केरल में स्ट्रीट प्ले का पुराना वीडियो आरएसएस समर्थक महिला की हत्या के गलत दावे से शेयर किया गया

केरल में बीच बाज़ार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) समर्थक एक महिला को कार से खींचकर मुस्लिमों द्वारा क़त्ल किये जाने के गलत दावे से शेयर किया जा रहा क्लिप असल में एक स्ट्रीट प्ले का पुराना वीडियो है. इसमें देखा जा सकता है कि कुछ लोग एक महिला को कार से खींचते हैं और सड़क पर गिरा देते हैं. इसके बाद एक व्यक्ति मलयालम भाषा में बोलता सुनाई देता है. एएफ़पी ने पाया कि वीडियो 2017 में केरल के मलप्पुरम में हुए स्ट्रीट प्ले का है न कि आरएसएस के किसी कार्यकर्ता के क़त्ल का.

सोशल मीडिया प्लेटफ़ार्म X पर 26 जून 2024 को एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन लिखा, जिसका शुरूआती हिस्सा है, "केरला में हिन्दू समर्थक महिला को कार से खींच कर बीच बाजार मुस्लिमों ने गोली मार दी,उसके बाद हिन्दुओं को चेतावनी दी - यदि कोई आरएसएस और बीजेपी को समर्थन देगा तो उसका यही हाल किया जायेगा."

वीडियो के ऊपर टेक्स्ट लिखा है, "केरल में RSS समर्थक महिला को मुस्लिमों ने गोली मारी (आर्काइव्ड लिंक)." 

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गलत दावे से शेयर की जा रही पोस्ट का स्क्रीनशॉट, 4 जुलाई 2024

इसी तरह के दावे से इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफ़ार्म X पर यहां और फ़ेसबुक पर यहां शेयर किया गया है.

हालांकि यह एक स्ट्रीट प्ले का पुराना वीडियो है और इसका किसी असल घटना से कोई सम्बन्ध नहीं है.

स्ट्रीट प्ले का वीडियो

वीडियो के कीफ़्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर फ़ेसबुक पर 9 सितम्बर 2017 का एक पोस्ट मिला जिसमें हूबहू यही वीडियो शेयर किया गया था (आर्काइव्ड लिंक). 

वीडियो के साथ लिखे मलयालम भाषा के कैप्शन का अनुवाद है, "गौरी लंकेश की हत्या पर आधारित एक नुक्कड़ नाटक, जो आरएसएस को उजागर करता है, जिनकी आरएसएस ने गोली मारकर हत्या कर दी थी." 

नीचे गलत दावे से शेयर की जा रही वीडियो (बाएं) और फ़ेसबुक पर 2017 में पोस्ट किए गए वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना की गई है.

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गलत दावे से शेयर की जा रही वीडियो (बाएं) और फ़ेसबुक पर 2017 में पोस्ट किए गए वीडियो (दाएं) के स्क्रीनशॉट की तुलना

कुछ यूज़र्स ने 2017 में भी इस वीडियो को केरल में मुस्लिम द्वारा हिन्दू महिला की हत्या के गलत दावे से शेयर किया था (आर्काइव्ड लिंक).

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह पत्रकार और एक्टिविस्ट गौरी लंकेश के मर्डर पर आधारित एक नुक्कड़ नाटक का वीडियो है, जिन्हें 5 सितम्बर 2017 में हिन्दुत्वादी विचारधारा के एक युवक द्वारा शूट किया गया था. यह नुक्कड़ नाटक केरल के मलप्पुरम ज़िले में डेमोक्रेटिक यूथ फ़ेडेरेशन ऑफ़ इंडिया (DYFI) द्वारा आयोजित किया गया था (आर्काइव्ड लिंक). 

एएफ़पी ने DYFI के मलप्पुरम यूनिट के अध्यक्ष स्याम प्रसाद से 25 जून 2024 को बात की.

उन्होंने दावे का खंडन करते हुए कहा, "यह कोई असल मर्डर का वीडियो नहीं है, बल्कि 2017 में मलप्पुरम के कलिकवु एरिया में आयोजित हुए एक स्ट्रीट प्ले का वीडियो है. वीडियो में नज़र आ रहे लोग DYFI के कार्यकर्ता हैं. यह प्ले देशभर में आरएसएस द्वारा समर्थित हिंसा को लेकर था." 

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