चुनावी रैली के दौरान भारतीय संविधान की कॉपी लहराते राहुल गांधी की तस्वीर गलत दावे से शेयर की गई
- प्रकाशित 5 जून 2024, 06h55
- 3 मिनट
- द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत
हिमंत बिस्वा सरमा,जो पूर्वोत्तर राज्य असम के मुख्यमंत्री हैं, ने 17 मई, 2024 को X पर यह तस्वीर पोस्ट की (आर्काइव्ड लिंक).
उन्होंने लिखा, "भारत के संविधान की मूल प्रति का कवर नीला है. मूल चीनी संविधान का कवर लाल है." "क्या राहुल चीनी संविधान लेकर चलते हैं? हमें इसकी पुष्टि करनी होगी."
पोस्ट में शेयर की गई तस्वीर में राहुल गांधी लाल कवर वाली एक किताब हाथ में लेकर भाषण देते हुए दिखाई दे रहे हैं.
पोस्ट में चीनी संविधान के लाल कवर वाली और भारतीय संविधान की मूल प्रति- जो नीले और सुनहरे रंग की है तथा भारतीय संसद के पुस्तकालय में हीलियम से भरे एक विशेष केस में रखी हुई है- की तस्वीरें भी शेयर की गई हैं (आर्काइव्ड लिंक).
लगभग छह सप्ताह तक चलने वाले राष्ट्रव्यापी लोकसभा चुनाव के अंतिम दिनों में कई भाजपा सदस्यों ने इस तस्वीर को गलत दावे से X पर यहां और यहां शेयर किया.
राहुल गांधी ने नियमित रूप से भाजपा द्वारा कथित तौर पर संविधान को बदलने के खतरे के प्रति जनता को आगाह करते हुए अपनी चुनावी रैलियों में भारतीय संविधान की प्रति को लहराया था.
हालांकि, गृह मंत्री अमित शाह ने NDTV को एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि भाजपा सरकार संविधान को बदलने की कोई योजना नहीं बना रही है (आर्काइव्ड लिंक).
भारतीय संविधान
राहुल गांधी की तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के इंस्टाग्राम पोस्ट में यही तस्वीर मिली, जिसे 5 मई को शेयर किया गया था (आर्काइव्ड लिंक).
इस पोस्ट में राहुल गांधी द्वारा तेलंगाना में भाग ली गई एक चुनावी रैली की कई तस्वीरें शामिल हैं.
नीचे गलत दावे की पोस्ट (बाएं) और रेड्डी के इंस्टाग्राम पोस्ट में शेयर की गई तस्वीर (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना दी गई है.
रेड्डी ने तेलुगु भाषा में लिखा है: "संविधान ने देश के लोगों को आत्म-सम्मान और अधिकार दिए हैं. हम हर कीमत पर संविधान की रक्षा करेंगे. ~ राहुल गांधी."
इंस्टाग्राम पोस्ट की एक अन्य तस्वीर में गांधी को "भारत का संविधान" शीर्षक वाली लाल किताब पकड़े हुए दिखाया गया है.
पुस्तक के कवर के निचले-दाएं कोने पर बड़े अक्षर में 'EBC' लिखा हुआ देखा जा सकता है.
नीचे रेड्डी के इंस्टाग्राम पोस्ट का स्क्रीनशॉट है, जिसमें एएफ़पी द्वारा पुस्तक को ज़ूम करके दिखाया गया है.
गूगल पर कीवर्ड सर्च करने पर हमने पाया कि भारतीय संविधान का यह संस्करण लॉ पब्लिकेशन ग्रुप ईबीसी द्वारा प्रकाशित किया गया था (आर्काइव्ड लिंक).
कंपनी के एक प्रवक्ता ने एएफ़पी से पुष्टि की है कि राहुल गांधी वरिष्ठ वकील गोपाल शंकरनारायणन द्वारा संकलित भारतीय संविधान का कोट पॉकेट संस्करण पकड़े हुए थे.
यह किताब ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स पर भी उपलब्ध है (आर्काइव्ड लिंक).
स्थानीय मीडिया ने रिपोर्ट किया कि राहुल गांधी ने तेलंगाना की रैली में भारतीय संविधान की एक पॉकेट-साइज़्ड प्रति सभा के दौरान लहराई थी (आर्काइव्ड लिंक).
राहुल गांधी ने यूट्यूब पर भी एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वे वही पुस्तक पकड़े हुए मतदाताओं से संविधान को "बचाने" की अपील कर रहे हैं (आर्काइव्ड लिंक).