ईरान के राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर क्रैश के दावे से शेयर की जा रही ये तस्वीर फ़ोटोशॉप्ड है

हवा में क्रैश होने के बाद जलते हुए हेलीकॉप्टर की एक एडिटेड तस्वीर को सोशल मीडिया पर इस गलत दावे से शेयर किया जा रहा है कि यह ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का विमान है, जो मई 2024 में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और उसमें सवार सभी लोग मारे गए थे. हालांकि ईरानी राजनेता के हेलीकॉप्टर की विशेषताएं पोस्ट में शेयर किये गये हेलीकॉप्टर से काफ़ी अलग हैं.

तस्वीर को फ़ेसबुक पर 22 मई 2024 को यहां शेयर किया गया है. 

पोस्ट का कैप्शन है, "एक थ्योरी के मुताबिक माना जा रहा है कि ईरान के राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर को स्पेस लेजर के जरिए से मार गिराया गया. अगर यह बात सही साबित होती है तो हम तीसरे विश्व युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं. ईरान अपने परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है."

तस्वीर में हवा में उड़ते एक हेलीकॉप्टर को आग की लपटों में घिरा हुआ दिखाया गया है जो पहाड़ी की ओर जाता दिख रहा है.

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गलत दावे से शेयर की गई पोस्ट का स्क्रीनशॉट

तस्वीर को इसी दावे से फ़ेसबुक पर यहां और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर यहां शेयर किया गया है.

सोशल मीडिया पर यह तस्वीर 20 मई को ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत की पुष्टि के बाद शेयर की गयी. खोज और बचाव दल ने कोहरे से घिरे पश्चिमी पहाड़ी क्षेत्र में उनके दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर को पाया, जिसके बाद ईरान में शोक की लहर दौड़ गई.

हेलीकाप्टर में सवार नौ लोगों में से कोई भी जीवित नहीं बचा.

हालांकि तस्वीर में ईरान के राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर नहीं दिख रहा है.

फ़ोटोशॉप की गई तस्वीर

तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर यूनाइटेड किंगडम स्थित मीडिया आउटलेट अलामी की वेबसाइट पर हेलीकॉप्टर की यही तस्वीर मिली (आर्काइव्ड लिंक).

तस्वीर का क्रेडिट "जियोर्जियो कैल्डेराटो" को देते हुए, कैप्शन है: "09/09/2012 वैल्डाग्नो (इटली) हेलीकॉप्टर के साथ हवाई फोटोग्राफ़िक सर्वेक्षण. एम्प्रियन जीएमबीएच यूरोप का एक महत्वपूर्ण ट्रांसमिशन सिस्टम ऑपरेटर है और 11 किमी की लंबाई के साथ एक अतिरिक्त जर्मन -हाई वोल्टेज ग्रिड संचालित करता है."

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अलामी पर मौजूद तस्वीर का स्क्रीनशॉट

इसके बाद दोबारा कीवर्ड सर्च करने पर हमें कनाडा स्थित एक इमेज वेबसाइट iStock पर गलत दावे की पोस्ट में शेयर की गई तस्वीर मिली (आर्काइव्ड लिंक). 

इसका कैप्शन है: "हवा में क्रैश करते हेलीकॉप्टर की ग्राउंड व्यू स्टॉक फ़ोटो."

यह तस्वीर 24 मार्च, 2015 को अपलोड की गई थी और इसका क्रेडिट "जियोकाल्डे" को दिया गया था - जो जियोर्जियो कैल्डाराटो के नाम और उपनाम से मिलकर बना है. 

भारत में 2022 में एक अन्य हेलीकॉप्टर हादसे से जोड़कर यही तस्वीर गलत दावे से शेयर की गई थी तब उन्होंने AFP को बताया था कि क्रैश करते हेलीकॉप्टर की तस्वीर "असली नहीं" है. उन्होंने कहा, "इसे मैंने फ़ोटोशॉप से बनाया है."

नीचे गलत दावे से शेयर की गई तस्वीर (बाएं) और iStock पर पोस्ट की गई एडिटेड तस्वीर (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना दी गई है.

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गलत दावे से शेयर की गई तस्वीर (बाएं) और iStock पर पोस्ट की गई एडिटेड तस्वीर (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

दोनों हेलिकॉप्टर्स की तस्वीरों की तुलना से पता चलता है कि रईसी को ले जाने वाले हेलीकॉप्टर का रंग गलत दावे के पोस्ट में शेयर किये जा रहे हेलीकॉप्टर से काफ़ी अलग है.

इस्लामिक रिपब्लिक न्यूज़ एजेंसी IRNA द्वारा 19 मई, 2024 को उपलब्ध कराई गई इस तस्वीर में  देखा जा सकता है कि रईसी को ले जाने वाला हेलीकॉप्टर बेल 212 हेलीकॉप्टर था जिसमें गहरे नीले रंग का टेल रोटर और सफ़ेद बॉडी थी.

एएफ़पी ने नीचे दिए गए स्क्रीनशॉट में हेलीकॉप्टर बॉडी और लैंडिंग स्किड्स को गलत दावे की पोस्ट में शेयर की गई तस्वीर (बाएं) और IRNA द्वारा उपलब्ध कराई गई तस्वीर (दाएं) के स्क्रीनशॉट के बीच तुलना में हाइलाइट किया है.

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