीडिया पोस्ट में इस गलत दावे से शेयर किया जा रहा है कि यह मुग़ल बादशाह शाहजहां की पत्नी मुमताज़ महल हैं जिनके लिये शाहजहां ने ताजमहल बनवाया था. एएफ़पी को यह तस्वीर यूनाइटेड किंगडम स्थित रॉयल कलेक्शन ट्रस्ट के वेबसाइट पर मिली जिसके अनुसार यह भोपाल रियासत की नवाब रह चुकी शाहजहां बेग़म का चित्र है.

तस्वीर को फ़ेसबुक पर यहां 23 फ़रवरी 2024 को शेयर किया गया है.

पोस्ट का कैप्शन है, "यह मुमताज बेगम है. कहानियों की माने तो इन्हीं मोहतरमा के लिए ताजमहल बना था."

अर्जुमंद बानो बेग़म - जिन्हें मुमताज़ महल की उपाधि दी गई थी - 1612 में मुगल सम्राट शाहजहां की तीसरी पत्नी बनी थी और 1631 में उनकी मृत्यु हो गई थी (आर्काइव्ड लिंक).

उन्ही की याद में शाहजहां ने 1632 में आगरा में यमुना नदी के तट पर ताज महल - एक मकबरा परिसर - का निर्माण कार्य शुरू करवाया था.

Image
गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 11 मार्च 2024

तस्वीर को इसी दावे के साथ फ़ेसबुक पर यहां, यहां और X पर यहां शेयर किया गया है.

भोपाल की नवाब

तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर यही फ़ोटो यूके के रॉयल कलेक्शन ट्रस्ट के वेबसाइट पर मिली (आर्काइव्ड लिंक).

कैप्शन के अनुसार यह सुल्तान शाहजहां बेग़म (1838-1901) की तस्वीर है जो मध्य भारत के तत्कालीन इस्लामिक रियासत भोपाल की शासक थीं.

इसे 1875-76 के बीच प्रिंस ऑफ़ वेल्स - रानी विक्टोरिया के सबसे बड़े बेटे - द्वारा भारतीय उपमहाद्वीप के शाही दौरे के दौरान लिया गया था, जब उन्होंने आधुनिक भारत, श्रीलंका, पाकिस्तान और नेपाल के कुछ हिस्सों का भ्रमण किया था.

रॉयल कलेक्शन ट्रस्ट की वेबसाइट के अनुसार इस दौरे का उद्देश्य "भारतीय शासकों और ब्रिटिश क्राउन के बीच राजनयिक संबंधों को मज़बूत करना" था.

नीचे गलत दावे की पोस्ट में शेयर की गई तस्वीर (बाएं) और ट्रस्ट की वेबसाइट पर अपलोड चित्र (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना की गई है.

Image
गलत दावे की पोस्ट में शेयर की गई तस्वीर (बाएं) और ट्रस्ट की वेबसाइट पर अपलोड चित्र (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

शाहजहां बेग़म की वही तस्वीर मीडिया आउटलेट्स द्वारा यहां और यहां प्रकाशित की गई है साथ ही यूके स्थित मीडिया आउटलेट अलामी ने भी इसे यहां प्रकाशित किया है (आर्काइव्ड लिंक यहां, यहां और यहां).

शाहजहां बेग़म ने 1868 से 1901 के बीच भोपाल पर शासन किया था, उन्होंने 1844 से 1860 तक राज्य प्रमुख के रूप में भी कार्य किया जब उनकी मां राजप्रतिनिधि के रूप में कार्यरत रहीं (आर्काइव्ड लिंक).

भोपाल ज़िले की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार उन्होंने ताज-उल-मस्जिद का निर्माण करवाया था, जो एशिया की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है.

भोपाल के सैफ़िया कॉलेज में इतिहास के प्रोफ़ेसर अशर किदवई ने एएफ़पी को बताया कि फ़ोटो में शाहजहां बेग़म दिख रही हैं.

उन्होंने कहा, "मुग़ल शासक शाहजहां की तरह (शाहजहां बेग़म) को भी वास्तुकला का बहुत शौक था. उन्होंने भोपाल में कई ऐतिहासिक इमारतें बनवाईं जो आज भी मौजूद हैं."

Image

क्या कोई कंटेंट/न्यूज़/वीडियो या तस्वीर है जो आप चाहते हैं की AFP फ़ैक्ट चेक करे?

हमसे संपर्क करें