अमेरिकी राजनीति पर केन्द्रित 2012 में प्रकाशित कार्टून को एडिट कर गलत दावे से शेयर किया गया
- प्रकाशित 4 जून 2024, 12h44
- 3 मिनट
- द्वारा Devesh MISHRA, एफप भारत
तस्वीर को फ़ेसबुक पर यहां 18 मई 2024 को शेयर किया गया है.
पोस्ट का कैप्शन है, "आज का सबसे सटीक और हकीकत को दर्शाता हुआ - कार्टून अमेरिका की प्रमुख मैगजीन टाइम्स नाओ के मुख्य पेज पर प्रकाशित हुआ है ये कार्टून."
तस्वीर के ऊपर टेक्स्ट है, "भारत के (विशेष रूप से हिंदू) कांग्रेसियों को डूब कर मर जाना चाहिए, विश्व की प्रख्यात पत्रिका "न्यू यार्क टाइम मैगजीन पर छपी इस फोटो ने कांग्रेस की असलियत पूरे विश्व को बता दिया है. इसके बाद भी अगर कोई कांग्रेस को सपोर्ट करता है तो वो अपना डी एन ए टेस्ट करवा ले, निसंदेह उसकी रगो मे देश और सनातन से गद्दारी का वायरस है."
कथित पत्रिका के कवर पर ऊपर की ओर बड़े अक्षरों में अंग्रेज़ी में "फीडिंग टाइम" लिखा हुआ है और एक कार्टून है, जिसमें राहुल गाँधी एक बच्चे को स्तनपान कराते नज़र आ रहे हैं. बच्चे के कपड़े पर अंग्रेज़ी में "पाक" लिखा हुआ है.
तस्वीर में सबसे नीचे अंग्रेज़ी में लिखे टेक्स्ट का हिंदी अनुवाद है, "न्यूयॉर्क टाइम्स मैग्जीन, भारत की कांग्रेस पार्टी के बारे में विदेशी मीडिया संस्थान क्या सोचते हैं."
तस्वीर को इसी दावे से फ़ेसबुक पर यहां और यहां शेयर किया गया है.
एडिटेड तस्वीर
तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर एएफ़पी ने पाया कि मूल कार्टून डेविड होर्सी नामक एक संपादकीय कार्टूनिस्ट द्वारा बनाया गया था, जिनका प्रोफ़ाइल लॉस एंजिल्स टाइम्स के वेबसाइट पर मौजूद है. वेबसाइट में बताया गया है कि उन्होंने दो पुलित्ज़र पुरस्कार भी जीते हैं (आर्काइव्ड लिंक).
मूल कार्टून में एक महिला द्वारा एक बच्चे को स्तनपान कराते हुए दिखाया गया है. बच्चे की पीठ पर अंग्रेजी में "जीओपी कांग्रेस" लिखा हुआ है.
कार्टून में महिला के ब्रीफ़केस पर लिखा है: "कॉर्पोरेट कैंपेन डोनेशन". साथ ही कार्टून पर होर्सी का कॉपीराइट प्रतीक हस्ताक्षर और "2012 लॉस एंजिल्स टाइम्स" लिखा हुआ है.
होर्सी द्वारा 14 मई, 2012 को लिखे गए लॉस एंजिल्स टाइम्स के इस ओपीनियन आर्टिकल में कार्टून को प्रकाशित किया गया था.
नीचे लॉस एंजिल्स टाइम्स वेबसाइट पर प्रकाशित कार्टून का स्क्रीनशॉट है, जिसकी हेडलाइन है "रिपब्लिकन पार्टी बड़े व्यवसायियों का स्तनपान करती है."
गलत दावे से शेयर की गई तस्वीर में राहुल गांधी के चेहरे वाले हिस्से को यांडेक्स रिवर्स इमेज सर्च करने पर यह तस्वीर फ़ाइनेंशियल एक्सप्रेस की वेबसाइट पर 23 दिसंबर, 2017 को एक रिपोर्ट में प्रकाशित की हुई मिली (आर्काइव्ड लिंक).
रिपोर्ट में फ़ोटो का क्रेडिट अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स को दिया गया है.
नीचे गलत दावे की पोस्ट में दिख रही राहुल गांधी की तस्वीर (बाएं) और फ़ाइनेंशियल एक्सप्रेस में प्रकाशित तस्वीर (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना की गई है, जिसमें तस्वीरों के मिलते-जुलते हिस्से को लाल रंग से हाइलाइट किया गया है.